RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
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मैने कहा नेलु तू मेरी सब से प्यारी और लाडली बेहन है तुझे मेरे पास आने और बैठने के लिए किसी से पूछने और इजाज़त लैनी की कोई ज़रूरत नही है
नेलु मेरी बात सुन के खुश हो गई और मुझे सर पे किस कर के चली गई
उस के जाने क बाद मैं भी घर से निकल गया और रात को 9 बजे आया मैं जैसे ही घर आया अपी ने कहा भाई ये क्या आप कहाँ गुम हो गये थे
मैने कहा यार बस ज़रा घूमने निकल गया था और फिर पूछा कि अली आया कि नई
अपी ने कहा नही उस का फोन आया था अम्मी को वो रात को नही आए गा अपने दोस्तों के साथ ही रहे गा और अबू भी चले गये हैं
मैं डोर को बंद करते ही अपी को लिपट गया और कहा जान-ए-मन तो फिर आज मज़े ही मज़े हों गे पूरी रात
अपी ने कहा अभी नेलु जाग रही है
मैं अपी की बात सुनते ही पीछे हट गया और कहा क्या उस ने अभी चाय नही पी है
अपी ने कहा नही भाई अभी बनाई है अम्मी ने फिर मैं उसे दे दूँ गी
मैने कहा चलो फिर जल्दी करो यहाँ क्या कर रही हो जा के चाए बनाओ और नेलु को दे दो और मेरे लिए भी ले आना
अपी ने हां मे सर हिलाया और चली गई और मैं अपने रूम मे चला गया
कोई 1 घंटे के बाद अम्मी मेरे रूम मे आई और मुझे कहा आजा मेरी जान टाइम हो गया है तेरी जवानी देखने का
मैने कहा अम्मी क्या आप लोग यहाँ नही आओ गी
अम्मी ने कहा नही बेटा आज जो भी हो गा मेरे रूम मे हो गा चलो जल्दी
मैं उठा और अम्मी के साथ उन के रूम मे आ गया वहाँ अपी अपने कपड़े उतार के बेड पे लेटी हुई थी
मैं अपी को देखते ही अपी की तरफ बढ़ने लगा तो अम्मी ने कहा बेटा क्या बात है इतनी जल्दी पहले कपड़े तो उतार लो
मैने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए इतनी देर मे अम्मी भी अपने कपड़े उतार चुकी थी
मैने अम्मी को कहा जी अम्मी अब क्या करना है
अम्मी ने कहा जा के बेड पे लेट जाओ मैं जा के बेड पे लेटा तो अपी उठ गई मैने कहा अपी आप को क्या हुआ आप कहाँ चली
अपी ने कहा मैं भी यहीं हूँ तुम लेटो तो और फिर मैं लेट गया तो अम्मी ने आगे हो के मेरे लंड को अपने मुँह मे ले लिया
और अपी आ कर मेरे मुँह पे अपनी टाँगों को खोल के बैठ गई अपी की एक टाँग मेरे एक तरफ और दोसरि दोसरि तरफ हो गई
अब अम्मी मेरे लंड को चूस रही थी और अपी मेरे मुँह पे बैठ के अपनी फुद्दि मुझ से चुस्वा रही थी
कुछ देर की इसी तरह चुसाइ के बाद अम्मी ने अपी को पीछे हटाया और अपी को डोगी स्टाइल मे कर दिया और फिर अम्मी अपनी ज़ुबान से अपी की गांद को चूसने लगी
मैं ये देख कर पागल हो रहा था और अपी की हालत इस से भी ज़्यादा खराब हो रही थी और वो मचल रही थी और अम्मिईीईईईईईई आहह नैईईईईईईईईईई
कर रही थी फिर अम्मी ने अपी की गांद को अच्छी तरह से नरम करने के बाद मुझे कहा नसीर आ जाओ और अपनी बेहन को प्यार करो
मैं आगे बढ़ा और अपने लंड को अपी की गांद पे रखने लगा तो अम्मी ने कहा साले फाडनी है क्या अपनी बेहन की गांद को
मैने अम्मी की तरफ सवालिया नज़रों से देखा तो अम्मी ने कहा कि पहले अपने लंड पे आयिल तो लगा लो
मैने अम्मी के हाथ से आयिल की शीशी ली और अपने लंड पे आयिल लगा लिया और थोड़ा सा अपी की गांद के सोराख पे भी लगा दिया
फिर मैने अपने लंड को अपी की गांद के सोराख पे रखा तो अम्मी ने अपी के चुतडो को पकड़ के दोनो हाथों से खोल दिया
और मैने आराम से अपने लंड को ज़ोर लगाने लगा जिस से मेरा लंड बाजी की गांद मे जाने लगा और बाजी अम्मी प्लज़्ज़्ज़्ज़ भाई को बोलो दर्द हो रहा है
अम्मी ने कहा बेटी थोड़ा दर्द तो हो गा ही बर्दाश्त कर लो फिर कुछ नही हो गा और मुझे इशारा किया कि मैं लगा रहूं
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