RE: Maa Beti Chudai माँ का आँचल और बहन की लाज़
शांति बड़ी मस्ती में है ..खाना बनाए जा रही है..और मज़े भी ले रही है ...
शशांक उसकी नाइटी एक हाथ से उपर कर देता है ..शांति की गोरी गोरी . चूतड़ नंगी हो जाती है ..उसका लंड और भी कड़क हो जाता है ..चूत से पानी टपक रहा है ...शांति थोड़ा आगे की ओर झूक जाती है , उसकी गुलाबी चूत बाहर आती है ...बिल्कुल गीली और गुलाबी
शशांक एक छोटी किचन वाली स्टूल नीचे लगा कर बैठ जाता है और मोम की जांघों को अपने हाथों से अलग करता हुआ अपना मुँह चूत मे लगता है..शांति कांप उठ ती है ...टाँगें और भी फैला देती है ..
शशांक अपने होंठों से उसकी चूत के होंठों को जाकड़ लेता है और बूरी तरेह चूस्ता है ..शांति का पूरा रस उसके मुँह के अंदर जाता है ....शशांक इस अमृत जैसे रस को पीता जाता है ..पीता जाता है ..
शांति मस्ती की चरम पर है ...
अब तक उसका खाना बनाने का काम काफ़ी कुछ हो चूका था ...बाकी काम उस से अब और किया नहीं जाता ..वो गॅस बूझा देती है ...
और आँखें बंद किए टाँगे फैलाए कराहती है :" हां शशांक चूस बेटा और चूस ..."
शशांक होंठ अलग करता है ...
अपनी उंगलियों से चूत की फाँक फैलाता है ...उफ्फ क्या मस्त चूत है मोम की ...गीली ..चमकीली , मुलायम ..अपनी जीभ फिराता है ...चाट ता है पूरी लंबाई तक ...
शांति तड़प उठ ती है ..पानी की नदी बहती है उसकी चूत से
उसकी चूत कांप उठ ती है , थरथरा उठ ती है
और शांति बोल उठ ती है
" शशांक..बेटा अब डाल दो ना अपनी मोम के अंदर , और कितना तड़पाओगे ..? "
शशांक मोम का आग्याकारी बेटा है ना
" हां मोम लो ना ..मैं तो कब से तैय्यार हूँ .."
वो उठ ता है स्टूल से , मोम सीधी हो जाती है , दोनों अब आमने सामने हैं
शशांक अपनी बॉक्सर उतार देता है ..मोम की नाइटी सामने खोल देता है और उसे कमर से थामता हुआ मोम को किचन के प्लॅटफॉर्म पर बिठा देता है
मोम टाँगें फैला देती है
शशांक टाँगों के बीच अपना तननाया लंड थामे आ जाता है
मोम को कमर से जकड़ते हुए उसकी फूली , फूली मुलायम चूत के अंदर लंड डालता है
" आआआः ..हाआँ ..हाआँ शशांक बस करते रहो ..." और शांति भी शशांक को उसके कमर से जाकड़ लेती है अपनी तरफ खींचती है ....अपना चेहरा उपर कर लेती है ..उसका चेहरा पूरी तरेह शशांक के सामने है ..शशांक समझता है मोम क्या चाहती है
वो अपना चेहरा मोम की तरफ झुकाता है और मोम के होंठों पर अपने होंठ लगाए चूस्ता है..बूरी तरेह ..उसके मुँह के अंदर का रस अपने मुँह में लेता है
लंड अंदर बाहर हो रहा है ..ठप ठप , फतच फतच की आवाज़ें आ रही हैं
शशांक की जीभ मोम के मुँह में है ..वहाँ भी चाट ता है ..
मोम उस से चीपकि है , लंड के धक्कों के साथ अपनी चूतड़ भी उछालती है
उफफफफ्फ़ दोनो एक दूसरे को महसूस कर रहे हैं पूरी तरेह , अंदर से भी ..बाहर से भी ...
फिर मोम , शशांक से और ही चीपक जाती है ....बिल्कुल उसके अंदर समान जाने की कोशिश में जुटी है
शांति के चूतड़ झटके खाते हैं ..उछलते हैं और शशांक को जाकड़ कर उसके लंड को अंदर लिए लिए झड़ती जाती है ..झड़ती जाती है शांति
शशांक का लंड भी मोम के रस से नहला उठ ता है ...और वो भी झाड़ता जाता है , चूत के अंदर ही अंदर झटके खाता हुआ..
दोनों किचन के प्लॅटफॉर्म पर एक दूसरे से चीपके हैं ..
शांति की टाँगें शशांक के चूतड़ो को जकड़े है , शशांक की बाहें शांति की कमर से जकड़ी हैं...दोनों हाँफ रहे हैं ..एक दूसरे को चूम रहे हैं चाट रहे हैं .....
फिर सब कुछ शांत हो जाता है
सिर्फ़ दोनों की साँसें और दिल की धड़कनें आपस में बातें कर रही हैं ...
जाने कब तक ...
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