RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
तभी उसका फोन बजा...
अंकित :- हाँ बोल.बोल..डॉली...कब खिला रही है आइस क्रीम...
डॉली :- हाँ हाँ टाइम बताने के लिए फोन किया था..और तूने ये क्या डॉली डॉली लगा रखा है
नलायक कहीं का मेरा नाम भी है...
अंकित :- हाहहहहः..में तो यही बोलूँगा..डॉली..हाहहहः....
डॉली :- तू मिल..फिर देख मार खाएगा मेरे से...
अंकित :- हाँ तो उसके लिए टाइम तो बता ..कितने बजे आउ घर तेरे..
डॉली :- हाँ आ जाना घर के नीचे 6 बजे तक..
अंकित :- मतलब घर कि अंदर नही आने देगी..
डॉली :- घर के अंदर नही मिलेगी ना आइस क्रीम..बाहर ही मिलती है...समझा...
अंकित :- रहने दे तू..बुलाना ही नही कहती..बस बहाने हैं तेरे..
डॉली :- हाँ है बहाने जो समझना है समझ..6 बजे आ जाना और सुन लेट मत करियो पता चले
फॅशन के चक्कर में लेट कर दे..हहेहेहेहेः..
अंकित :- हाँ पता है कौन लेट करता है..तू ही करती है..उस दिन बस स्टॉप पे भी.
डॉली :- बस...अब शुरू मत हो जाना..शाम को मिलते हैं..चल बाइ..
अंकित :- हां..हाँ ठीक है..बाई....
फोन कट..
अंकित :- अभी तो 2 घन्ते हैं...सो जाता हूँ थोड़ी देर....
फिर 6:10 पे अंकित का फोन वाइब्रट होता है जिससे वो जागता है...
अंकित :- हेलो....(नींद में)
तू अभी तक सो रहा है नलायक...6 :10 हो रहे हैं..आएगा कि नही...
अंकित ने नाम देखा..और एक दम से खड़ा हुआ..
अंकित :- नही नही..सो नही रहा था...बस 5 मिनट में आया...चल ओके बाए.(फोन जान बुझ के कट
कर देता है)
फिर अंकित फटाफट से तैयार होके जल्दी जल्दी निकल जाता है उससे मिलने...अरे उस डॉली का घर 5 मिनट
की दूरी पर ही है...
दोनो आपस में बात कर रहे होते हैं आइस क्रीम खाते हुए....
अंकित :- और बता कॉलेज कैसा चल रहा है..
डॉली :- बॅस यार...वही रोज़ रोज़ के अस्सिगमेंट्स और क्या परेशान हो गया हूँ..
अंकित :- हाहहहाहाः....(आइस क्रीम खाते हुए)
डॉली :- हंस क्या रहा है..तेरा कैसा चल रहा है...
अंकित :- एक दम मस्त फर्स्ट क्लास....
तभी उन दोनो के कानो में कुछ आवाज़ पड़ती है.......अंकित पीछे मूड के देखता है...
मेन रोड के बीचों बीच एक बच्चा रो रहा था...वो बिल्कुल बीच में खड़ा था...4 या 5 साल
का होगा......
तभी वहाँ पे एक औरत की चिल्लाने की आवाज़ अत्ती है....आरावववववववववव.....
डॉली :- ओह्ह गॉड..ये बच्चा बीच में कैसे...
अंकित की नज़र तो उसी बच्चे पे टिकी थी..और वहाँ चल रही गाड़ियों की....तभी एक गाड़ी तेज़ी से
रोड पे दौड़ती हुई उसी बच्चे की तरफ बढ़ रही थी....
अंकित ने ये देख लिया....उसने अपनी आइस क्रीम गिराई ..
गाड़ी काफ़ी करीब आ गयी थी...अंकित ने उस बच्चे को उठाया और बॅस दूसरी तरफ कुदा...
डॉली :- अंकित्त्त्टटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त......(वो चिल्लाई)
आर्नाआआआव्व्व्व्व्व्व दूसरी तरफ से एक औरत चिल्लाई......
गाड़ी की ज़ोर दार ब्रेक लगने की आवाज़ आई..............
एक पल के लिए मानो सब कुछ जैसे रुक गया हो.....सब आँखें फड़डे सामने देख रहे थे...
अंकित दूसरी तरफ मिट्टी में पड़ा था...सब उसकी पीठ को देख सकते थे...लेकिन उसके साथ वो बच्चा
कहीं नही दिख रहा था...
सबके मन में एक ही सवाल था कि आख़िर..क्या हुआ....दोनो को.....
अंकित सामने मिट्टी में पड़ा था...उधर उस लेडी की और डॉली की हालत खराब हो रही थी....
दोनो रोड क्रॉस कर के इधर आने ही लगी थी...कि तभी अंकित लड़खड़ाता हुआ खड़ा हुआ..
तब डॉली के जान में जान आई.....और फिर अंकित ने उस बच्चे को भी उठाया..और उसके कपड़े झाड़ के उसे सॉफ कर दिया..
वो लेडी दौड़ती हुई आई...
अराव...बेटा...अराव..तू ठीक तो है ना....और उसे गोदी में उठा लिया..
अंकित अपने हाथ पैर से मिट्टी झाड़ने लगा..
डॉली :- अंकित्त..तू ठीक तो है ना....
(कफफी भीड़ जमा हो गयी)
अंकित :- हाँ हाँ...यार ठीक हूँ..टेन्षन ना ले..इतनी जल्दी उपर नही जाने वाला.....
डॉली :- नालयक है कसम से तू..बस फालतू बुलवा लूँ...
अंकित :- सतयानाश सारे कपड़े गंदे हो गये....अब घर पे मम्मी से लेक्चर सुनने मिलेगा...
डॉली :- अबे तेरे हाथ से कौन निकल रहा है..हन...और तुझे कपड़े की पड़ी है....
अंकित अपने लेफ्ट हाथ की कोहनी पे देखता है...जहाँ से काफ़ी खून निकल रहा होता है...
अंकित :- ओफूऊ.....अब डॉक्टर के पास जाओ...साला शांति से मेरा तो दिन ही नही कटता..
डॉली :- तू सच में कितना बड़ा नलायक है यार..रुक में पानी लाती हूँ..अच्छे से क्लियर कर लू..
अंकित :- चलो कभी तो अकल्मंदी वाली बात करी.....
फिर डॉली पानी लेने चली जाती है..भीड़ भी छँटने लगती है ये देख के दोनो बच गये हैं..
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