RE: Chudai Story समाज सेविका
'क्या...क्या कहा....? मतलब?' वो हैरानी से बोली.
'चुदास नही समझती हो?'
'कुछ कुछ..क्या यही मतलब है सेडक्षन का?'
'हा, शायद... यानी अगर....मेरा मतलब है...कि ...
अगर कोई... अब कैसे समझाऊ तुम्हे?' मैं उलझा कर
बोला.
वो हँसने लगी और बोली...'कही चुदास का
मतलब...सेक्स करने की चाह तो नही?'
मैं उसे एक टक देखने मगा. उसके होंठों पर चंचल
मुस्कान थी.
मैने कहा...'ठीक समझी तुम.'
वो मेरी आँखों मे आँखे डालती हुई बोली... 'किस शब्द
से बना है...ये चुदास?' मैं उसकी आवाज़ मे कंप-कंपी
सी महसूस की.
मेरे दिल ने कहा...'गधे, इतना चान्स दे रही है...
तू भी बन जा बेशरम... वारना पछताएगा.'
मैं बोला...'चुदास...चोदना, इस शब्द से बना है?'
वो खिलखिला कर हँसने लगी और फिर जल्दी से चुप हो
कर बाथरूम की ओर देखने लगी कि कही मेडम ना आ
जाए.
वो फिर मेगज़िन की पन्ने पलटने लगी. मैं सोचने
लगा कि अब क्या करूँ. अचानक उसने फिर पूछा...'ये
वेजाइना का क्या मतलब होता है?'
मैने दिल ही दिल मे कहा...साली तू जान बूझ कर ऐसे
सवाल पूछ रही है...
मैने बिंदास हो कर कहा...'वाजीना, या वेजाइना...योनि को
कहते है...'
'व्हाट? योनि? योनि क्या?'
'योनि नही जानती हो...?'
'नही'
'चूत समझती हो?'
उसने झट से अपने मूह पर हाथ रख लिया और फिर
बाथरूम की तरफ देखने लगी.
'चूत समझती हो कि नही?' मैने पूछा.
वो मेगज़िन के पन्ने पलटते हुए धीरे से बोली...
'हाँ!'
'और फक्किंग ?'
वो फिर बाथरूम के दरवाजे की तरफ देखने लगी.
मैने कहा... 'मेडम नही है... अपनी मा के यहाँ गयी
है.'
उसने एक गहरी साँस ली और मुस्कुराती हुई मेरी तरफ
देखने लगी. मेरे दिल ने कहा...मछली फँसी.
'तो मैं कल आती हू...' वो उठने लगी.
'ठहरो, आ जाएगी अभी... कहा था चार बजे शाम
तक आ जाएगी.'
'अभी तो दो ही बजे है.'
'तो क्या हुआ.. थोड़ा इंतेजार कर लो.'
'थोड़ा?.. पूरे दो घंटे बाकी है'
'हा तो क्या हुआ... मुझसे बाते करो....'
'क्या बात करूँ?'
'कुछ भी...ये बताओ तुम क्या करती हो?'
'कहा तो था, समाज सेवा करती हू.'
'किस किसाम की सेवा?'
'ज़रूरतमंद लोगों की ज़रूरते पूरी करना, उनकी
समस्याए सुलझाना...वग़ैराह.'
'मैं भी ज़रूरतमंद हू....मेरी ज़रूरत पूरी कर
सकती हो?'
'क्या ज़रूरत है आपकी?'
मैने उसके चेहरे पर नजरे गाढ दी और धीरे से
बोला...'तुम हो मेरी ज़रूरत.'
वो बिना कुछ कहे मेरी तरफ देखने लगी. फिर
बोली...'क्या करेंगे मेरे साथ?'
'वही जो एक आदमी एक औरत के साथ करता है....'
वो खामोश हो गयी....मैने हिम्मत करके बात आगे
बढ़ाई.... 'बड़ी चुदास महसूस हो रही है...'
उसके होंठों पर हल्की सी मुस्कान आ गयी और वो
बोली...'चुदास की प्यास?'
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