RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
धीरे शाम ढलती गयी……गाँव के सभी लोग दोपहर का खाना खा कर जा चुके थे…बाहर हवेली के परिसर मे रात को होने वाली पार्टी की तैयारी जोरों शॉरो से चल रही थी….जैसे शाम ढली हवेली हज़ारों बल्बो की रोशनी से जगमगा उठी….और बाहर डीजे पर म्यूज़िक शुरू हो गया…..और सुमन के घर वाले भी थोड़ी देर मे आ गये…. और पार्टी शुरू हो गयी…..
आज राज की सुहाग रात है…..पर राज के लिए ये कोई नयी बात नही थी…उसकी तो हर रात सुहाग रात होती आई है….पर आज एक ख़ास रात इसीलिए है, कि राज ने जिसे चाहा था, वो उसे मिल गया था…जब राज अपने रूम मे गया तो, सुमन बेड पर रेड कलर की साड़ी पहने हुए बेड पर सहमी सी बैठी हुई थी….राज उसके पास जाकर बैठ गया…..सुमन दिल से इस शादी के लिए बिल्कुल भी राज़ी नही थी….
राज : (थोड़ी देर चुप रहने के बाद) आप ने खाना तो खा लिया ना….
सुमन: (राज की कड़क आवाज़ सुन कर एक दम चोन्कते हुए) जी हां खा लिया….
सुमन से कुछ बोलते नही बन रहा था…..उसके हाथ पैर तो अंजाने डर के मारे वैसे ही कांप रहे थे….राज ने अपना एक हाथ सुमन के हाथ पर रख दिया….सुमन एक दम से सकपका गयी….आने वाले पलों का डर उसके मन मे घर किए हुए था… आख़िर सुमन शादी से पहले एक बार भी राज से नही मिली थी….
और ना ही उसकी कभी राज से फोन पर बात हुई थी….उसने घर वालो की मजबूरी के चलते ऐसे इंसान से शादी कर ली….जिससे वो बिकुल अंज़ान थी….कुछ दिन पहले तक कितने ही हसीन सपने उसकी आँखों मे थे…और उन सपनो को पूरा करने के लिए उसके घर वाले हर कदम पर उसके साथ रहे….पर होनी को शायद यही मंजूर था….
जिसके चलते सुमन को अपने से 12 साल बड़े आदमी से शादी करनी पड़ी…उसके सपने किसी रेत के घर की तरहा ढह गये….सुमन को यूँ गहरी सोच मे डूबा देख, राज ने उससे पूछा क्या बात है, कोई परेशानी है क्या….
सुमन: (चोन्कते हुए) जी जी नही.
राज : तो फिर किस सोच मे डूबी हुई हैं आप ?
सुमन: जी कुछ नही बस ऐसे ही .
राज : ह्म्म मैं जानता हूँ, आपको घर के याद आ रही होगी….कोई बात नही कल मे आप को आपके घर ले चलूँगा….
ये कहते हुए राज ने अपने हाथ से सुमन की चिन को पकड़ कर उसके झुके हुए चेहरे को ऊपेर उठाया….सुमन की आँखों की पलकें धीरे- 2 बंद होने लगी… नज़ाने क्यों वो राज से नज़रें नही मिलाना चाहती थी….उसके होन्ट ऐसे ठहरथरा रहे थी…जैसे कहर की सर्दी पड़ रही हो….
सुमन के लर्जते हुए गुलाबी होंठो को देख कर राज की आँखे वासना से चमक उठी, उसके होंठो पर मुस्कान फैल गयी…राज ने सुमन के गालों को अपने हाथों मे भर लिया….और उसके होंठो की तरफ अपने होंठो को बढाने लगा….जैसे -2 दोनो के बीच के दूरी काम हो रही थी….राज की साँसों की गरमी सुमन अपने फेस और नेक के आसपास सॉफ महसूस करने लगी… और उसके दिल की धड़कन तेज़ी से चलने लगी.
घबराहट के मारे सुमन पसीने से एक दम तरबतर हो चुकी थी…उसके गुलाबी होंठो के पास बहती हुई पसीने के बूँद किसी मोती की तरहा चमक रही थी….सुमन की पलकें जो बंद थी…वो तेज़ी से हिल रही थी…और उसके हाथ अपनी साड़ी के पल्लू को कस के पकड़े हुए थी….
राज ने उसके होंठो के पास आ चुके उस मोती के ऊपर अपने होंठो को रख दिया…और वो छोटी सी बूँद राज के होन्ट पड़ते ही गायब हो गयी….अपने होंठो के इतना पास राज के दहकते होंठो को महसूस करते ही, सुमन के बदन मे करेंट सा दौड़ गया….सुमन बुरी तरहा कांप गयी….जैसे ही उसने थोड़ा सा पीछे हटना चाहा…तो राज ने अपना एक हाथ सुमन की कमर मे और दूसरा हाथ उसके सर के पीछे से ले जाकर उसके सर को जाकड़ लिया…..
नाज़ुक सी सुमन राज की बाहों मे जाकड़ सी गये…वो हिल भी नही पा रही थी. और राज ने बिना कोई देर किए. उसके होंठो पर अपने होंठो को रख दिया….एक पल के लिए सुमन के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गये….जैसे ही उसके आपस मे सटे हुए होन्ट अलग हुए, सुमन को ऐसे लगा…जैसे उसकी साँस अभी रुक जाएगी….राज के मुँह से आ रही शराब के स्मेल के कारण सुमन की तो जैसे साँस ही अटक गयी….पर अब सुमन के पास चुप रहने के अलावा कोई चारा भी नही था…..
अपने इलाक़े मे राज के चर्चे आम सी बात थी….और सुमन की कॉलेज भी राज के प्रभाव से अंजान नही थी….इसीलिए सुमन अब चाह कर भी कुछ नही कर सकती थी….किसी तरहा उसने अपने होंठो को आपस मे बंद किया….जैसे ही राज ने अपने होंठो को सुमन के होंठो से हटाया. तो सुमन ने राहत की साँस ली…..जब राज ने एक बार फिर से सुमन की ओर देखा, तो सुमन पसीने से भीग चुकी थी….राज ने उठ कर रूम का एसी ऑन क्या…..और टेबल पर पड़ी नाइटी उठा कर सुमन को देते हुए कहा…
राज : ये लो चेंज कर लो…..
सुमन ने अपने काँपते हुए हाथ को आगे बढ़ाया, और राज के हाथ से नाइटी ले ली. और कुछ देर वैसे ही बैठी रही….राज समझ गया…और उसने बाथरूम की तरफ इशरा करते हुए, बाथरूम मे जाकर चेंज करने को कहा….सुमन बेड से उतर कर बाथरूम मे चली गयी….राज बेड पर लेट गया….और सुमन का इंतजार करने लगा….जैसे ही सुमन ने बाथरूम मे जाकर डोर लॉक किया, तो वो दीवार से सट कर खड़ी हो गयी….
उसके हाथ पैर अभी भी कांप रहे थे….थोड़ी देर साँस लेने के बाद सुमन ने अपनी साड़ी को उतराना चालू किया….जैसे-2 उसके बदन से वो भारी साड़ी अलग हो रही थी…. सुमन को सकुन मिल रहा था….सुमन ने साड़ी और ब्लाउस उतार दिया…अब उसके बदन पर रेड कलर की ब्रा और पैंटी थी…..ब्रा के कप्स का ऊपेरी हिस्सा ट्रॅन्स्परेंट था….सुमन ने नाइटी उठाई और पहनने लगी….जैसे ही उसने नाइटी पहन कर अपने आप को आयने मे देखा….तो वो और घबरा गयी…..
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