RE: Hindi Sex kahani मेरी बर्बादी या आबादी
मैं फटाफट एक छोटा स्टूल ले आया और सोफे के बगल फर्श पर रखा .. आइस क्रीम -बोवल उस के उपर ..और स्वेता की बगल बैठ गया ..हाथ में चम्मच लिए...
स्वेता बड़े हसरत भरी निगाहों से मेरी ओर देख रही थी .. और शायद सोच रही होगी कि कहाँ से शूरू होता है ..कहाँ होगी इस की जान ..मेरे मांसल शरीर के किस कोने में ...
मैं भी सोच रहा था कहाँ से शूरू करूँ ..
चम्मच बोवल में घूसाते हुए उसे अच्छी तरह भर लिया ..पूरा चम्मच भरा था आइस क्रीम से ...उठाया और स्वेता की ओर बढ़ाया ...
"ह्म्म्म.. स्वेता तैय्यार हो ना ..?? देखूं कहाँ है मेरी जान " ...और उसके पैर से सर तक अपनी पैनी नज़र घूमाई ..धीरे धीरे ..और उसके चेहरे पर आ कर मेरी नज़र रुक गयी ..." लगता अभी यहीं कहीं है .." फिर मैने उस के गाल सहलाए ...." हां हां बिल्कुल सही जागेह ..यहीं है मेरी जान अभी .." और आइस क्रीम उसके गाल पे डाल दी .."
स्वेता ठंड से सीहर उठी ... और शायद मज़े से भी ..." ऊऊओ ..ठंड लग रही है यार .. जल्दी करो ..हटाओ अपनी जान यहाँ से ... "
"हां बाबा हटता हूँ .. जस्ट वेट .." मैने चम्मच बोवल में रख दी ..मेरे दोनों हाथ फ्री थे ..मैने अपने हाथों से उसके भरे भरे , फूले फूले गालों को थाम लिया ..और अपनी जीभ लगा दी आइस क्रीम वाले गाल पर .. पहले सिर्फ़ आइस क्रीम की टिप पर ...थोड़ी सी आइस क्रीम चाटी ...आइस क्रीम धीरे धीरे पिघलता जा रहा था जीभ के टच से ..उसकी क्वांटिटी कम होती जा रही थी ..मैं मज़े ले ले कर चाट रहा था ..उसके चेहरे को अपने हाथों से थामें ... स्वेता मुस्कुरा रही थी ... और उसकी आँखों मे एक उत्सुकता थी ..आगे क्या होगा ..?? थोड़ी देर बाद आइस क्रीम पूरी ख़तम हो गयी ..पर उसके गाल में क्रीम लगा था ..मैं उसके चेहरे को और अपने करीब लाया और सतसट जीभ चलाया उसके फूले फूले गाल पर और अब उसके गाल पूरी तरह चीकने और सॉफ थे ... मज़ा आ गया ... मैं एक स्टेप आगे बढ़ गया ..और जीभ हटा कर वहाँ अपने होंठ रख दिए ..चूसना शूरू किया ....
स्वेता फ़ौरन चिल्ला उठी "" यह सरासर बे-इमानी है प्रीत ..शर्त में सिर्फ़ चाटना है चूसना नहीं ...चलो हटाओ अपने होंठ ..वरना खेल ख़तम ...""
"ओह सॉरी मॅ'म जी ..मैं ज़रा बहक गया था ..क्या करूँ तुम्हारे गाल हैं ही ऐसे ..ओके .. ह्म्म्म.. पर ये साली मेरी जान यहाँ से तो निकली ..पर गयी कहाँ ... ??"
मैने अपने कान लगाए उसकी गर्दन पे ...फिर उपर ले गया और उसके होंठ पर कान रखा .."हां ..हां मिला ..मिला ..अभी यहाँ है स्वेता ... "
"तो फिर जल्दी करो ना ..हटाओ उसे यहाँ से ...प्ल्ज़्ज़ .." उसकी आवाज़ भर्रायि थी . शायद अब स्वेता भी गेम के रोमांच में शामिल थी ..."जल्दी प्रीत .."
मैने फ़ौरन चम्मच भरा आइस-क्रीम से और उसके बंद होंठों पर खाली कर दी ...
आआआह क्या सीन था ..उसके गुलाबी होंठों पे क्रीम वाइट आइस क्रीम ..मैं फ़ौरन टूट पड़ा अपनी जीभ लिए ..सतसट चाटने लगा ..मेरी जीभ उसके होंठों की लंबाई नाप रही थी ...एक छोर से दूसरी छोर ... ऊऊओ ..भरे भरे होंठ और आइस क्रीम ..आआह दोनों का टेस्ट एक साथ ..मस्ती बढ़ती जा रही थी ... आइस क्रीम की परत ख़त्म हो गयी ..मैने क्रीम की पतली लेयर जीभ उसके होंठों से चीपकते हुए चाटने लगा ..स्वेता भी अब मस्ती में थी ..उसे अच्छा लग रहा था ..उस ने होंठ खोल दिए ... मैं अच्छी तरह चाट रहा था ..पूरा होंठ सूख गया ..... अब होंठ सॉफ था .. पर ये भोसड़ी की जान कहीं और चली गयी थी ...
स्वेता को भी अब मस्ती आ रही थी ..वो मुस्कुराए जा रही थी ...और उसकी उत्सुकता बढ़ती जा रही थी कि अब कहाँ ..???
अब मैने फ़ौरन उसके कंठ पे आइस क्रीम डाला ... और स्वेता की मस्ती कम हो इसके पहले ही चाटना शूरू कर दिया ... उसके गर्दन और कंठ ... स्वेता सीहर उठी .."अया ..ऊवू ... यार जल्दी चाटो ..निकालो अपनी जान ..मैं पागल हो रही हूँ ..प्ल्ज़्ज़ जल्दी करो ..." और वो इतनी मस्ती में आ गयी के उसने सोफे को अपनी मुट्ठी से भींच लिया .."आआआआआआआह ..अया ..."
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