RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
अपी अम्मी की बात सुन के शर्मा गई और बोली अम्मी आप भी ना कुछ भी कह देती हो
अम्मी ने कहा देख नसीर ज़रा अपनी बेहन को किस तरह शरमा रही है
मैने कहा अम्मी अभी आप जितनी बड़ी गश्ती बनने मे अपी को काफ़ी टाइम लगे गा अम्मी ने कहा क्या कहा मैं गश्ती हूँ
मैने कहा अम्मी मैने आप को गश्ती के साथ अपनी अम्मी भी तो कहा है ना
अम्मी ने कहा रात को देखूँगी तुझे भी और तेरे लंड को भी कितनी जान है इस मे
मैने कहा अम्मी जितनी भी जान हो लेकिन आप की फुद्दि से ज़्यादा नही हो सकती अम्मी ने कहा अच्छा अब चलो यहाँ से भागो और सो जाओ क्या पता रात को जागना पड़े
मैने कहा ठीक है अम्मी अपी को भी सुला दो ताकि रात को कहीं नींद ना आ जाए मेरी अपी जान को
अपी ने कहा भाई आप सो जाओ मैं जाग लूँगी आप फिकर नही करो
मैं जा के अपने रूम मे लेट गया और सो गया क्योकि मुझे रात को एक नही 2 रन्डियो की चुदाई करनी थी
मैं शाम के 5 बजे तक सोता रहा उठ के नहा धो के बाहर निकल गया और फिर 9 बजे के करीब घर वापिस आया तो अम्मी ने कहा कहाँ रह गया था
मैने कहा कुछ नही अम्मी अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था तभी नेलु भी आ गई और आते ही बोली कभी भाई हमारे साथ भी बैठ जाया करो
मैने कहा मेरी जान तुम खुद ही मेरे पास नही बैठती अपने कामों मे लगी रहती हो
नेलु ने कहा क्या भाई आप को खुद ही अपी और अम्मी से फ़ुर्सत नही मिलती फिर मैं आप को किस तरह नज़र आ सकती हूँ
मैने कहा क्या मतलब है तेरी बात का नेलु ने कहा भाई मैं कह रही हूँ कि आप को घर मे अम्मी और अपी के अलावा कोई नज़र ही नही आता तो मैं आप के पास बैठ कर क्या करूँ
मैने कहा नही बेटा आप जब चाहो मेरे पास आ सकती हो और कोई भी काम हो मुझे बता सकती हो
नेलु ने कहा सोच लो
क्रमशः...........................................
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