RE: Mastram Kahani काले जादू की दुनिया
मोहिनी दोनो भाइयो के बीच सॅंडविच बनी हुई थी. मोहिनी अपनी चूत चुदवाते हुए अपने हाथो को नीचे ले गयी और करण का मोटा लंड पकड़ कर अपनी गान्ड से सटा दिया.
करण ने भी नीचे से एक तगड़ा झटका मारा और उसका आधा लॉडा मोहिनी की गान्ड मे समा गया. अगले झटके मे करण ने पूरे लौडे को मोहिनी की गान्ड मे जड़ तक उतार दिया. करण और अर्जुन के लौडो की लंबाई बराबर थी यानी 8 इंच पर करण का लॉडा थोड़ा ज़्यादा मोटा था और अर्जुन का थोड़ा पतला.
मोहिनी की चाल कामयाब हो चुकी थी. आख़िर उसने अपने काले जादू से दोनो भाइयो को अपने लक्ष्य से भटका दिया था जो आज रात मिलकर उसकी गान्ड और चूत चोद रहे थे.
चुदाई करते समय मोहिनी ने जादू किया और उससे करण के दिमाग़ को पढ़ने का मौका मिल गया. अब उसे करण की नयी शादी और उसकी पत्नी के बारे मे पता चल चुका था. उसे ये भी पता चल गया था कि करण और निशा एक दूसरे से लड़ कर आए है.
दोनो करण और अर्जुन चुदाई मे इतने व्यस्त थे कि उन्हे कुछ भी होश नही था. मोहिनी ने चुद्ते हुए अपने हाथो को करण की पॅंट की जेब मे डालकर उसका मोबाइल निकाल लिया और निशा का नंबर डाइयल करने लगी.
उधर दूर मुंबई मे बैठी निशा अपने अकेलेपन से लड़ रही थी. करण के ऐसे अचानक बिना कुछ बताए छोड़ कर चले जाने से उसे उसपर शक हो रहा था कि कही उसका किसी लड़की के साथ चक्कर तो नही. तभी उसके मोबाइल पर करण का कॉल आया. इतनी रात को कॉल आने से वो चौंक गयी. उसने फोन उठाया तो पीछे सिसकिया और चुदाई की आवाज़ें चल रही थी. निशा का दिमाग़ एकदम से सन्ना गया.
“आह....करण बाबू चोदिये...और ज़ोर से चोदिये अपने लौडे को मेरी गान्ड मे....” मोहिनी जान बूझ कर चिल्ला कर बोल रही थी ताकि फोन पर निशा सुन सके.
“आअहह...मोहिनी...क्या मस्त माल है तू....तेरी गान्ड कितनी कसी हुई है...” इस सब से बेख़बर काले जादू के असर से करण बडबडाये जा रहा था. यह सब सुनकर मानो निशा पर पहाड़ टूट पड़ा हो.
“क्या मेरी गान्ड आपकी बीवी निशा से भी ज़्यादा टाइट है...” मोहिनी फिर चिल्ला के बोली ताकि निशा यह सब सुन सके.
“हाँ मेरी जान...तेरी गान्ड मे जो बात है वो मेरी बीवी मे भी नही...इनफॅक्ट मुझे उसकी गान्ड बिल्कुल पसंद नही है....मजबूरी मे उसकी चूत चोदता हू..वरना वो भी नही चोदु..” करण यह सब कहना नही चाहता था पर मोहिनी का सम्मोहन उसे ऐसा कहने पर मजबूर कर रहा था.
निशा को लगा कि उसके कान फट जाएँगे अगर उसने आगे एक भी सेकेंड सुना तो. गुस्से और नफ़रत से उसका चेहरा लाल हो गया था.
फिर भी उसके मन मे कही ना कही यह ख़याल ज़रूर था कि उसका पति करण उसके साथ धोका नही कर सकता. इसलिए निशा ने सच पता लगाने का फ़ैसला किया.
उसने करण का लॅपटॉप खोला और उसके क्रेडिट कार्ड के बिल को देखने लगी. उसे वहाँ दिखाई दिया कि करण और अर्जुन ने जयपुर के मान सिंग पॅलेस नाम के होटेल मे क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया है. निशा गुस्से मे तिल मिलाते उठी और तुरंत सुबह वाला मुंबई तो जयपुर फ्लाइट बुक करवा लिया.
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