RE: Maa Beti Chudai माँ का आँचल और बहन की लाज़
मोम के साथ चाइ पीने की बात सुन शिवानी का गुस्सा बिल्कुल ठंडा हो गया .....जितनी जल्दी आया था उतनी ही जल्दी गायब भी हो गया ..फटका फूटने से पहले ही शांत हो गया ..
"ओह मोम तुस्सी ग्रेट हो..आज तो बस भैया को मैं सुनाऊँगी .."
और फिर दोनों माँ -बेटी अगल बगल बेड पर बैठे चाइ की चुस्कियाँ लेते हैं ...
शांति सोचती है यह शिवानी अपने भाई से कितना प्यार करती है..हर छोटी मोटी बात उसे अपने भैया को ज़रूर सुनाना होता है ...
सुबेह की चाइ का दौर ख़तम होता है और सब तैय्यार हो कर नाश्ते के टेबल पर बैठते हैं ...
शिवानी अपने प्यारे भैया के बगल बैठी है ... उसकी नज़र शशांक के चेहरे पे लगी है ...
शशांक का तरो-ताज़ा शेव किया चेहरा सुबेह की ताज़गी लिए आफ्टर शेव लोशन की सुगंध बीखेरते हुए दम दमा रहा था .. इस मादक खूशबू से शिवानी मदमस्त हो जाती है और उसके पास अपना चेहरा ले जाते हुए कहती है ...
" भैया ..भैया ..." पर उसके भैया की नज़र तो किचन के अंदर है..जहाँ शांति नाश्ता तैय्यार कर रही थी ....वो शिवानी की बात अन्सूनि कर देता है ...
पर वो कहाँ मान ने वाली थी .. उसके चेहरे को अपने हाथों से थामते हुए अपनी तरफ घूमती है और उसके गाल पर अपने गाल लगाते हुए कहती है " मैने कहा भैया गुड मॉर्निंग .. "
" ओह यस वेरी गुड मॉर्निंग शिवानी...आज तो बड़ी चहेक रही है तू ... सुबेह सुबेह क्या हो गया ..??"
वो भी शिवानी की गालों पर अपनी गाल लगाते हुए कहता है ..
" ह्म्म्म ..चलो तुम्हें मेरा ख़याल तो आया ...अरे आज दो बातें बड़ी मस्त हुई ...." शिवानी ने भैया की जाँघ पर अपने हाथ रखते हुए कहा ..
" अच्छा ..?? पर बता भी क्या हुआ ..?" शशांक ने थोड़ा झुंझलाते हुए कहा ...
शशांक की बात से शिवानी उस से फ़ौरन अलग हो जाती है और गुस्से से बोल पड़ती है
" जाओ नहीं बताती ...यहाँ कोई मेरी बात सुन ना ही नहीं चाहता ..." और उसने मुँह फेर लिया .
शशांक समझ गया उसकी प्यारी गुड़िया सी बहेन को उसका झुंझलाना अच्छा नहीं लगा ..
वो फ़ौरन मौके की नज़ाकत समझते हुए उसका चेहरा अपनी तरफ खींचता है ..उसकी आँखों में देखते हुए कहता है
" बता ना शिवानी..प्लीज़ .." उसकी आवाज़ में मिश्रि घूली थी
" हां यह हुई ना बात ..ऐसे ही प्यार से पहले ही पूछते तो क्या तुम्हारी शकल बीगड़ जाती ??" शिवानी बोल उठती है ..
" अच्छा बाबा सॉरी ,सॉरी सॉरी ...अब तो बता दे.."
" यू नो भैया आज मोम ने मेरे साथ बैठ कर सुबेह की चाइ पी.....कितना मज़ा आया ...रोज तो अकेले पीना पड़ता था ....और यू नो शी वाज़ लुकिंग सो प्रेटी आंड फ्रेश .... उफ़फ्फ़ पापा ऐसे ही उन पर जान नहीं छिड़कते और पापा ही क्यूँ ..आप भी तो ...." और वो भैया की ओर देख एक बड़ी शरारती और प्यारी सी स्माइल देती है ....
" तू भी ना शिवानी..कुछ भी बोलती है ... एनीवेस अब बता दूसरी बात क्या हुई ..?? "
" दूसरी बात ...दूसरी बात ह्म्म्म .भैया आप ने जो आफ्टर शेव लोशन लगाया है ना ..उफफफ्फ़ बड़ी प्यारी है ...." और फिर से अपनी नाक भैया के गालों पर सटाते हुए एक लंबी सांस लेती है ..मानो उसके गालों पर लगे आफ्टर शेव लोशन की महक अपने में समा लेना चाहती हो..
" एक दम पागल है तू शिवानी .... एक दम पागल ... ऐसा भी कोई बोलता है क्या ..??"
" बस मुझे अच्छा लगा मैने बोल दिया .... "
" देख शिवानी तू बड़ी शैतान हो गयी है ....चल चूप चाप बैठ और नाश्ता कर ..हमें कॉलेज जल्दी जाना है ... आज मेरा पहला पीरियड है आंड आइ डॉन'त वॉंट टू मिस इट ..."
तब तक मोम नाश्ता ले आती है , शिव भी आ जाते हैं और दोनों भाई बहेन की ओर देख मुस्कुराते हुए कहते हैं
" अरे भाई सुबेह सुबेह क्या चल रहा है तुम दोनों के बीच ..??"
" अरे कुछ नहीं पापा ... यह शिवानी है ना ..बस कुछ भी बोलती है ..."
" हा हा हा ! अरे शशांक अभी तो उसे बोलने दे यार ...फिर जब ससुराल जाएगी तो इतना बोलने का मौका कहाँ मिलेगा .." शिव ने मज़किया लहज़े में जवाब दिया ..
" ओह पापा ..अब आप फिर चालू हो गये ना अपनी फवर्ट टॉपिक पर....पर आप सब कान खोल कर सुन लीजिए मैं कोई ससुराल वासुराल नहीं जाने वाली ....समझे आप सब ...? " और उसकी आँखों से मोटी मोटी आँसू के बूँद टपकने लगते हैं ..
शिव बेचारा घबडा जाता है उसकी यह हालत देख ...
" अले अले मेरी गुड़िया ...अरे मैं तो मज़ाक कर रहा था ..उफ्फ ... अरे तुझे तेरी मर्ज़ी के खिलाफ कोई कुछ नहीं करेगा यार ....चल चूप हो जा ..प्लीज़ .. "
" ठीक है ..पर आगे आप मज़ाक में भी ऐसा मत बोलना " वो अभी भी सूबक रही थी और अपने भैया की ओर बड़े प्यार से देखे जा रही थी ...
" हां शिवानी ... पापा ठीक कह रहे हैं ... चल जल्दी से नाश्ता कर ले .." और शशांक अपने हाथों से उसे खिलाता है ...शिवानी बस एक टक उसे निहारती हुई नाश्ता शूरू करती है ...
इस तरेह प्यार करते , रूठते , मनाते , हंसते , खिलखिलाते शिव -शांति के परिवार के दिन की शुरुआत होती है ...
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