RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
फिर मैं उठा और अपी की फुद्दि के सोराख पे अपने लंड को रख के एक ही झटके मे पूरा लंड अपी की फुद्दि मे घुसा दिया और अपी सीईई की आवाज़ के साथ ही बोली भाई आज कितने दिन बाद मज़ा आ रहा है
और मैने अपनी स्पीड को तेज़ कर दिया और अपी की सिसकियाँ भी उसी रफ़्तार से बढ़ने लगीं अहह भाई और तेज़ चोदो उन्मह हान्ंनननननणणन् भाई फाड़ दो मेरी फुद्दि को और अपनी गान्ड को उपर उठा के मेरे लंड पे मारने लगी
2सरी तरफ अली भी अम्मी की टाँगों को उठा के बड़े ज़ोर से चोदे रहा था और अम्मी भी अली के बालों मे अपनी उग्लियाँ घुमा रही थी और हाआंन्ननननननननननणणन् मेरी जान चोदो अपनी माआआआआआआआआआआआआआआआआ को अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बेटा और ज़ोर से उन्मह हाईईईई बेटा मज़ा आ रहा हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
फिर मैं उठा और अम्मी के पास आ गया और अली को अपी की तरफ भेज दिया और अम्मी को डोगी स्टाइल मे कर के अम्मी की गांद पे थूक लगाया
और अपने लंड को अम्मी की गांद मे एक ही झटके मे घुसा दिया जिस से अम्मी नसीर्र्र्र्र्ररर मैं मर गैिईईईईईई नियकालो बाहर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर
लकिन मैने अम्मी की एक ना सुनी और बड़े ज़ोर से अम्मी की गान्ड मारने लगा और अम्मी भी अहह नसीर प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मेरी जान आहिस्ता
लेकिन मैं अभी स्लो होने के मूड मे नही था और उसी रफ़्तार से अपनी अम्मी को चोदने मे लगा रहा और अम्मी हाईईईईईई बेटा मैं मर गैिईईईईईईई
की आवाज़ों के साथ मुझे रोकने की कोशिश करती रही और उधर अपी और अली अपनी चुदाई को भूल के हमारी ज़ोर दार चुदाई को देखने मे लगे हुए थे
फिर अम्मी का दर्द भी जो कि इस तरह अचानक शुरू होने वाली चुदाई से हुआ था अब ख़तम हो गया तो अम्मी भी अपनी गान्ड को मेरे लंड की तरफ धकेलने लगी
और मुझे गलियाँ भी देने लगी हाआंन्ननननणणन् मा चोदे कुत्ते अब चोदो हरामी की औलाद अहह उन्मह
और मैं भी अम्मी को जबाबी गलियाँ देता हुआ हाआंन्ननणणन् साली गश्तिईईईईईई ये ले आअहह साली कुतिया तेरा क्या बनता है एक 2 लौन्डो से हरामज़ादी और अम्मी के बालो को पकड़ लिया और ज़ोर से पकड़ के अपनी अम्मी को चोदने लगा और फिर उसी तरह ही अम्मी की गान्ड मे फारिघ् हो गया
फिर मैं पीछे हट गया और साइड मे लेट गया कुछ देर बाद देखा तो अली अपी भी फारिघ् हुए लेटे थे और मेरी तरफ ही देख रहे थे
कुछ देर इसी तरह लेटे रहने के बाद जब अम्मी ने कहा कि चलो नसीर अब तुम नैइला के पास जाओ और अली मेरे साथ करे गा तो अचानक मेरे ज़हन मे एक ख्याल आया
मैने अम्मी को कहा नही अम्मी आप लोग करो मैं जा रहा हूँ अपने रूम मे मेरी तबीयत ठीक नही है और अपने रूम मे आ गया
कुछ देर के बाद मैं निकला और नेलु के रूम मे चला गया और उसे हिला के देख तो वो बेहोश सो रही थी जिसे देख के मेरे दिल मे शैतान जागने लगा
फिर मैं वापिस मुड़ा और जा के रूम का डोर क्लोज़ कर दिया और नेलु के पास आ गया
फिर मैने अपने खुश्क होंठो पे अपनी ज़ुबान फेरते हुए अपने हाथ को आगे बढ़ा के नेलु के नरम बूब्स पे रख दिया
उउफफफफ्फ़ मैं बता नही सकता कि उस वक़्त मेरा डर और मज़े से कितना बुरा हाल हो रहा था लेकिन नेलु बे खबर सो रही थी
फिर मैने अपने अंदर हिम्मत पैदा की और नेलु की कमीज़ के अंदर अपने हाथ को घुसाने की कोशिश करने लगा
लेकिन नेलु ने ज़रा फिटिंग वाली क़मीज़ पहनी हुई थी जिस की वजह से मेरा हाथ उस की क़मीज़ मे पूरी तरह नही घुस सका क्योकि उस के जागने का खतरा भी था और मैं नही जानता था कि अम्मी ने नेलु को कितनी गोलियाँ खिलाई हुई हैं
फिर मैने नेलु की क़मीज़ को जितना ऊपर कर सका कर के उसे थोड़ा सा ऊपर उठा क्र उस क्र बूब्स तक ऊपर कर ही लिया लेकिन नेलु की ब्रा अब मेरे सामने थी
फिर मैने ब्रा को उतारने की बजाय उस के बूब्स को ब्रा मे से बाहर निकाल लिया क्या बताऊ कि उस वक़्त मेरी क्या हालत हो रही थी
उस वक़्त मेरा पसीना पानी की तरह बह रहा था और मेरे दिल की धड़कन भी बहुत ज़्यादा तेज़ हो रही थी
फिर मैने अपने आप को संभालते हुए अपनी प्यारी और छोटी बेहन के बूब्स पे अपने हाथ को जैसे ही रखा मेरा जिस्म कांप गया
मुझे उस वक़्त इतना मज़ा आ रहा था कि बता नही सकता लेकिन डर भी रहा था कि कहीं नेलु जाग ना जाय
फिर मैने अपने हाथों को नेलु के बूब्स पे रब करना शुरू कर दिया जिस से पता नही क्यो मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा था
इतना मज़ा मुझे कभी अपी या अम्मी के साथ नही आया शायद ये इस वजह से था कि मैं अपनी बेहन की बेहोशी का फ़ायदा उठा कर उस क्र साथ ये सब चोरी छुपे कर रहा था
फिर मैने अपने एक हाथ को हटा लिया और अपने मुँह को अपनी बेहन के नरम और कोमल बूब्स पे रख दिया और चूसने लगा
कुछ देर नेलु के बूब्स को चूसने और दबाने के बाद मैं उठा और नेलु की शीलवार को नीचे करना शुरू कर दिया और उसे नेलु के घुटनों तक कर दिया
जब मैं ने नेलु की टाँगों को थोड़ा सा खोला और मेरी नज़र उस की फुद्दि पे पड़ी तो मेरे मुँह से उउफफफफफ्फ़ की आवाज़ निकल गई
क्योकि नेलु ने अपनी फुद्दि के बॉल साफ नही किए हुए थे जो कि हल्के हल्के उस की फुद्दि पे सॉफ नज़र आ रहे थे
फिर मैने उस की टाँगों को थोड़ा सा और खोला तो नेलु एक दम से हिली और उस ने अपनी साइड चेंज कर ली मैं फॉरन वहाँ से पीछे हट गया
फिर कोई 5 मिंट के बाद मैने नेलु को आवाज़ दी लेकिन उस ने कोई जबाब नही दिया और ना ही हिली तो मैं फिर से अपनी जगह पे आ गया
और नेलु को बड़े ही प्यार और आहिस्तगी से फिर से सीधा लिटा लिया और खुद उस की टाँगों के बीच मे आ गया और आराम से उस की टाँगों को खोल के अपने मुँह को उस की फुद्दि पे रख दिया
लेकिन उस की फुददी मे से हल्की सी स्मेल आ रही थी जिस की मैने कोई परवाह नही की और उस की फुद्दि को चूसने लगा लेकिन वहाँ भी ये ही हाल था
मुझे कुछ समझ नही आई कि आख़िर इस की फुददी से इतनी स्मेल क्यो आ रही है और इस की फुद्दि का ज़ायक़ा भी अजीब सा है
फिर मुझे हिम्मत ही नही हुई कुछ करने की और मैं नेलु के बूब्स को हाथ मे ले के दबाने लगा और मूठ मारने लगा
क्योकि अगर मैं अम्मी के रूम मे जाता तो उन्हे शक भी हो सकता था इस लिए मैने मूठ . और नेलु के कपड़े ठीक कर के अपने रूम मे चला गया
क्रमशः......................................
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