RE: Chudai Story समाज सेविका
फिर उससे सहन नही हुआ और उसने मेरे बाल पकड़ लिए
और बोली... "हटो अब.. कुछ और करो.."
मैने पूछा.. "क्या करू.."
"घुसा दो अपने लंड मेरी चूत के अंदर... खूब ज़ोर
से... चोदो, खूब चोदो... इतना चोदो की आज सारी
आरजुए पूरी हो जाए."
मैने अपना मूह उसकी चूत के पास से हटाया और उसने
अपने घुटने मॉड़े. मैं उसकी उठी हुई टाँगों के बीच
बैठ गया. उसने अपनी टांगे मेरे शरीर से लपेट दी.
मैने उसकी टाँगों को अलग किया और दोनों हाथों से
उन्हे अपनी बाहों मे ले लिया. मेरी बाहे उसकी उठी हुई
टाँगों को थाम रही थी, जिसकी वजह से उसकी चूत
पूरी तरह खुल कर मेरे सामने आ गयी थी. मैने
अपना सनसानता हुआ लंड उसकी चूत के छेद पर रखा
और उसने एक झूर झूरी सी ली. लंड के चूत पर रखते
ही वो अपने आप ही अंदर जाने लगा. बड़ी चिकनी चूत
थी उसकी.
मैने धीरे से धक्का दिया और बिना तकलीफ़ पूरा लंड
उसकी चूत मे समा गया. गरम गरम चूत के अंदर
लंड की अजीब हालत थी. मैं धीरे धीरे अपने लंड
को उसकी चूत मे आगे पीछे करने लगा. मुझे वॉर्म
मसाज का मज़ा आने लगा. मेरा लंड उसकी गर्म चूत
के घर्षण से बाग बाग हुआ जा रहा था. मेरे दिल मे
आवाज़ आने लगी कि ये सिलसिला कभी ख़त्म ना हो और
जिंदगी भर यू ही चलता रहे.
मैं अपने लंड उसकी
चूत मे अंदर बाहर कर रहा था और हर स्ट्रोक मे वो
सिसकारिया भरती जा रही थी. अब मैइमे अपनी बाहों मे
जकड़ी उसकी टाँगों को और कस के पकड़ा और उसे थोड़ा
उपर उठाया. इस तरह उसकी चूतड़ भी उपर उठ गये.
थोड़ा और कोशिश किया तो चूतड़ पूरी तरह ऊपर उठ
गयी. यानी अब उसकी गान्ड बिस्तर से लगबग तीन इंच
ऊपर थी. ऐसा करने से उसकी चूत 60 डिग्री के ऐंगल
से उपर हो गयी. अब उसकी क्लाइटॉरिस मेरे लंड के सामने
थी. मैने अपने लंड के हेड से उसकी क्लाइटॉरिस को
मसलना शुरू किया और वो आनंद से विभोर हो कर थर
थर काँपने लगी.
मैं लगातार उसकी क्लाइटॉरिस को अपने
लंड से मसले जा रहा था और वो तड़पे जा रही थी.
बीच बीच मे मैं अपना लंड उसकी चूत के अंदर
गहराई तक घुसा देता और चोदने का मज़ा डबल हो
जाता. मैं अपने लंड को उसकी चूत की पूरी दरार पर
घिस रहा था. साथ ही उसकी क्लाइटॉरिस को मसल भी
रहा था और मौका मिलते ही पूरे लंड को उसकी चूत
के अंदर डाल रहा था. वो खुशी से ऐसे थर थरा
रही थी, जैसे किसी बच्चे को उसका मन पसंद खिलौना
मिल गया हो.
कुछ देर मैं यू ही करता रहा. फिर मैने खेल ख़तम
करने के मकसद से उसे दोबारा अच्छी तरह बेड पर लिटा
दिया और उसकी गान्ड के नीचे नर्म तकिया रख दिया,
उसकी चूत उभर कर किसी फूल की तरह मेरे सामने
आ गयी. मैने अपना सख़्त और मजबूत लंड उसकी चूत
के उपर रखा और एक झटके मे सारा लंड उसकी चूत मे
अंदर डाल दिया. वो हल्के से चीख पड़ी. धीरे धीरे
मैं अपना लंड उसकी चूत मे उपर नीचे कर रहा था.
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