RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
ज़ारा के जाने के बाद मैं सोच मे पड़ गया कि ये अम्मी आख़िर चाहती क्या है क्यो अपने हाथों से अपने ही घर को अग लगा रही है
लेकिन मेरी समझ मे कुछ भी नही आ रहा था कि आख़िर अम्मी चाहती क्या हैं
शाम के 5 बजे अम्मी और नेलु साथ वाली आंटी के घर गये तो मैने हिम्मत कर के अपी को अपने रूम मे बुला लिया
और कहा कि अपी मैं अगर आप से कोई बात कहू तो क्या आप मान लो गी
अपी ने कहा भाई क्या बात मनवानी है तुम ने
मैने कहा अपी आप अम्मी की बातों मे आ कर अपनी ज़िंदगी बर्बाद मत करो
मेरी बात से अपी के चेहरे का रंग उड़ गया लेकिन अपी ने फॉरन कहा क्या मतलब् है तुम्हारा क्या अम्मी मुझे कोई ग़लत काम सिखा रही हैं
मैने कहा मैने ये तो नही कहा हां ये ज़रूर कहा है कि अपी आप जो काम अम्मी का कहना मान कर 2 3 दिन मे करने वाली हो ग़लत है
अपी मेरी बात पे चुप कर गई और कहा भाई तुम इस बात मे ना पडो तुम्हे नही पता
मैने कहा अपी आप मेरी बड़ी बेहन हो और ये हमार घर है अगर यहाँ कुछ ग़लत हो रहा है तो ये हमारा पे फ़र्ज़ है कि हम इसे रोके
मेरी बात सुन के अपी उठी और वहाँ से चली गई और मुझे गुस्सा आने लगा कि आख़िर अपी मेरी बात क्यो नही सुनना चाहती
अम्मी जब घर वापिस आई तो मैं बाहर हॉल मे ही बैठा था अम्मी मेरे पास बैठ गई अभी हमारे बीच कोई बात भी नही हुई थी कि अपी ने अम्मी को बुला लिया और कहा अम्मी यहाँ आओ आप से काम है
अम्मी उठ के अपी वाले रूम मे चली गई और कोई 30 मिंट के बाद वापिस आई और मुझे कहा कि मेरे साथ अपने रूम मे चलो
मैं अम्मी के साथ अपने रूम मे आ गया और कहा जी अम्मी क्या बात है आप ने यहाँ क्यो बुलाया है
मुझे
अम्मी ने कहा तुम ने नैइला से क्या बात की है मैने कहा जो सच है
अम्मी ने कहा क्या सच है मुझे भी तो पता चले मैने कहा क्या ये सच नही है कि आप नैइला को ज़फ़र से चुदवाना चाहती हो
मेरे मुँह से ज़फ़र का नाम सुन कर अम्मी का रंग उड़ गया
और अम्मी ने कहा कोन कहता है ये सब मैं उस की ज़ुबान खींच लूँगी
मैने कहा फिर जाओ और अपने यार ज़फ़र की ज़ुबान खींच के दिखाओ क्योकि उसी ने मुझे कहा बाहर कई लड़कों के सामने
हालांके ये मैने झूठ बोला था अम्मी से
अम्मी ने कहा नही ज़फ़र ये सब नही कह सकता
मैने कहा फिर मुझे कैसे पता लगा अब अम्मी के पास मेरी बात का कोई जबाब नही था इसी लिए वो चुप हो गई
मैने फिर कहा अम्मी आप ये क्या कर रही हो एक ऐसा आदमी जो आप को हर जगह बदनाम कर रहा हो आप उस को अपनी कुँवारी बेटी चोदने के लिए दे रही हो
अम्मी ने कोई जबाब नही दिया तो मैने कहा आप को पता है कि उस दिन मैं वहाँ जहाँ आप चुदवा रही थी तो मैं वहाँ कैसे आया
अम्मी ने मेरी तरफ देखा तो मैने हां मैं सर हिलाते हुए कहा कि हां अम्मी मुझे ज़फ़र ने ही वहाँ भेजा था
मेरी इन बातों से अम्मी की आँखों मे पानी तो आ ही गया था लेकिन चहरे पे गुस्सा भी सॉफ नज़र आ रहा था मुझे
अम्मी उठी और बस इतना ही कहा कि नसीर क्या ये सब सच है
मैने कहा अम्मी आप की कसम सच है
और अम्मी वहाँ से चली गई
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