RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है चाहे वो बाप हो भाई-3
दरवाज़ा खोला तो सामने अपी और नेलु खड़ी थीं मैने उन को देख के दिल मे कहा कि क्या थोड़ी देर के बाद नही आ सकती थी
लेकिन मुँह पे तो नही कह सकता था ना
इसी लिए चुप चाप अपने रूम मे चला गया और जा के अभी कुछ देर पहले मैने अम्मी को जो किस की थी उस के बारे मे सोचने लगा
दुपेहर क खाने के बादमैने अम्मी से अली का पूछा तो अम्मी ने कहा कि वो नही आया
और मैं जा के रूम मे लेट गया और अम्मी का इंतज़ार करने लगा पता नही मुझे क्यो यक़ीन सा था कि अम्मी ज़रूर आएँगी
अम्मी कोई 3 बजे के करीब आ गई और मेरे पास बैठ कर कहने लगी कि नसीर अब बताओ तुम क्या चाहते हो पहले तो मैं चुप रहा लेकिन फिर मैने दिल बड़ा कर के कह ही दिया कि अम्मी आप मेरे लिए क्या कर सकती हो और अपने लंड जो कि उस वक़्त खड़ा हो रहा था को अम्मी के करीब हो के गांद पे लगा दिया किओं कि मैं उस वक़्त लेटा हुआ था और अम्मी बैठी थीं
मेरी इस हरक़त पे भी जब अम्मी ने कुछ नही कहा तो मेरा होसला बढ़ गया
कुछ देर के बाद अम्मी ने कहा कि बताओ ना बेटा कि तुम्हे क्या चाहिए तो मैने अम्मी को ये कहते हुए कि मैं क्या बताऊ अम्मी और ज़ियादा लिपट गया जिस मेरा लंड जो कि फुल खड़ा हो गया था उस टाइम अम्मी की गांद मे चुभने लगा
अम्मी मेरी इस हरक़त पे मेरी तरफ देखने लगीं लेकिन ना तो कुछ कहा और ना ही उठी
फिर अम्मी ने कहा कि नही नसीर ये ठीक नही है
मैने कहा कि अम्मी क्या ठीक नही है
अम्मी ने कहा कि नसीर जो तुम करना चाहते हो वो ठीक नही है
मैने कहा कि अम्मी मैं तो कुछ भी नही करना चाहता
अम्मी ने कहा तो फिर ये सब क्या कर रहे हो
उस वक़्त नज़ाने मुझे क्या हुआ कि मैने अम्मी से कह दिया कि अम्मी आप बाहर भी तो ये सब ही करती हो ना अगर मैं आप को घर मे ही ये मज़ा दे दू तो क्या बुराई है
अम्मी एक दम से खड़ी हो गई और कहने लगी कि नही नसीर ये ठीक नही है मैं ये नही कर सकती
और ये कह कर वो चली गई मैं अम्मी को जाते हुए देखता ही रहा और कुछ भी नही कर सका
मेरी समझ मे नही आ रहा था कि मैं क्या करू और अम्मी को अपने लिए कैसे मनाऊ
अम्मी के जाने के बाद मैं ये सब सोचता हुआ ही सो गया जब सो के उठा तो उस वक़्त अली भी आ गया था अपी ने पूछा कि भाई आप के लिए कोन से कपड़े निकाल दू
मैने कहा ये ही ठीक हैं तो अपी ने कहा कि भाई क्या आप इसी ड्रेस मे फ़ुपो के घर जाओ गे तो अचानक मेरे दिमाग़ मे आया कि अम्मी और फुफो की आपस मे नही बनती जिस का मतलब है कि अम्मी नही जाएँगी तो मैने कहा कि मैं नही जा रहा
अपी ने कहा भाई अब आप को क्या हुआ
मैने कहा कुछ नही मेरी बहना मेरी तबीयत कुछ खराब है इस लिए नही जा रहा और तुम लोग कब वापिस आ रहे हो
अपी ने कहा भाई हम सुबह वापिस आ जाएँगे
मैने कहा अच्छा ठीक है तुम लोग जाओ
अपी के जाते ही मैं फॉरन अपने रूम मे आ गया और आ के बेड पे लेट गया कि तभी अम्मी आ गई और कहा कि तुम्हे क्या हुआ
मैने कहा कि अम्मी पता नही क्या हुआ है मुझ से तो हिला भी नही जा रहा है
अम्मी मेरी बात सुन के परेशान हो गईं और कहने लगी अच्छा तुम आराम करो और किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो आवाज़ दे देना
मैने कहा जी अम्मी मैं बता दूँगा आप परेशान मत हों मेरी बात सुन कर अम्मी चली गई
अभी मैं सोच ही रहा था कि मैं वॉशरूम तो हो आऊ कि तभी अबू मेरे रूम मे आ गये
अबू ने आते ही कहा नसीर क्या हुआ मैने सुना है तुम्हारी तबीत ठीक नही है
मैने कहा जी अबू हिला नही जा रहा जिस्म मे दर्द हो रहा है
अबू ने कहा ठीक है तुम आराम करो मैने तुम्हारी मा को कह दिया है वो तुम्हारा ख्याल करे गी और वहाँ से चले गये
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