RE: Mastram Story शमा के परवाने
अंकित भी खाना खा चुका था तो हमेशा की तरह सब अपने रूम मे सोने चला गये. सागर उस वक्त बहुत ही एक्शिटेड था और उसकी एक्शितमेंट ये सोच कर और भी बढ़ जाती कि आज वो अपनी मोम से सुहांग रात मनाने वाला है. सागर नही चाहता था कि वो सुहागरात के बारे मे अंकित को कुछ भी बताए क्यूकी उस वक्त सागर सिर्फ़ मधु और अपने बारे मे सोच रहा था. यू ही सोचते सोचते जब सागर ने टाइम देखा तो 12 बज चुके थे . उसके पास मे सो रहे अंकित को धीरे से आवाज़ लगाई. लेकिन अंकित का कोई रेस्पोन्स नही आया. फिर सागर ने अंकित को थोड़ा सा हिलाया. लेकिन अंकित ने फिर भी कोई रेस्पॉन्स नही दिया. सागर कॉनफर्म हो चुका था कि अंकित सो चुका है .
फिर उसने अपने मोबाइल से मधु को मेसेज किया – अंकित सो चुका है ..
2 मिनट बाद मधु का रिप्लाइ आया – उसका रूम लॉक करके सीधा मेरे रूम मे आ जाओ ..
सागर ने बिल्कुल ऐसा ही किया . और वो मधु के रूम के बाहर खड़ा हो गया. सागर का दिल जोरो से धड़कने लगा . और उसकी एक्सिटमेंट बहुत ही बढ़ चुकी थी. फिर सागर ने दरवाजा खोला और उसने अंदर देखा कि रूम की लाइट बंद है . बेड के चारो तरफ कॅंडल चल रही है जिससे हल्की हल्की रोशनी पूरे कमरे मे हो रही है . एक दम किसी फिल्म की सुहांग रात की सीन जैसे . सागर रूम के अंदर आया और और उसने दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया. जब वो आगे बढ़ा तो देख कर हेरान हो गया . मधु सुहागन के जोड़े मे अपने पूरे बदन को हीर्रे जवाहरातों से भर के घूँघट निकाले बैठी थी.
मधु किसी राज कुमारी से कम नही लग रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे मानो आसमान से सारे चाँद सितारे मधु के गौरे बदन पर आ कर चमकने लगे है. सागर को तो ये सब एक सपने की तरह लगने लगा. मधु बिस्तेर पर चुप चाप बैठी थी. उसकी आँखें नीचे झुकी हुई थी और वो धीरे धीरे मुस्कुरा रही थी.
सागर को ये अनुभव हो रहा था कि उसकी सच मुच मे शांदी की सुहाग रात हो. सागर ने अपने दोनो हाथों से मधु का घूँघट पकड़ा और धीरे से मधु के चेहरे से हटाया. सागर ने देखा कि मधु ने अपनी नज़रे नीचे झुका रखी है और वो बे तहाशा खूबसूरत लग रही है. जिसे देख कर सागर बोला –
“सुहानी रातों की वो मदमस्त मुलाक़ातें,,,
भूल सकता है भला कौन वो हमारी प्यारी बातें,,
अरमांं पूरे हुए मेरी... कोई शिकायत नही तुमसे,,
तुमने सजाई है मेरी बेशुमार हसीन रातें”..,,,,,
ये सुनकर मधु अपने चेहरे पर मुस्कुराहट लाई और एक पल सागर को देख कर फिर से अपनी नज़रे नीचे झुका ली. फिर सागर ने मधु का चेहरा अपने हाथों मे लिया धीरे धीरे चूमने लगा. सब से पहले सागर ने उसके गालों को किस किया फिर आँखों को चूमा. फिर सागर मधु के रसीले होंठो को पूरे जोश के साथ चूसने लगा और मधु भी खुल कर सागर का साथ देते हुए उसके होंठो को चूसने लगी. वो लोग एक दूसरे को चूमते हुए बिस्तेर पर लेट गये सागर मधु के उपर था. सागर उपर हो कर मधु के होठों को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और इतना ज़ोर लगाया कि मधु के होंठ उसके दाँत से लगने लगे. उनकी जीभ एक दूसरे से टकरा रही थी और वो लोग एक दूसरे की जीभ चूस्ते हुए एक दूसरे को प्यार कर रहे थे. वो लोग अपनी अपनी जीभ एक दूसरे के मुँह के अंदर डाल कर गुमा रहे थे. फिरे धीरे धीरे सागर ने मधु के बदन पर से गहने उतारने शुरू कर दिए. उन्होने एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे. सागर ने मधु के ब्लाउस को जैसे ही खोला तो मधु के बड़े बड़े बूब्स कूद कर बाहर आ गये. मधु ने ब्रा नही डाल रखी थी.
|