RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
अंकिता :-(धीरे से) ये लड़का बहुत बदमाश है.......ह्म्म्म 26 किसी को बताना मत..
अंकित :- थॅंक यू मॅम..किसी को नही बताउन्गा....वैसे आप 26 की भी नही लगती..
अंकिता इग्नोर कर देती है...और आख़िर कार मिल जाती है उसे वो चीज़ जो चाहिए होती है.....और वो सीधी खड़ी
होती है....
फिर उसे रियलाइज़ होता है उसकी साड़ी कहाँ जा रही है.....वो एक दम सामने देखती है अंकित की तरफ...
लेकिन अंकित तो अपने फोन में कुछ कर रहा होता है..
अंकिता कुछ सोचती है..और फिर अपनी साड़ी पहले जैसी कर लेती है...जैसी पहले थी..
कुछ नही दिख रहा था अंदर कि कैसी ब्लाउज पहन रखी है उसने.....
अरी मॅम आप यहाँ...तभी कमरे एक मोटी सी औरत अंदर आती है..
अंकिता :- हाँ वो इस बच्चे को चोट लग गई थी..तो आप यहाँ थी नही मेने सोचा में ही दवाई
दे दूं इसे..
ओहू कोई नही आप जाइए...में इसको दवाई दे दूँगी..
अंकिता :- ओके
और अंकित की तरफ एक स्माइल देते हुए निकल जाती है..
अंकित फिर अपनी किस्मत को रोने लगता है.....
अबे यार फिर वही....यार कसम से उस लड़की का असर कब हटेगा मेरे उपर से...कहीं काला जादू टाइप
तो श्राप नही लग गया उसका.....
पहले तो मॅम की वजह से पिट गया इतनी बुरी तरह से पहले ही दिन लफडा हो गया..आगे पता नही
क्या होगा और इस मोटी कुत्ति को भी अभी ही आना था..साली 10 मिनट बाद आती तो आज में मज़े
कर रहा होता पता नही आज का दिन कब ख़तम होगा...जब भी कुछ अच्छा होने वाला होता है..
कुछ मनहूसियत सामने आ जाती है......लेकिन इस अंकिता मॅम ने मेरा बुरा हाल कर दिया है..बस एक बार................
इधर आओ बेटा क्या सोच रहे हो.....तभी वो मोटी औरत अंकित को आवाज़ देती है..
अंकित :- हाँ आया..
और अंकित मूह लटकाए चला जाता है........
दवाई लेके अंकित उस रूम से बाहर निकलता है और जैसे ही उसकी नज़र सामने पड़ती है..वो एक बार
फिर खुश हो जाता है...
सामने अंकिता मॅम खड़ी थी जो दूसरी टीचर से बात कर रही थी और वो हंस रही थी .. अंकित तो उनकी
हँसी देख के वहीं फ्लॅट हो गया और बस देखने लगा..
हाई कितनी फ़ुर्सत में बनाया होगा इसे उपर वाले ने एक एक चीज़ सही जगह फिट करी है...
काश ये टीचर नही मेरी क्लास की एक लड़की होती कसम से इसे तो में पटा के ही छोड़ता...
लेकिन भाई आज का दिन बहुत खराब है इसलिए इनसे दूर रहने में ही अब भलाई है कहीं मुझसे कोई
गड़बड़ हो गयी तो मेरे तो इंप्रेशन की बॅंड बज जाएगी फिर ये मुझसे कम ही बात करेगी..
इसलिए आज दूर रहता हूँ..क्या पता कल तक उस मनहूस शकल का असर निकल जाए...
(अंकित सामने अपनी मॅम को देख के अपने मन में बोले ही जा रहा था बोले ही जा रहा था)
आख़िर उसने वहाँ से जाने का फ़ैसला किया और अपनी टीचर को इग्नोर करते हुए उनके पीछे से निकल
के जाने लगा..
एक मिनट अंकित रूको.......
तभी अंकित के कानो में जानी पहचानी सी मीठी आवाज़ पड़ी.....वो पीछे मुड़ा तो उसे अंकिता
मॅम ही बुला रही थी...
अंकित अपने मन में....बॅस आज का दिन निकल जाने दो मॅम..फिर तो आपको बुलाने की ज़रूरत नही
पड़ेगी में तो हमेशा आपके साथ ही रहूँगा..
अंकिता :- इधर आओ..क्या सोच रहे हो..
अंकित :- य मॅम..आया.. (बोलता हुआ अंकिता के पास पहुच जाता है)
अंकिता :- मेडिसिन ले ली ना तुमने ढंग से..
अंकित :- यस मॅम..
अंकिता :- अच्छा एक बात बताओ...जब तुम्हे वो लड़का मार रहा था तो तुमने कुछ किया क्यूँ नही..
मतलब कि तुम्हे मारना चाहिए था...मेरा मतलब है..कि तुमने उसे मारा नही ये तो बहुत अजीब बात
है..
अंकित अपने मन में...ये क्या साला टीचर खुद बोल रही है उसे मारने के लिए हहाः..
अंकिता :- क्या सोच रहे हो तुम?
अंकित :- नही कुछ नही..मतलब मॅम आपके कहने का मतलब है कि मुझे उसे मारना चाहिए था..आप
एक टीचर होकर ये सब बोल रही है..हाहहहः...(अंकित मस्ती करता है)
अंकिता :- शटअप.. मेने ऐसा कब कहा...(झूठा गुस्सा दिखाते हुए)
मेरे कहने का मतलब् था अक्सर बाय्स एक दूसरे को मारते ही हैं...तो तुमने उसे बिल्कुल नही मारा.
वो क्यूँ?
अंकित अपने मन में......अरे क्या करूँ .. उसे मार देता तो आप यहाँ खड़े होकर मुझसे बात
थोड़ी ना कर रही होती..और आपके सीने के पीछे छुपे वो दो.
अंकिता :- फिर से सोचने लग गये..क्या सोचते रहते हो तुम
अंकित :- कुछ नही..वो मॅम मेने उससे आपकी वजह से नही मारा..
अंकिता :- क्या मतलब.....(चौंकते हुए)
अंकित :- म्म्म..मेरा मतलब कि आप मतलब कि टीचर क्लास में हो और ऐसी लड़ाई अच्छी नही लगती ना
मॅम....हमे तो टीचर की रेस्पेक्ट करनी चाहिए....
अंकिता :- ह्म्म्म्ममम(छोटी सी हँसी हंसते हुए) में सब समझती हूँ..बदमाश...अच्छा जाओ क्लास
अटेंड कर लो..और हाँ कल लेट हुए तो क्लास में एंटर नही होने दूँगी..
अंकित :- मतलब कल भी आपका ही है फर्स्ट लेक्चर....
अंकिता :- ह्म्म यप..
अंकित :- अरे वाह फिर तो मज़ा आएगा... (खुश होते हुए)
अंकिता :- क्या मतलब तुम्हारा...कैसा मज़ा आएगा.
अंकित :- मॅम आइ लवी....(एक फुल स्टॉप लेता है और अंकिता का रियेक्शन देखने लगता है..अंकिता उसे
घूर घूर के देख रही थी...फिर अंकित बोलता है) जावा...आइ लव जावा मॅम..
अंकिता :- (एक छोटी सी मुस्कान के साथ) चलो जाओ बहुत बदमाश बच्चे हो तुम..जाके क्लास अटेंड
करो....और मूड के जाने लगती है......
दोस्तो कहानी जारी रहेगी...................
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