RE: kamukta औरत का सबसे मंहगा गहना
सुबह भी मैंने किसी से कुछ नहीं कहा, बस स्वाति का सामान बांध कर वापस भेज दिया। स्वाति अपनी सफाई देना चाहती थी, पर अब सफाई सुनने का कोई फायदा नहीं था और मेरे पति ने तो सफाई देना तो दूर, उनके चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं आई थी। मैं भी अन्दर ही अन्दर घुट के रह गई।
ऐसे ही दिन बीतने लगे, मुझे खुद से घिन आने लगी.. अपनी जिन्दगी से घिन आने लगी, मेरी जेठानी ने भी मेरे मोटापे और भद्देपन का खूब मजाक उड़ाया, उसने तो यहाँ तक कह दिया कि मेरे भद्देपन के कारण मर्द मेरे से दूर भागते हैं और अब मुझे सेक्स, आकर्षक या उत्तेजना जैसे शब्दों से चिढ़ हो गई।
पर हद तो तब हो गई.. जब मेरे हाथ घर की सफाई करते हुए पुराने कागज लगे। उसमें एक फोटो और एक सर्टिफिकेट था। वो सर्टिफिकेट मेरे पति की पहली शादी के थे। मैं दंग रह गई कि मेरे साथ इतना बड़ा धोखा हुआ है।
फोटो में भी मेरे पति किसी और महिला के साथ नजर आ रहे थे। मैं फूट पड़ी… क्या मेरी शादी एक पहले से शादीशुदा इंसान से कर दी गई है??
मैंने तुरंत ही रोना-चिल्लाना शुरू कर दिया, तब मेरे पति ने मुझसे साफ-साफ कह दिया कि मैंने तो तुमसे सिर्फ दहेज के लिए शादी की थी। वर्ना तुम जैसी भद्दी लड़की के साथ तो कुत्ता भी ना रहे।
अब मेरे सब्र का बांध टूट चुका था, मैंने घर फोन लगाकर पापा से बात की, तो पापा ने कहा- हमें सुधीर की पहली शादी के बारे में पता था, पर हम लोगों ने पता किया था, अब सुधीर उसके साथ नहीं रहता इसलिए हमने तुम्हारी शादी उससे कर दी।
मैंने फोन काट दिया, अब मुझे मेरे साथ ससुराल में हो रहे सारे बर्ताव समझ आ गए कि मेरे पति अकसर कहाँ जाया करते थे, लेकिन जब मेरे ही माँ-बाप ने मुझे धोखा दिया तो मैं क्या करती।
मैंने तुरंत खेत में डालने वाली एक कीटनाशक दवाई की शीशी खोली और खा ली।
मैं जीना ही नहीं चाहती थी, पर उन लोगों ने समय पर अस्पताल पहुँचा कर बचा लिया। फिर मैंने हिम्मत जुटाई और तलाक ले लिया।
अब तक किमी अपनी शादी, सेक्स लाईफ और अपने साथ हुए धोखे को बता रही थी और मैं सारी बातें चुपचाप सुन रहा था।
मैंने किमी से कहा- और दूसरी बार तुमने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया?
किमी ने मेरी आँखों में आँखें डाल कर कहा- अकेलेपन का दर्द तुम नहीं समझ सकते संदीप..!
किमी अपनी आँखों के आँसू पोंछते हुए बाहर चली गई। उसके अकेलेपन का दर्द मैं समझूँ या ना समझूं, पर मैं उसकी भरी हुई आवाज, उदास चेहरे को जरूर समझ रहा था क्योंकि उसके इस एक वाक्य ने मुझे अन्दर तक झकझोर दिया था।
उसके बाहर चले जाने के बाद मैं अकेला बैठकर बहुत कुछ सोचता रहा, उसकी मन:स्थिति को समझने का प्रयास करता रहा, पर सब कुछ मेरे मस्तिष्क की सीमाओं से परे था और जो कुछ समझ आया, वह यह था कि सेक्स की सही समझ, फोरप्ले और शारीरिक क्षमताओं के साथ ही सही पार्टनर भी मनुष्य के जीवन में बहुत अहमियत रखते हैं।
अब मैं इस बात से भी इंकार नहीं कर सकता कि किमी की कामक्रीड़ा की कहानी सुन कर मेरे लिंग में तनाव आया और प्रीकम की बूँदें भी चमक उठीं।
किमी के लिए मेरा नजरिया बदल गया, लेकिन मैंने जल्दबाजी के बजाए समझदारी से काम लिया।
मैंने किमी की परेशानी का हल और अपनी वासना पूर्ति के लिए एक अनोखा उपाय किया, जिससे सांप भी मर गई और लाठी भी नहीं टूटे।
लेकिन मैं जो चाहता था.. अब उसके लिए मुझे लंबा परिश्रम करना और करवाना था। मैं किमी का खोया हुआ आत्मविश्वास लौटाना चाहता था, उसे हॉट और खूबसूरत बनाना चाहता था, सेक्स के प्रति उसकी रुचि फिर से जागृत करना चाहता था।
अंत में उसके साथ कामक्रीड़ा की पराकाष्ठा को पार करना चाहता था.. और इस सबके लिए मुझे बहुत सी प्लानिंग करनी थी।
पहले तो मैं कुछ दिन सोचता ही रहा कि मुझे क्या-क्या करना है। मैं किमी को सारी चीजें सीधे-सीधे बता भी नहीं सकता था क्योंकि फिर वो मेरा साथ नहीं देती, या यूं कहो कि मेरी तरकीबों का असर नहीं होता।
सबसे पहले मैं खुद सुबह जौगिंग के लिए जाने लगा, तीन दिन बाद किमी को भी चलने को कहा, उसने मना किया तो मैंने दोस्ती का वास्ता दे दिया।
किमी की जिन्दगी में अरसे बाद कोई अपना लगने वाला सच्चा दोस्त मिला था, इसलिए वो मुझे कभी भी नाराज नहीं करना चाहती थी और अभी तो मैंने उसे दोस्ती का वास्ता दे दिया तो ‘नहीं’ कहने का तो सवाल ही नहीं था।
अब वो मेरे साथ सुबह सैर पर जाने लगी और मैं उसे खूब दौड़ाने लगा।
मेरा मानना है कि सांवली लड़कियां भी अगर फिट हों.. तो खूबसूरत लगती हैं। अगर किसी के चेहरे पर अन्दर से की खुशी नजर आने लगे.. तो फिर बदसूरती कोसों दूर भाग जाती है। मैं सबसे पहले किमी के अन्दर यही चीजें लाना चाहता था।
हम पहले हफ्ते लगभग आधा कि.मी. फिर एक कि.मी. फिर दो कि.मी. दौड़ लगते रहे। ऐसे करते-करते एक महीने में हम दोनों धीरे धीरे चार कि.मी. तक की दौड़ लगाने लगे, इससे ज्यादा ना ही वो दौड़ सकती थी और ना ही मैं उसे दौड़ाना चाहता था।
हम दौड़ने के बाद एक जिम स्टाइल गार्डन में जाते थे, जहाँ थोड़ी देर आराम करने के बाद बहुत सी आधुनिक झूले टाईप के व्यायाम मशीनों में कसरत किया करते थे।
इन सबमें मेरा जिम का पुराना अनुभव काम आ रहा था, मेरा पूरा फोकस किमी को सुडौल बनाने का था।
आप सोच रहे होंगे डॉक्टरी ट्रीटमेंट, या दवाई का भी सहारा तो लिया जा सकता था, तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि पहली बात तो ऐसी सारी चीजें या तो असर नहीं करतीं, यदि करती भी हैं तो साईड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
थोड़ी बहुत डॉक्टरी ट्रीटमेंट के लिए तो मैं खुद ही कहता हूँ, पर किमी को तो मुझे पूरा का पूरा बदलना था और सबसे बड़ी बात, इससे किमी का आत्मविश्वास नहीं लौटता। इसलिए मैं उसको नेचुरल तरीके से ही ट्रीट कर रहा था।
किमी हार्ड वर्क करके बहुत ज्यादा थक जाती थी, तो मैं घर आने पर उसके हाथ पैर दबा दिया करता था, हालांकि उसने शुरू शुरू में मुझे मना किया, पर अब हम इतने करीब आ चुके थे कि उसकी ना-नुकुर मेरी जिद के सामने फीकी पड़ गई।
मैंने इन सब चीजों के साथ ही उसके शरीर के रंग को भी ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खे अपनाने को कहा। वो खुद से तो कुछ करने से रही.. तो मुझे ही मुलतानी मिट्टी, ऐलोवेरा लाना पड़ता था और आटा, बेसन, गुलाबजल, हल्दी को मिक्स करके एक लेप बनाना पड़ता था।
आप भी ट्राई कीजिएगा..
पहले तो मैं ये लेप उसके चेहरे और हाथों में लगवाता था और कुछ देर रखने के बाद नहाने को कहता, ये सब उसने कुछ दिन ही किए होंगे और असर दिखने लगा।
किमी भी अब पहले की तुलना में खुश रहने लगी, पर असली परिश्रम अभी बाकी था, क्योंकि थोड़े से बदलाव से काम नहीं चलना था और अभी तो उसे सेक्सी डॉल, अप्सरा, मॉडल बनाना था। उसे नार्मल लड़कियों से भी ज्यादा खूबसूरत और हॉट बनाना था।
इन सबके लिए मैंने उसे स्वीमिंग, साईकिलिंग और डांसिंग करवाने की सोची। पर इनमें टाइम भी बहुत लगता था, इसलिए मैंने ऑफिस से तीन महीने की छुट्टी ले ली और किमी से भी छुट्टी के लिए लेने को कहा।
किमी बड़ी मुश्किल से तैयार हुई, क्योंकि अब वो भी जान गई थी कि उसके ना कहने से मैं मानने वाला तो हूँ नहीं.. और हम दोनों को ‘नो वर्क.. नो पेमेंट’ पर और ऑफिस के हेड से किमी की जान-पहचान की वजह से छुट्टी मिल गई।
अब किमी यंत्रवत मेरी बात मानने लगी क्योंकि वो भी समझती थी कि ये सारे उपक्रम उसी के लिए ही हैं। मैं उसे डांस क्लास अकेले जाने को कहता और साईकिलिंग और स्वीमिंग के वक्त साथ जाता।
किमी को शार्ट ड्रेस में स्वीमिंग करते हुए देख कर मेरा तो लिंग अकड़ जाता था, क्योंकि किमी का शरीर अब सुडौल हो रहा था।
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