RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
अंकित के मन तो लड्डूओं का पहाड़ फूटने लगा...आख़िर ये भी कोई पूछने की बात है...
अंकित :- सॉरी....में तो कब से चाहता था मिलना..मतलब कि आर्नव से मिलना चाहता था..
रितिका :- ह्म्म ग्रेट...अच्छा आइ लिल बिजी नाउ..आइ विल्ल सेंड यू माइ अड्रेस्स..ओके..बाय..
अंकित :- ओके....बाय......
(फोन कट)
अंकित तो गहरी सोच में चला गया..उसे यकीन नही हो रहा था जो भी उसके साथ अभी हुआ..कहीं
वो सपना तो नही था...ये जाने के लिए उसने अपने हाथ पे हल्का सा नोचा..
ओउcच..नही नही सपना नही है...बिल्कुल सच है..कल..रितिका के घर..वाह....खुशी मे बोलता हुआ..
लेकिन फिर वो अपने सर पे हाथ मार देता है...
इस गुस्से में मेने क्या कर दिया यार...अंकिता मॅम से पहले रूडली बात करी और उसके बस उनका नंबर
भी फैंक दिया...शिट्स शिट्ससस्स..शिट्सस्स...(बोलता हुआ सर पे पिल्लो मारने लगा.)
ये क्या कर दिया मेने गुस्से में...सॉरी अंकिता मॅम...ग़लती हो गयी माफ़ कर दो....अब कोई ना कोई
चक्कर तो चलाना ही पड़ेगा....(फिर गहरी सोच में डूब जाता है)
तभी उसके फोन पे मसेज आता है...वो मसेज रितिका का ही होता है..
रितका मेसेज ...... अंकित दिस ईज़ माइ अड्रेस....********* ए ब्लॉक...कल 1 बजे आ जाना .. लंच साथ करेंगे.
ओक..मीट यू टूमारो..
1 बजे...लेकिन कॉलेज..टाइम चेंज करवा दूं..नही नही...कल कॉलेज से जल्दी आकर सीधे वहीं चला
ज़ाउन्गा...अंकित ने ये सोचा और ओके कर के रिप्लाइ कर दिया..
भाई साहब ने थोड़ी देर कुछ सोचा..और फिर फ्रेश होके मार्केट चले गये.....
उसके दिमाग़ में अंकिता को मनाने का प्लान चल रहा था..उसी की तैयारी में गया था...
आज तो अंकित भाई टाइम से पहले उठ गये...आँखों में एक अलग चमक लिए और चेहरे पे एक
अलग इरादा लेके कॉलेज की तरफ निकल पड़े....
ना किसी लड़की पे ध्यान ना कुछ...बस आज तो अपनी मंज़िल यानी कि कॉलेज की तरफ बढ़ते चले जा रहे
थी...इंपॉर्टेंट काम जो करना था उन्हे...
अंकिता से सॉरी जो बोलना था...
टाइम से पहले ही आज अंकित क्लास में पहुच गया...क्लास में सिर्फ़ एक दो ही स्टूडेंट बैठे
थी...अंकित सीधे जाके वही जहाँ रोज़ बैठता था लास्ट बेंच पे जाके बैठ गया.....
15 मिनट क्लास में विकी आया...और अंकित को वहाँ बैठा देख चौंक गया...
विकी :- बडी...आज तू इतनी जल्दी..
अंकित :- हाँ यार ब्रो..आज जल्दी उठा गया तो आ गया..
विकी अपने मन में सोचता है कि आज भाई साहब का मूड बड़े दिनो के बाद बेहतर है..
फिर दोनो बातें करने लगते हैं..धीरे धीरे क्लास में बच्चे आने लगे..और टाइम हो गया क्लास
का....
फिर क्लास में आई अंकिता.....हाथ में एक रिजिस्टर लिए..हाथों में स्टाइलिश बॅंगल सी पहने हुए
बाल खुले आगे की तरफ एक ही साइड में कर रखे थे...पिंक कलर की साड़ी में...
अंकित तो बस देखता ही रहा....
सबने विश करके गुड मॉर्निंग किया.....
अंकिता ने पढ़ाना शुरू किया......अंकित बस उसे देखने लगा...आज वो बुक में से कुछ समझा रही
थी.. लेकिन अंकित का ध्यान अपने प्लान पे था....
एक दो बार अंकिता ने नज़र उठा के अंकित की तरफ देखा लेकिन बड़े ही अजीब एक्सप्रेशन दिए जो
अंकित को अजीब लगे..
वो समझ गया कि अंकिता मॅम काफ़ी नाराज़ है उससे..लेकिन क्यूँ..कल तक तो ठीक थी..ऐसा क्या हो गया..
ये सब सोचते हुए..क्लास कब ओवर हुई पता नही..
अंकिता क्लास से बाहर चली गयी....अंकित बाहर जाता इतनी देर में दूसरा टीचर आ जाता है जिसकी वजह से
वो बाहर नही जा पाया..
बड़ी बेचनि से उसका दूसरा पीरियड ख़तम हुआ एक एक मिनट उसके लिए भारी हो रहा था ...
लेकिन क्लास ख़तम हुई और अंकित विकी से ये बोल के निकला कि उसे कुछ काम है..और बॅग उठा के निकल
गया....
सबसे पहले उसने टीचर्स रूम में देखा लेकिन वो वहाँ नही थी..फिर कॅंटीन में देखा लाइब्रेरी
में देखा उससे अंकिता कहीं नही मिली..गर्मी में पसीना पसीना हो गया था
अंकित :-(परेशान होते हुए) कहाँ गयी मॅम आप....आज मिल जाओ उसके बाद बात करो ना करो कोई
बात नही..पर जब तक आपको सॉरी नही बोलूँगा में चैन से बैठ नही पाउन्गा...
(फिर उसके दिमाग़ की लाइट ऑन हुई....उसने हर जाग देखा लेकिन कंप्यूटर लॅब में नही देखा...)
वो फ़ौरन भागता हुआ..एक के बाद एक लॅब में देखने लगा..और आख़िरकार लॅब 4 में एक कंप्यूटर
पे अंकिता बैठी हुई दिख गयी उसको..
पीठ थी अंकिता की अंकित के सामने.....स्टाइलिश ब्लाउस और वो सुंदर कमर कोई भी देख ले तो बस
उसका तो बॅंड ही बज जाए....
अंकित बिना पर्मिशन लिए अंदर घुस गया और अंकिता के पास पहुच के..
अंकित :- एक्सक्यूस मी मेम ?
अंकिता ने कंप्यूटर पे काम करना बंद नही किया और बिना मुड़े..
अंकिता :- यस ??
अंकित :- मॅम.. आइ आम सॉरी...
इस बार अंकिता ने कम छोड़ा...और अपनी गर्दन पीछे मोडी..उसने स्पेक्स लगा रहे थे...और वो उसमे
बहुत क्यूट लग रही थी..
अंकिता :- सॉरी ... व्हाई सॉरी?
अंकित :- मॅम कल मेने आपसे अच्छे से बात नही करी इसलिए..उसके लिए आइ आम सॉरी
अंकिता :- लुक अंकित...वी आर टीचर स्टूडेंट..तो ऐसी बातों का कोई मतलब नही है...
अंकित को सुन के शॉक लगा कि आख़िर ये क्या हुआ अचानक ...लेकिन फिर उसने बड़े ठंडे दिमाग़ से काम लिया..
अंकित :- आइ नो मॅम...में भी एक स्टूडेंट की हैसियत से ही बोल रहा हूँ...मुझे पता है मेने कल
बदतमीज़ी से बात करी इसलिए उसके लिए सॉरी बोल रहा हूँ..
अंकिता :- इट्स ओके..नाउ यू कॅन गो (स्ट्रेट फॉर्वर्ड आन्सर देते हुए)
अंकित को सुन के थोड़ा दुख हुआ और अजीब भी लगा....
फिर उसने अपना बॅग खोला और उसमे से कुछ निकाल के...अंकिता की कंप्यूटर की टेबल की साइड में रख
दिया....
अंकिता ने उन चीज़ों को देखा और फिर अंकित से पूछने ही वाली थी..कि अंकित बोल पड़ा..
अंकित :- मॅम कल जो अपने नंबर दिया था वो मेने बिना पढ़े...ही यहीं लब के बाहर फैंक
दिया था.....बहुत ग़लत किया था मेने..आइ आम रियली वेरी सॉरी...और अब में कभी भी पढ़ाई के अलावा
कोई दूसरी बात नही करूँगा....हॅव आ नाइस डे मॅम..
(निराशा भरे स्वर में बोल के वो वहाँ से निकल गया)
कहानी जारी है ............................
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