RE: Antarvasna kahani हवस की प्यासी दो कलियाँ
भाभी ने घर का गेट खोला और राज ने बाइक अंदर करके खड़ी कर दी….”राज जल्दी चेंज करके फ्रेश हो जाओ….मैं खाना लगा रही हूँ….” भाभी ने बाइक के हॅंडेल से खाने का पॅक उतारा और अंदर चली गयी…राज भी अपने रूम मे चला गया… भाभी ने पहले चेंज किए बिना ही खाना एक प्लेट मे डाला और भैया को उनके रूम मई देने चली गयी…..और भैया को खाना देकर अपने रूम मे गयी. और कपड़े चेंज करके स्लीव्लेस्स शॉर्ट नाइटी पहन ली…
और फिर खाना लेकर किचिन के सामने बरामदे मे लगे हुए छोटे से डाइनिंग टेबल पर बैठ गयी…राज भी चेंज कर फ्रेश हुआ, और पीछे की तरफ आया तो जैसे ही उसने भाभी को देखा तो एक दम से दंग रह गया…भाभी चेयर पर बैठी हुई थी. उनकी एक दम गोरी और चिकनी जांघे उनकी शॉर्ट नाइटी की वजह से सॉफ नज़र आ रही थी… और उनके गोरी बाहें भी….राज फटी आँखो से भाभी को एक टक देखते हुए उनके पास आ गया…क्योंकि भाभी ने राज के सामने कभी शॉर्ट नाइटी नही पहनी थी. इसलिए राज भाभी के इस रूप को देख कर एक दम दंग रह गया था….
भाभी: (राज को जब अपनी तरफ ऐसे घुरते हुए देखा तो उनके होंटो पर तीखी मुस्कान फेल गयी….) अब मुझे ही देखते रहोगे….कि खाना भी खाओगे…
भाभी ने दूसरी तरफ फेस करके मंद-2 मुस्कुराते हुए कहा….राज भाभी के बिकुल पास वाली चेयर पर बैठ गया…..”चलो पहले खाना खा लो...मुझे तो तुम रोज ही देखते हो…” भाभी ने राज की ओर देखते हुए कहा…”ओह्ह हां…” राज ने खाना खाना शुरू कर दिया….”वैसे मॅम आप इस नाइटी मे एक दम हॉट लग रही हो…” राज ने खाना खाते हुए कहा….
भाभी: मेरे साथ फ्लर्ट कर रहे हो….(भाभी ने मुस्कुराते हुए कहा….)
राज: लो जी मैं तो आपकी सच्ची तारीफ कर रहा था….और आप इसे फ्लर्ट समझ रही हो तो इसमे मेरा कोई दोष नही….
भाभी: जानती हूँ जानती हूँ….आज से पहले तो कभी मेरी झूठी तारीफ भी नही की थी तुमने….
राज: ओह्ह कम ऑन मॅम पहले मैं आपको जानता ही कितना था…
भाभी: अच्छा और अब कितना जानने लगे हो मेरे बारे मे….
राज: कुछ ख़ास तो नही…पर अगर आप चाहें तो आप को जल्द ही अच्छे से जान जाउन्गा….(राज ने भाभी की तरफ देख कर मुस्कुराते हुए कहा)
भाभी: अच्छा अगर मैं चाहूं तो ह्म्म…और अगर मैं ना चाहूं तो….?
राज: तो फिर इस ग़रीब की किस्मत मे जो हो….
भाभी (हंसते हुए) हहा हाँ बड़े तेज हो तुम राज….बातें बानाना तो कोई तुमसे से सीखे…सच मे बहुत चालाक हो तुम….
राज: मॅम मुझे बातें ही तो बनाना नही आता…जो दिल मे होता है वही बोल देता हूँ.
फिर भाभी और राज ने खाना खाया…और राज अपने रूम मे चला गया…भाभी ने बर्तन सॉफ किए…और अपने रूम मे आकर टीवी लगा कर देखने लगी…तभी उसे अपने रूम की तरफ बढ़ते हुए कदमो की आहट सुनाई दी….जब भाभी ने डोर की तरफ देखा तो राज रूम की तरफ आ रहा था….भाभी बेड पर लेटी हुई थी…उसी शॉर्ट नाइटी मे राज को आता देख भाभी उठ कर बैठ गयी…
भाभी: कुछ चाहिए था क्या राज…..?
राज: नही वो अकेला बैठा बैठा बोर हो रहा था…सोचा कि थोड़ी देर टीवी देख लेता हूँ. और आपसे बात भी कर लूँगा…
भाभी: अच्छा टीवी देखने ही आए होगे….मुझसे बात करने का तो बहाना है…आओ बैठो.
फिर भाभी और राजने कुछ देर वहाँ बैठ कर वही बाते की और जब भाभी को लगा कि मेरे घर आने का टाइम हो रहा है तो, भाभी ने राज के ये कह कर उसके रूम मे भेज दिया की उन्हे नींद आ रही है…राज के जाने के बाद भाभी ने अपनी शॉर्ट नाइटी उतार कर आम मॅक्सी पहन ली…
आग तो दोनो तरफ बढ़की हुई थी….पर पहल कोई नही करना चाहता था…पर जिस्मानी आग धीरे-2 सुलगते हुए उन दोनो को करीब ला रही थी….उस रात को मुझे आरके का फोन आया कि, मैं 1 दिन की लीव लेकर उनके पास आ जाउ…क्योंकि अगला दिन फ्राइडे का था. और फिर उससे अगले दो दिन आरके को छुट्टी थी…आरके ने कहा था कि, वहाँ से सुबह 6 बजे बस मिल जाती है….और मैं मंडे को सुबे 8 बजे तक स्कूल मे पहुँच जाउन्गी…मेने प्लान बनाया कि मैं फ्राइडे को स्कूल जाके कुछ पीरियड आटेंड करूँगी…और आरके फ्राइडे रात को आने वाले है तो सॅटर्डे को उनके साथ चली जाउन्गी….
इससे मुझे सिर्फ़ एक दिन की लीव लेनी पड़ेगी…अगले दिन भी सेम रूटीन के मुताबिक मैं और भाभी बस से स्कूल पहुँचे और वही सब बच्चों को पढ़ाना और स्कूल के कुछ और काम करना…अगले दिन ऑफ के बाद भाभी ने खाना पॅक करवा लिया… और जब वो स्कूल से बाहर निकली तो राज उन्हे वही खड़ा मिल गया…
दोनो एक दूसरे के तरफ देख कर मुस्कुराए….और भाभी इस बार सीधा जाकर राज की बाइक के पीछे बैठ गयी….राज ने बाइक ड्राइव करना शुरू कर दिया…जैसे ही बाइक स्कूल से थोड़ा आगे हुई, भाभी खिसक कर राज के साथ सट गयी…आज तो भाभी खुद ही अपनी चुचियों को राज की पीठ पर दबा रही थी….राज के बाबूराव का बुरा हाल था. दोनो घर पहुँचे और भाभी ने सब को खाना दिया…आज भाभी ने वही लोंग लेंग्थ मॅक्सी पहनी हुई थी….भाभी जब बर्तन उठाने के लिए भैया के रूम मे गये तो, उनकी नज़र डीवीडी प्लेयर पर पड़ी हुई एक डीवीडी पर पड़ी…..
उसके ऊपेर कोई रेपर नही था….पर उस पर छोटा सा टाइटल लिखा हुआ था… “सेक्स वित माइ आंट….” भाभी ने कभी पहले कोई ऐसी वीडियो नही देखी थी….भैया खाना खा कर सो चुके थे…इसलिए भाभी ने बिना आवाज़ किए हुए वो डीवीडी उठा ली और फिर बर्तन उठा कर बाहर आई और सारे बर्तन किचिन मे रख लिए…और फिर उस डीवीडी को लेकर अपने रूम मे आई अंदर से डोर लॉक करके उस डीवीडी प्लेयर को ऑन करके उस डिस्क को लगा लिया…
जैसे ही वो वीडियो स्टार्ट हुई भाभी की साँसे एक दम से फूल गयी….जबर्दश्त सेक्स सेसेन देख कर भाभी एक दम गरम हो गयी थी…उसकी पेंटी उसकी चुनमुनियाँ से निकले कामरस से एक दम भीग चुकी थी….भाभी ने जल्दी से डीवीडी बाहर निकाली और भैया के रूम मे जाकर रख दी…जैसे ही भाभी बाहर आने को हुई तो भैया एक दम से उठ गये. और भाभी को कहा कि उन्हे उनको व्हील चेयर पर बैठा दें….भाभी ने उनको व्हील चेयर पर बैठा दिया….
भाभी फिर से अपने रूम मे आ गयी….भाभी की चुनमुनियाँ मे आग इस कदर बढ़की हुई थी…उनका बस नही चल रहा था…नही तो वो अभी राज से चुदवा लेती…. भाभी जो अपने आप पर इतने सालो से काबू किए हुए थी….आज पूरी तरह बहक चुकी थी…लेकिन भैया की माजूदगी मे वो चाह कर भी कुछ नही कर सकती थी…भैया अपनी व्हील चेयर से बाहर आ कर बरामदे मे बैठ गये थे…हालाँकि भैया सीढ़ियाँ नही चढ़ सकते थे…पर मेरा रूम लॉक होता था…और उसकी दोनो कीस मेरे पास ही होती थी…
खैर उस दिन भाभी बहुत चुदासी हो गयी थी…वो जब भी राज के सामने से गुजरती तो दोनो के बीच मे आँखो ही आँखो मे बात होती…अगले दिन फ्राइडे रात को आरके घर आ गये थे….मेने भाभी को अभी तक नही बताया था कि, मैं कल आरके के साथ दो दिन के लिए घूमने जा रही हूँ….उस रात जब मेने भाभी को बताया कि आरके के साथ जा रही हूँ और उनको अपने रूम के कीस दी तो उनके चेहरा एक दम से खिल उठा था…आँखो मई तेज चमक आ गयी थी….
शायद भाभी उसी पल से अपने प्लान के बारे मे सोचने लग गयी थी…हम सब नीचे भैया के रूम मे बैठी बातें कर रहे थे और राज अपने रूम मे था. तब भाभी ने बातों बातों मे मुझसे कहा….
भाभी: डॉली सिर्फ़ दो दिन के लिए ही जा रही हो आरके के साथ….?
मैं: जी भाभी…
भाभी: अब जा रही हो तो कम से कम 4-5 दिन तो वहाँ रुकती….
मैं: भाभी मंडे से ये बॅंक चले जाएँगे तो मैं फिर सारा दिन वहाँ क्या करूँगी. और वैसे भी आप को तो पता है…स्कूल के वाइस प्रिन्सिपल होने के नाते बहुत सी ज़िम्मेदारियाँ है…
भाभी : हां वो तो है….
उसके बाद मे और आरके अपने रूम मे ऊपेर आ गये….उस दिन भी मैने आरके के साथ किया….पर अब आरके मुझे बहुत कम ही संतुष्ट कर पाते थे…मुझे तो याद भी नही कि कब आरके के साथ सेक्स करते हुए मैं आख़िरी बार झड़ी थी….अगली सुबह मैं और आरके तैयार होकर जल्दी ही घर से निकल गये….दूसरी तरफ आज भाभी और राज एक साथ स्कूल जा रहे थे…राज की बाइक पर….और आज भाभी किसी और ही मूड मे थी….भाभी सुबह ही सारी प्लॅनिंग करके घर से निकली थी….
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