RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
रोमा ने दीवार को ऊपेर से नीचे तक देखा. और फिर उसकी नज़र दीवार के ऊपर बने हुए छेद पर चली गयी. जिसमे से रोसनी निकल कर उसके रूम तक आ रही थी. पर वो छेद काफ़ी ऊपेर था. रोमा का दिल अब रवि के रूम के अंदर झाँकने को कर रहा था. पर छेद काफ़ी ऊपेर था. उसने कमरे मे चारो तरफ नज़र दौड़ाई.
और फिर उसकी नज़र कुछ ऐसे चीज़ों पर पड़ी. जिसपर चढ़ कर वो उस छेद मे से झाँक सकती थी. सबसे पहले उसने रूम मे पड़े, एक पूराने से संदूक को उठाया. और उसे दीवार के पास रख दिया. फिर एक पुरानी लकड़ी के चेर को उठा कर संदूक के ऊपेर रखा. और फिर वो धीरे-2 संभालते हुए चेर पर चढ़ गयी.
दोनो चीज़ों को नीचे रखने से वो लगभर 5 फुट ऊपेर हो गयी थी. अब वो छेद ठीक उसकी आँखों के सामने था. उसने रूम मे झाँक कर देखा. रूम के पीछे की दीवार के साथ एक चारपाई लगी हुई थी. फिर उसकी नज़र रूम के डोर की तरफ गयी. जो अंदर से बंद था. और फिर डोर के साथ वाली दीवार पर. और दीवार के साथ रवि और पूनम को ऐसे हालत मे देख, रोमा के रोंगटे खड़े हो गये.
रवि पूनम की जाँघो को फैलाए हुए, उसकी चूत पर झुका हुआ था. और उसकी चूत को चाट रहा था. पूनम अपने दोनो हाथों से रवि के सर को पकड़ कर अपनी गान्ड को बार -2 उछाल रही थी. उसका पूरा बदन झटके खा रहा था.
पूनम: ओह रवीीईईई जीई भरररर के चुस्स्स्स लीयी अपनी पूनम को आज्ज्जज ओह्ह्ह अगर मुझे पता होताा ओह मुझे इतना मज़ा आएगा. मैं कब्ब्ब से ओह्ह्ह्ह्ह्ह .
और पूनम कहती -2 चुप हो गयी. और उसने शरमा कर अपने फेस पर तकिये को रख लिया. पूनम की बात सुन कर, रवि ने अपने मुँह को उसकी चूत से हटाया. और पूनम के हाथों से तकिया को खैंच कर, उसके फेस से हटा दिया. पूनम अपनी आँखे बंद किए हुए थी. उसके होंठो पर शरम से भरी मुस्कान थी.
रवि: अगर पहले पता होता तो क्या करती.
पूनम: (वासना से लिप्त आवाज़ मे) मुझ नही पता. मुझ शरम आ रही है.
और पूनम ने अपने नंगे पन को छुपाने के लिए, रवि की बगलों मे से अपनी बाहें गुज़ारते हुए, रवि को अपने ऊपेर खैंच लिया. रवि एक दम से उसके ऊपेर आ गया. और उसका लंड जो कि तन कर एक दम फूला हुआ था. वो सीधा पूनम की चूत के फांकों पर जा टकराया.
पूनम के बदन मे बिजली सी दौड़ गयी. और वो थोड़ा सा कसमासाई. उसके हिलने से रवि के लंड का सुपाडा, उसकी चूत की फांकों पर रगड़ ख़ाता हुआ, उसकी चूत के छेद पर जा लगा.
रवि के लंड के गरम सुपाडे को अपनी चूत के छेद पर महसूस करते है. वो एक दम से मचल उठी, और उसने अपनी आँखे खोल कर रवि की ओर देखा. रवि के होन्ट उसकी चूत काम रस से एक दम भीगे हुए थे. जो उसे थोड़ा गंदा सा लग रहा था. पूनम अपनी चूत के छेद पर रवि के लंड को महसूस करके मचले जा रही थी.
पूनम: (काँपती हुई आवाज़ मे) तुम्हें वहाँ मुँह ओह लगाना गंदा नही लगा ओह्ह्ह मेरी जानणन्न् निकाल दी तुमने ओह.
रवि: मैं तुम्हें और तुम्हारे बदन के हर हिस्से को अपनी जान से ज़्यादा प्यार करता हूँ. ये तो फिर भी तुम्हारी चूत से निकाला तुम्हारे प्रेम का रस ही. मे तो तुम्हारे लिए जहर भी पी सकता हूँ.
पूनम एक बार फिर से रवि की बातों मे आकर भावनाओ मे बहने लगी. उसे रवि पर बहुत प्यार आ रहा था. और उसने अपना रवि के लिए प्यार जाहिर करने के लिए. अपनी चूत के रस से भीगे हुए, रवि के होंठो को अपने होंठो मे ले लिया. और पागलों की तरहा चूसने लगी.
उधर साथ वाले कमरे मे रोमा का भी बुरा हाल था. वो ब्लाउस और पेटिकोट पहन कर सोई हुई थी. बेचारी पति की मौत के बाद से उसने आज पहली बार लंड को देखा था. उसका पेटिकॉट उसकी कमर तक चढ़ा हुआ था. और ब्लाउस के आगे के तरफ सारे हुक्स खुले हुए थे. वो अपनी हाथ की एक उंगली को चूत मे डालकर तेज़ी से अंदर बाहर कर रही थी. और दूसरे हाथ की उंगलियों से अपनी चुचियों के निपल्स को बारी-2 मसल रही थी.
रवि भी पूनम की चुचियों को अपने हाथों मे मसलते हुए, तेज़ी से पूनम के होंठो को चूस रहा था. और पूनम मस्ती के सागर मे डूबी जा रही थी. उसकी चूत की फांके, रवि के लंड के सुपाडे के चारो और कसी हुई थी. उसकी चूत की फाँकें फड़फदा कर सिकुड और फैल रही थी.
पूनम की चूत मे आग अब इस्कदर बढ़ गयी थी. कि अब उससे रुका नही जा रहा था. और वो अपनी बाहों को रवि की पीठ पर कसे हुए. अपनी कमर को धीरे-2 ऊपेर करके, रवि के लंड के सुपाडे पर अपनी चूत के छेद को दबाने लगी.
रवि जानता था, कि पूनम की चूत एक दम कोरी है. अगर उसने बिना किसी चेतावनी के अपने लंड को उसकी चूत मे घुसाया तो, बात बिगड़ने का ख़तरा है.
रवि: (पूनम के होंठो से अपने होंठो को हटाते हुए) पूनम तुम्हे पता है. जब कोई लड़की पहली बार चुदवाती है, तो उसे बहुत दर्द होता है.
पूनम: (काँपती हुई आवाज़ मे) हां मैने ओह स्कूल मे सहेलियों से सुना हैं. पर तुम मुझे इतना प्यार करते हो. मे तुम्हारे लिए इतना तो सह ही सकती हूँ. तुम्हरे लिए मेरी जान भी हाजिर है.
रवि ने पूनम के होंठो पर अपने होंठो को रख कर फिर से चूसना चालू कर दिया. और अपना एक हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड को पकड़ कर लंड के सुपाडे को अच्छे से पूनम की चूत के छेद पर लगा दिया. और अपनी कमर को पूरी ताक़त से आगे की तरफ हिलाया.
रवि के लंड का सुपाडा पूनम की गीली हो चुकी चूत की सील को तोड़ता हुआ अंदर घुस गया. उसके लंड का मोटा सुपाडा, पूनम की चूत के टाइट छेद मे फँस सा गया. और चूत की फांकों ने सुपाडे के चारो तरफ फँदा सा कस लिया.
पूनम नीचे पड़ी हुई दर्द के मारें छटपटा उठी. उसने अपने हाथों के नाख़ून को रवि की पीठ पर गढ़ा दिया. और उसके मुँह से चीख निकल कर रवि के मुँह मे घुट कर रह गयी. पूनम ने अपने फेस को दूसरे तरफ करते हुए, अपने होंठो को रवि के होंठो से अलग कर लिया. और तेज़ी से साँसें लेते हुए कराहने लगी.
रवि: क्या हुआ बहुत दर्द हो रहा है.
पूनम: (दर्द से तिलमिलाते हुए) हां रवि बहुत दर्द हो रहा है. बस थोड़ी देर के लिए रुक जाओ ओह बहुत दर्द हो रहै है रवि. आह्ह्ह्ह हाआआं धीरीई -2 अंदर डालो.
रवि ने अपने लंड को फिर से पूनम की चूत मे घुसाने के लिए पोज़िशन ले ली. उसके लंड का सुपाडा, पूनम की चूत मे फँसा हुआ था. पूनम ने अभी अपनी चूत पर रवि के लंड के अगले वार को सहने के लिए तैयारी कर ली.
पूनम ने अपनी आवाज़ को दबाने के लिए. अपने होंठो को दाँतों मे भींच लिया. और रवि की पीठ पर अपनी बाहों को कस लिया.
रवि: पूनम अपनी टाँगों को जितना हो सके फैला लो. इससे तुम्हे दर्द कम होगा.
पूनम ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोडे हुए, दोनो तरफ पूरी तरफ फैला दिया. और रवि को अपने लंड को पूनम की चूत मे गहराइयों तक उतारने का मोका मिल गया. रवि ने अपनी साँस रोक कर अपनी पूरी ताक़त अगले झटके मे लगा दी. रवि का लंड पूनम की चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ, अंदर और अंदर घुसता चला गया.
इससे पहले कि पूनम दर्द से चीख भी पाती. रवि ने दो बार और अपनी कमर को जबरदस्त तरीके से आगे की तरफ हिलाया. और लंड का सुपाडा पूनम की बच्चेदानी से जा टकराया. पूनम की आँखों मे से आँसू बहने लगे. वो किसी तरहा अपने आप को चीखने रोक ली थी. पर दर्द के मारे उसकी जान निकली जा रही थी.
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