RE: Hindi Porn Kahani सियासत और साजिश
पूनम ने अपने धड़कते हुए दिल के साथ, रवि की तरफ फेस को घुमाया, और अपनी वासना और मस्ती से भरी आँखों को खोल कर, रवि की तरफ देखा. रवि उसकी ओर देख कर मुस्कुरा रहा है. और फिर उसकी नज़र अपने हाथ पर गयी. जिससे उसने रवि के लंड को पकड़ रखा था. और फिर से शरमाते हुए, अपनी आँखे बंद कर ली.
रवि ने पूनम की ओर देखते हुए, दोनो ओर से उसकी छोटी सी पैंटी को पकड़ कर नीचे की तरफ सरकाने लगा. पूनम ने रवि के लंड को अपने हाथों से छोड़ दिया.
अब पूनम इतनी मस्त हो चुकी थी. कि रवि को रोकने की बजाय उसने अपने चुतड़ों को हल्का सा ऊपेर उठा लिया. और रवि ने उसकी पैंटी को चुतड़ों से नीचे करते हुए, उसके पैरो से निकाल कर एक साइड मे रख दिया. पूनम अपने फेस को दीवार की तरफ करके लेटी हुई थी.
रवि ने पूनम की टाँगों को उठा कर मोड़ दिया. उसकी कुँवारी चूत रवि की आँखों के सामने थी. जिसे देख रवि का लंड हवा मे झटके खाने लगा. रवि आज पहली बार किसी लड़की की कुँवारी चूत को देख रहा था. पूनम की चूत रज़िया की चूत से एक दम अलग थी. जहाँ रज़िया की चूत के फांके कई लंड अंदर लेने के बाद काली पड़ चुकी थी. वहीं पूनम की चूत की फाँकें एक दम गोरी और चिकनी थी.
रज़िया की चूत की फाँकें लटकी हुई और ढीली थी, और पूनम की चूत के फाँकें एक दम कसी हुई, और आपस मे सटी हुई थी, रवि ने पूनम की जाँघो को दोनो ओर फैला रखा था. जिसके कारण उसकी चूत की फाँकें थोड़ा सा खुली हुई थी. जो आपस मे सतने की कॉसिश कर रही थी.
उसकी चूत का गुलाबी छेद देख कर रवि पागल हुआ जा रहा था. जो उसके काम रस से भीगा हुआ था. रवि की आँखों मे पूनम की कुँवारी चूत देख कर चमक आ गयी थी. और वो एक दम से पूनम की चूत के ऊपेर झुक गया. और अपने हाथों की उंगलियों से चूत की फांकों को खोल दिया.
पूनम की चूत का गुलाबी टाइट छेद, रवि को किसी स्वर्ग के दरवाजे की तरहा दिखाई दे रहा था. पूनम ये सोच कर शरम से मरी जा रही थी, कि रवि उसकी चूत के छेद को अपनी उंगलियों से फैला कर देख रहा है. उसका दिल ये सोच कर धड़क रहा था, कि रवि अपने मोटे लंड को उसकी चूत के छेद पर लगाने वाला है.
पर रवि के मन मे कुछ और ही चल रहा था. उसने अपनी जीभ को बाहर निकाल लिया. पूनम अपनी आँखें बंद किए, अपने हाथों से चादर को कस्के पकड़े हुए थी. इसीलिए उसे आने वाले पलों का बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था. रवि ने अचानक से अपनी जीभ को पूनम की चूत के छेद को नीचे से ऊपेर तक रगड़ दिया.
अपनी चूत पर रवि की गरम जीभ को महसूस करके, पूनम सीसियाते हुए, लगभग चिल्ला सी पड़ी. उसका बदन ऐसे अकड़ गया. जैसे उसे दौड़ा पड़ गया हो. उसकी आँखे ऊपेर की ओर चढ़ गयी. मुँह एक दम से पूरा खुल गया. और उसकी साँस उसके हलक मे अटक गयी. जैसे ही रवि ने अपनी जीभ उसकी चूत से हटाई. उसकी साँस मे साँस आई. पर अगले ही पल रवि ने फिर से अपनी जीभ को उसकी चूत के छेद पर वैसे ही रगड़ दिया.
पूनम: उनहगगगगगग अहह उन्घ्ह्ह्ह्ह अहह रवीीईई ईईए ओह ईीई ह ईईई क्याअ ओह ओह कार्रर्ररर रहै हूऊ. ओह मेरीईए जान निकल जाएगीईए माँ रीईई
पर रवि तो जैसे उसकी बात को सुन ही नही रहा था, वो तो एक हाथ से पूनम की चूत के फांकों को फैला कर चूस रहा था. और दूसरे हाथ से उसकी टाँगों को ऊपेर उठाए हुए था. पूनम नीचे लेटी जलबीन मछली की तरह तड़पते हुए सिसकारियाँ भर रही थी.
उसकी चूत की दीवारों पर सरसराहट बढ़ गयी थी. और उसने अपने हाथों से चादर को छोड़ कर रवि के सर को अपने हाथों से पकड़ लिया. और तेज़ी से रवि के बालों को सहलाते हुए, सिसकारियाँ भरने लगी.
पूनम: अहह ओह्ह्ह रवि बसस्स्सस्स बसस्स करो ना ओह मुझे बहुत्त्त्त गुदगुदी हूओ रहै हिईए ओह्ह ओह ओह
रवि: (पूनम की चूत से मुँह को हटाते हुए) क्यों मज़ा नही आ रहा.
पूनम: (मदहोशी से भरी आवाज़ मे) बहुत माजा आ रहा है. रवि मुझ बहुत अच्छा लग रहा है. ऊन्घ्ह्ह्ह उंघह
और रवि ने इस बार पूनम की चूत की फांकों को पूरा मुँह मे भर कर चूस लिया. पूनम का बदन फिर से झटके खाने लगा. रवि ने फिर से अपने मुँह को पूनम की चूत से हटाया. और पूनम की ओर देखते हुए बोला.
रवि: तो फिर अब और चुसू कि नही.
इससे पहले कि पूनम कुछ बोल पाती. रवि ने उसकी चूत की फांकों को अच्छे से फैला कर, उसकी चूत के क्लिट को अपने मुँह मे भर लिया. जो तन कर और उभर कर बड़ा हो गया था. जैसे ही रवि ने चूत के क्लिट को मुँह मे भरा. पूनम अपनी गान्ड को तेज़ी से ऊपेर की ओर उछाल कर सिसकरायाँ भरने लगी. वो इतनी उत्तेजित हो गये कि, अपनी गान्ड को बिस्तर से 2-2 फुट तक ऊपेर की और उछालने लगी.
पूनम: ओह ओह रवि ओह हाआआं चूसो औरर्र जोर्र्र्र्र्ररर से ओह मार डााला ओह उफफफफफफ्फ़ क्या कार्ररर रहै हूऊ हाआअँ आईसीए हिी .
पूनम अब पूरी तरहा मस्त हो चुकी थी. वो ये भी भूल चुकी थी, नयी काम वाली रोमा साथ के रूम मे सो रही है. रोमा नींद से जाग चुकी थी. और साथ वाले रूम से आ रही मादक और मस्ती से भरी हुई सिसकारियों को सुन कर उसके दिल की धड़कन भी बढ़ गयी थी. वो उठ कर रूम की उस दीवार के पास गयी. जो रवि के रूम के दीवार के साथ थी. रवि का रूम हरिया और रोमा दोनो के रूम के बीच मे था.
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