RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
गतान्क आगे.....................
इधर अंकित के दिल की बॅंड बज चुकी होती है.....उसने कभी नही सोचा था..कि इतना सब कुछ हो जाएगा.
वो बहुत खुश था....उसे कुछ समझ नही आ रहा था...कि अचनाक उसकी किस्मत इतनी मेहरबान कैसे
हो गयी..आज तक उसे किसी ने गिफ्ट नही दी..पर इतनी छोटी सी बात पर उसे गिफ्ट मिल गयी..
उसने सबसे पहले वो गिफ्ट खोली..
अंकित :- ऊओ तेरी..की...इतना महँगा गिफ्ट....यार ये सही है या नही..में इतना महँगा गिफ्ट आक्स्प्ट नही कर
सकता...
कम से कम 6 या 7 हज़ार का तो होगा ही ये पर्फ्यूम या इससे भी ज़्यादा का...
इतना महँगा पर्फ्यूम तो में अपनी पूरी लाइफ में कभी यूज़ ना कर पता..में वापिस कर दूँगा..
पर कैसे..नंबर. तो मिला है..अड्रेस्स कहाँ से पता किया जाय...कम्बख़त में भी नलायक हूँ..अब डाइरेक्ट्ली ऐसे
अड्रेस्स तो नही पूछ सकता ना.....लेकिन फिर भी कुछ तो करना पड़ेगा..उनसे मिलने के लिए..
अब तो दिल में एक बेचेनी रहेगी..जब तक उनसे नही मिल लेता...सच में यार कोई इतना सुंदर भी
होता है..वो भी एक बच्चे की माँ...
चेहरे पे तो मसुमियत कूट कूट के भरी है...हइईईई....
करते हुए बेड पे गिर जाता है........
अंकित रात को सोच में डूबा हुआ था....उसके ख्यालों में एक तरफ तो उसकी हॉट और सेक्सी टीचर अंकिता
के ख्याल आ रहे थे..जहाँ उसे अंकिता के लाजवाब मदमस्त कर देने वाले बूब्स थे और
दूसरी तरफ रितिका के चेहरे का वो ग्लो झलक रहा था....
एक तरफ तो उसकी सोच में वासना भरी थी..और दूसरी तरफ एक अट्रॅक्षन था रितिका के लिए....
उसने अपना फोन उठाया और रितिका को गुडनाइट का मसेज भेज दिया....और इंतजार करने लगा रिप्लाइ आने
का......
5 मिनट...10 मिनट....15 मिनट... लेकिन कोई रिप्लाइ नही आया...
अंकित ने टाइम देखा तो 2 बज रहे थे..
अंकित :- में भी ना..इतनी रात को मसेज कर रहा हूँ..सो गये होंगे वो तो...वैसे क्या मुझे उन्हे
मसेज करना ठीक रहेगा..हाँ हाँ ठीक ही रहेगा..वैसे भी वो मॉडर्न है...देख के उन्हे तो
यही लगता है..लेकिन मुझे उनके बारे में और जानना होगा..उनके हज़्बेंड..और बाकी सब...
लेकिन अभी तो सो जाता हूँ..कल सोचूँगा....
फिर वो फोन रख देता है और ए/सी चला के सो जाता है..
अगली सुबह ...
अंकिता क्लास ले रही थी...ब्लेक बोर्ड पे एक प्रोग्राम लिख रही थी..अंकित की नज़र प्रोग्राम पर नही थी..
अंकिता पे थी..वो उपर से लेके नीचे तक बार बार देखे जा रहा था....
तभी विकी उसके कंधे पे कोनी मारते हुए.
विकी :- अबे...उससे घूर्ना छोड़ और जो प्रोग्राम करवा रही है उसे समझ..कल नही तो फिर कुछ ऐसा
दे देगी...फिर में तेरी कॉपी करूँगा..और वो फिर मेरा पोपट कर देगी..
अंकित :- अरे भाई प्रोग्राम की छोड़ तू...क्या नज़ारा है...साला क्लास में एक यही तो माल है..
बाकी सब तो साले आउटडेटेड है....देखने दे..जी भर के....
बस अंकित का ऐसा ही चलता रहता है....
घर आके....
शाम को उसने फिर से रितिका को मसेज किया....आर्नव के बारे में पूछते हुए..उसने मसेज किया जिससे उसे
अजीब ना लगे...
लेकिन रात तक कोई मसेज का रिप्लाइ नही आया......
अंकित को लगा कि शायद बिज़ी होगी.....इसलिए...काफ़ी रात बहुत हो गई तो वो सो गया....
बस फिर क्या था....रोज़ रोज़ का दिन ऐसे ही निकलता रहा...
हर दिन वो एक मसेज ड्रॉप करता रितिका को लेकिन उसका कोई रिप्लाइ नही आता......
अंकित को अब थोड़ा अजीब और गुस्सा आने लगा..कि एक रिप्लाइ तो कर दे कम से कम....
7 दिन बीत गये..लेकिन रितिका का कोई भी रिप्लाइ नही आया..कम से कम 50 मसेज ड्रॉप करेंगे होंगे
अंकित ने लेकिन एक भी रिप्लाइ नही किया...
अंकित अपने आप से...साला में ही पागल हूँ...जो उसे मसेज कर रहा हूँ..उसके बच्चे की जान बच
गयी..उसने गिफ्ट दे दिया उसका फ़र्ज़ पूरा हो गया..उपर से तो इतनी मीठी बन रही थी कि पूछो मत...
आज कल लड़कियाँ हो या औरतें सब साली..हम लड़कों का चूतिया काट देती है..और हम पागल कट भी
जाते हैं...
(उसको काफ़ी गुस्सा आ रहा था) उसने गुस्से में आके..रिरतिका का नंबर. अपने सेल से डिलीट कर दिया...
एक पल के लिए उसने सोचा कि उसका दिया हुआ गिफ्ट कूड़े में फैंक दे....
फिर उसने सोचा साला इतना महंगा पर्फ्यूम कभी दुबारा नही मिलेगा..इसलिए फिर उसने नही फेंका...
इसकी वजह से अंकित का मूड भी खराब रहने लगा....और इसका असर कॉलेज में भी पड़ा....
ना तो वो अब अंकिता से ढंग से बात करता था...ना ही क्लास की पढ़ाई में ध्यान लगाता था..
बस अपने गुस्से में ही खोया रहता था...
10 दिन हो चुके थी......उसी दिन..कॉलेज में..
अंकिता ने एक क्वेस्चन दे रखा था जिसे सबको करना था..इंट्नल्स पास आ रहे थे....
लेकिन पहली बार ऐसा था कि अंकित का पेन चला ही नही उस क्वेस्चन पे...पहली बार ऐसा था कि उसे
आता ही नही था...
और कमाल की बात है कि विकी को आता था ये प्रोग्राम..उसने तो फटाफट से कर दिया...
विकी :- (अंकित की नोटबुक देखते हुए) अबे..तूने अभी तक नही किया..
अंकित :- नही आता मुझे..(अजीब सी टोन में)
विकी :- तुझे नही आता...मेरे कानो पे विश्वास नही हो रहा....भाई ये तो बहुत आसान प्रोग्राम है तू
तो डिफिकल्ट से डिफिकल्ट कर देता है..
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