RE: Mastram Story शमा के परवाने
मधु अपनी गान्ड पर स्पर्श पाकर कर बेचैन हो गई और सागर फिर से मधु की गान्ड पर हाथ फेरने लगा. इतने मे एक टिंग की आवाज़ सुनाई दी और दोनो ने देखा कि वो ईस्ट फ्लोर पर पहुँच चुके है . फिर वो माल से बाहर आए और बस का वेट करने लगे थोड़ी देर बाद वो दोनो बस पर चढ़ ये देख कर वो दोनो उदास हो गये कि बस मे सीट्स खाली पड़ी थी और वो दोनो सीट पर बैठ गये . और घर की तरफ निकल दिए . रास्ते मे मधु सागर की तरफ देख स्माइल पास करती और दोनो बाते करते करते घर पहुच गये.
घर के अंदर जाते है सागर ने मधु के चेहरे को पकड़ा और अपने होंठो को मधु के रसीले होंठो पर रख कर बे-तहाशा चूसने लगा . मधु के हाथ से बॅग्स छूट कर गिर गये और वो सागर से लिपट गई और पूरे जो के साथ उसके सिर को सहलाते हुए किस करने लगी . तभी अचानक बाहर दरवाजे पर दस्तक हुई … नॉक नॉक…..!!!!!!!
और मधु और सागर झटके से एक दूसरे से दूर हुए और दरवाजे की तरफ देखने लगे ..
दरवाजे पर दुबारा दस्तक हुई ऑर आवाज़ आई – मोममम….दरवाजा खोलो …!!!!!!!!
आवाज़ सुन कर मधु झट से पहचान गई कि ये और कोई नही अंकित है ..और दूसरी तरफ सागर अंकित को कोसते हुए बोला –इसे भी अभी ही कबाब मे हड्डी बनना था…..
ये सुनकर मधु मुस्कुरा उठी और ये देख कर सागर ने अपना हाथ मधु की चुचि पर फेरते हुए उसके होंठो पर किस किया . और मधु ने शरारत से धक्का देते हुए सागर को अलग किया और कहा – बदमांश कहीं का….!!!!!! और जाकर दरवाजा खोल दिया. सागर अपने रूम के बाथरूम मे चला गया था क्यूकी आज जो भी उसके साथ हुआ उसे सोच कर उसका लंड बैठने का नाम नही ले रहा था और उसे अपने लंड को अपने हाथों से शांत करना ही पड़ा…
जब मधु ने दरवाजा खोला तो अंकित ने मधु से सवाल किया – मोम….कहाँ थे आप ..मे कब से खड़ा हू दरवाजे पर ….
मधु – बेटा वो मे सो रही थी ..
अंकित अंदर आया और शॉपिंग बॅग देख कर मधु से बोला – मोम आप शॉपिंग के लिए गये थे …
मधु – हम बेटा मार्केट से आने के बाद तक गई थी इसलिए सो गई ..और तू है कि अपनी मोम पर गुस्सा हो गया
अंकित – ओह्ह्ह्ह सौररी मोम…मुझे पता नही था ..आइ एम सो सौरी
मधु ने मुस्कुराते हुए अंकित को हग कर लिया और बोली – कोई बात नही बेटा …..
अंकित को अपनी छाती पर मधु की बड़ी बड़ी चुचियो का एहसास आनंदमयी हो रहा था. जिससे अंकित के लंड ने करवट लेनी शुरू कर दी …
फिर मधु ने अंकित को अपने से अलग किया और बोली – चलो मे अपने बच्चे के लिए कुछ खाने के लिए बना देती हू..तुझे भूक लगी होगी ..
अंकित – हाँ मोम भूक तो बहुत तेज लगी है …आप खाना बनाओ मे कपड़े बदल कर आता हू .
और अंकित अपने रूम मे चला गया. सागर बाथरूम से बाहर आ रहा था . अंकित ने सागर से पूछा – क्या कुछ हुआ भाई ..???
सागर – मोम मान चुकी हैं
फिर वो दोनो नीचे खाना खाने के लिए अंकित डिन्निंग टेबल पर बैठ गया और उसके साथ सागर बैठ गया और सागर के सामने मधु बैठ कर खाना खाने लगी. जब भी सागर और मधु की नज़र आपस मे मिलती तो वो दोनो शर्मा कर एक सेक्सी स्माइल दे देते. तभी सागर को एक शरारत याद आई और वो नीचे से अपने पैर को मधु के पैर के उपर सहलाने लगा. मधु ने सागर की तरफ देखा और शरारत भरे गुस्से से देख कर स्माइल दी.
फिर सागर ने अपने पैर से मधु की सलवार उपर घुटनो तक कर दी और उसकी टाँगो को अपनी पैर की हथेली से सहलाने लगा . मधु को मज़ा आने लगा लेकिन वो और से नाटक करने लगी और अंकित की तरफ अपनी आँखों से इशारा किया . लेकिन अंकित खाने मे बिज़ी था उपर से देखने मे सागर ऐसा रिक्ट कर रहा था जैसे कुछ नही हो रहा लेकिन नीचे से उसका पैर पूरी मस्ती कर रहा था मधु की सेक्सी टाँगो के साथ. फिर सागर और आगे बढ़ गया वो अपना पैर मधु की जाँघो तक ले गया और उसे सहलाने लगा. मधु पर थोड़ी थोड़ी गर्मी छाने लगी और उसे मज़ा आने लगा. उसने सागर की तरफ देखा और अपने हाथ से थप्पड़ बनाते हुए दिखाने लगी और मुस्कुराने लगी. सागर ने भी उसे आँख मारी और फाइनलि उसने अपने पैर का अंगूठा मधु की चूत पर रख कर उसे रगड़ने लगा. मधु की तो एक दम से साँस अटक गई और उसके हाथ से चम्मच छूट कर प्लेट मे गिर गया.
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