RE: Mastram Story शमा के परवाने
मधु - ओके सागर ने अंकित को उपर जाने का इशारा किया और अंकित चला गया फिर सागर मधु के पास गया. मधु सोफे पर बैठी थी.
सागर बोला - मोम क्या मैं आपसे एक बात पुछु अगर आप बुरा ना मानो तो ...
मधु - पूछो बेटा....
सागर - मोम आप नाराज़ तो नही होना ... मुझसे
मधु - बेटा मैं क्यू नाराज़ होउंगी तुझसे ..
सागर - मोम आइ नो कि आप हो.. बट आप शो नही कर रहे ..
मधु - बेटा पर बात तो बताओ... जिससे तुम्हे लग रहा है कि मैं नाराज़ हू..
सागर - मोम उस वक्त मसाज करते हुए मैं साइड पोज़ मे हो गया था जिससे मेरा वो आपके वहाँ लग गया.. ये सुनकर मधु की साँसे अटक गई.. और वो सोचने लगी कि अब वो क्या बोले कुछ देर बाद मधु घबराते हुए बोली - सागर तुम्हे शरम नही आ रही अपनी मोम के साथ इस तरह की बात करते हुए
सागर - मोम मैं तो जस्ट अपने दिल की बात कह रहा था . क्यूकी मुझे लग रहा था कि आप नाराज़ हो .... मोम एक आप ही तो हो जिससे मैं अपनी सारी बाते शेअर् कर लेता हू ... मोम यू आर लाइक माइ बेस्ट फ्रेंड ...
ये सुन कर मधु थोड़ी रिलॅक्स हुई और बोली - बेटा भला एक माँ भी कभी अपने बेटे से नाराज़ हुई है... मैं तुझसे नाराज़ नही हू बेटा..
सागर - मोम आप बहुत अच्छे हो ... और मेरे सबसे बेस्ट फ्रेंड हो..
मधु खुश होते हुए - तू भी मेरा प्यारा बेटा है सागर.... और मधु ने सागर को उसके माथे पर किस किया और अपने सीने से लगा लिया. सागर की तो जैसे मोज लग गई हो वो मधु के मस्त चुचो को महसूस करने लगा और मस्त होने लगा ..... इतने मे सागर के फ़ोन की बेल बजी... सागर मधु से अलग हुआ और उसने फ़ोन मे देखा कि रसीली का कॉल आया है... ये देख कर सागर वहाँ से अपने रूम मे गया और फ़ोन उठाया
सागर - हेलो...
रसीली- हेलो मे रसीली तेरा बाप यहाँ पहुच चुका है ... और मुझे चोदने के लिए बेकरार है ..
सागर - ओके गुड तो आज उसे जन्नत की सैर कर्वाओ और उसे कही बाहर घूमने के लिए मनाओ ...
र्सीलि - फिकर मत करो..मेरे जिस्म के जाल से आजतक कोई नही बच पाया... लोग ऐसे ही मुझे रसीली नही कहते ......
सागर ने फ़ोन काट दिया और रसीली और अंकित आगे की प्लानिंग करने लगे ...
दूसरी तरफ.... राजीव रसीली के कमरे मे आता है.. रसीली उसे देख कर एक सेक्स से भरी हुई स्माइल देती है और कहती है - कितने दिनो बाद दीदार हुए है आपके.... कसम से ..रसीली तड़प रही थी तुम्हारे प्यार के लिए ...
राजीव - तड़प तो मैं रहा हू मेरी जान ... पागल कर दिया है तुम्हारी मदमस्त जवानी ने ...
रसीली - सुलग रहा है ये जिस्म तुम्हारा आज मेरी जान... अपने प्यार से भुजाओ मेरे तनमन मे लगी इस आग को .... ये सुनते ही राजीव ने रसीली के कपड़े उतार दिए. अब रसीली एक दम नंगी हो गयी. उसकी चूत एक दम सॉफ थी. फिर रसीली लेट गयी तो राजीव ने उसकी चूत पर अपनी जीभ फिरानी शुरू कर दी.
रसीली बोली- आज ऐसे नहीं राजीव.रजाअ.....
राजीव ने कहा- फिर कैसे मेरी रस्भरी...
रसीली बोली- रसीली को भी तो तेरा चूसना है. तू मेरे उपर उल्टा लेट जा और अपना लंड मेरे मूह के पास कर दे फिर चाट मेरी चूत को. राजीव रसीली के उपर 69 की पोज़िशन में लेट गया. राजीव ने उसकी चूत पर जीभ फिराना शुरू किया तो उसने राजीव के लंड का सूपड़ा अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी. राजीव को खूब मज़ा आने लगा. रसीली भी जोश के मारे सिसकारियाँ भरने लगी. राजीव ने उसकी क्लिट को अपने होठों से दबाना शुरू कर दिया तो उसने ज़ोर की सिसकारी ली.
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