RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
अपी ने कहा कहा ना कि अभी नही चलो सो जाओ और फिर हम इसी तरह नंगे ही एक 2सरे को चिपक के सो गये
सुबह मेरी आँख खुली तो अपी नही थी और मेरे ऊपर एक चादर थी
मैं उठा और अपी को आवाज़ दी लेकिन कोई जबाब नही मिला मैं उठ के वॉशरूम गया नहा धो के बाहर निकला और अपने कपड़े पहने
फिर मैने सोचा अपी मामू की तरफ गई हों गी मैं भी घर को लॉक कर के मामू की तरफ चला गया देखा तो अपी और हड़िया घर मे बैठी हैं और घर मे कोई भी नही था
मैने कहा क्या बात है बाकी लोग कहाँ हैं सुबह सुबह ही
हड़िया ने हहहे करते हुए कहा 10 बज रहे हैं और तुम्हे सुबह नज़र आ रही है
मैने कहा इस दाँत निकालने की क्या बात है मैने टाइम देखा था अभी
अपी ने कहा बैठो नसीर मैं तुम्हारे लिए नाश्ता ले के आती हूँ और उठ के चली गई
अपी के जाते ही हड़िया ने कहा लगता है रात को देर से नींद आई थी जो इतनी देर से उठे हो
मैने कहा हां नई जगह थी ना इस लिए रात को सही से नींद नई आ रही थी
हड़िया ने कहा हां ये बात तो तुम्हारी ठीक है कि रात वाली नई थी अभी
मैने कहा क्या मतलब् है तुम्हारा
तो हड़िया हहेहेहहे कर के हँस पड़ी और बोली कुछ नही मैं कह रही थी कि रात को नई जगह थी ना इस लिए सो नही सके हो गे
हड़िया की बातों से मुझे काफ़ी उलझन होने लगी कि क्या इस ने सुबह मुझे उस नंगी हालत मे देख तो नही लिया या कोई और बात है
इतने मैं अपी नाश्ता ले के आ गई और मैं नाश्ता करने लगा हड़िया ने फिर कहा यार इसे दूध नही ला कर दिया तुम ने इतनी मेहनत करता है बेचारा
हड़िया की बात पे अपी ने कहा अगर तुझ इस पे इतना ही तरस आ रहा है तो तुम ही दे दो
हड़िया ने कहा मैने तो रात को ही तुम से कहा था कि रहने दो मैं ही इसे दे देती हूँ लेकिन तुम मानी ही नही भला
मुझे उन की बातों की समझ नही आ रही थी कि आख़िर बात क्या है
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