RE: Mastram Story शमा के परवाने
ये सुनते ही अंकित ने फ्रेंच किस करनी शुरू कर दी. अंकित ने एक हाथ उस की ब्लाउस में डाला और चुचो को सहलाने लगा. रसीली आहे भर रही थी. अंकित ने अपनी कमीज़ उतारी. फिर रसीली का ब्लाउस भी उतार दिया. अब उस का ब्रा ख़ूला. उस के सुडोल चुचे अंकित के सामने झूम झूम के कह रहे थे - हमे चूसो.!!!
अंकित ने उन्हे मूह मे लिया और इस अंदाज़ से चूसा कि रसीली की सिसकारी निकल गई. अंकित अब गर्म होने लगा और बोला - रसीली आज तुम्हे बोहोत चोदू गा...तुम्हे नंगा करूँ गा और तुम्हे कुतिया बना दूं गा",
रसीली - करो… ना मेरे रज्जाअ बना दो मुझे अपनी रंडी….चुदासी हूँ मे तुम्हारी…आहह मेरी चुदास को बुझाओ……
अंकित ने उसके पेटीकोट को उतरा और बोला - रसीली मेरी रंडी …बेड पर टाँगें फेला के बैठ जा.....
रसीली ने ऐसा ही क्या और बोली – ले मेरे रज्जा….!!!
रसीली की नायाब चूत अंकित के सामने थी, जिसका वो दिन भर ख्वाब देखा करता था . अंकित ने उस की लाल चूत मे उंगली डाली और वो ऊऊीइ आआहह करके सिसकारियाँ भरने लगी. अंकित का लंड उस की चूत को सलामी दे रहा था.
अंकित ने कहा - रसीली, आज मे तुझे अपनी कुतिया बना कर डोगी स्टाइल मे तेरी गांद को चोदुन्गा..." यह कह कर अंकित ने उस की टाँगें ऑर खोली और अपनी ज़ुबान उस की लाल चूत मे डाल दी, और ज़ोर से हिलने लगा...वो सिसकारियाँ भरने लगी - "अया आहह हहाअ राजा चाआतो अहहह ओह्ह्ह्ह चोदो प्लज़्ज़्ज़ अया प्ल्ज़्ज़ चोदो ना".
अंकित खड़ा हुआ और अपना लंड उस के मुँह मे डाल दया, वो चूसने लगी.
अंकित ने कहा – साली छिनाल आज मे तेरे मुँह मे चोदू गा... और वो ज़ोर से चूसने लगी, एक मिनट के बाद अंकित ने अपना सारा पानी उस के मुँह पे निकाल दिया, वो चाटने लगी. अब अंकित ने उस की चूत को फिर चाटना शुरू किया , वो तडप रही थी, अंकित 5 मिनट तक चाटता रहा उस की चूत. फिर अंकित का लंड रेडी हो गया. अंकित ने उसे कहा के कुटिया की तरह खड़ी हो जाओ. वो बेताब थी फ़ौरन रेडी हो गई. उस की लाल चूत दिख रही थी अंकित ने लंड का टोपा चूत के उपर रखा और ज़ोर से दबा दिया. उस ने लंबी आआअहह भरी और लंड उस की चूत मे था. अंकित ने खूब चुदाई शुरू कर दी , रसीली हिल हिल के साथ दे रही थी.
अंकित उसे गलियाँ दे रहा था "रंडी की औलाद,चल ले मेरा लंड, तू रंडी है मेरी.... तू कुतिया है, कुंजरी है... खूब चुद भेन्चोद....ले लंड ले" और वो अंकित का साथ दे रही थी और बोल रही थी - चोद अपनी रंडी को भेन्चोद, दल्ले , चोद, मे रंडी हूँ तेरी, गश्ती बना दे मुझे, तेरा लंड पसंद है मुझे, इस से चोद गन्दू, मेरी जान चोद अपनी रंडी रसीली को" बोहोत मज़ा आ रहा था.. अंकित ने भी स्पीड बढ़ाई और वो एक दम से एक्शिटेड हो कर शांत हो गया था रसीली समझ गई थी कि इसका काम हो गया है . फिर वो दोनो एक साथ लेटे रहे और फिर अंकित वहाँ से चला गया……
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