RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
क्लास में 90% तो सिर्फ़ लड़के थे...और बाकी बच्ची कूची कुछ लड़कियाँ जो एक कोने वाली लाइन
में बैठी थी..और लड़कियाँ भी कैसी ..... च्ीईीईईईईईई......ये क्य्ाआआआअ......बाहर तो इतना
बढ़िया नज़ारा था ये क्लास में आते आते वो सब कहाँ उड़ गयी..
वो सोचता हुआ रोता हुआ जाके एक सीट पे बैठ गया...
हे भगवान किस जनम का बदला ले रहा है तू...नही भगवान की ग़लती नही है..
ये सब उस कुत्ति लड़की की वजह से हुआ है जबसे उससे देखा है तब से तब से मेरा वक़्त बुरा हो गया
अब क्या इन लोगों के बीच 3 साल गुजरने पड़ेंगी.....नहियीईई...ऐसा मेरे साथ ही क्यून्न.....
सेल कॉलेज के बाहर तो फूलों की लाइन लगाई हुई थी और यहाँ अंदर साले सारे फूल जला डाली....
(और अपने माथे पे एक हाथ मारता है)
इसी तरह कॉलेज आते आते...ये तीसरी बार था जब उसके अरमानो और खड़े लंड पर किसी ने ज़ोर
से लात मार दी हो....
रो पीट के अपने डेस्क पे जाके बैठ गया....उसके मूड का सतयानाश हो चुका था...
यही उम्मीद लगा के आया था कि पिछले कॉलेज में लड़कियाँ नही थी चलो कोई नही..कम से कम इस
कॉलेज में तो लौंडिया होंगी ... लेकिन यहाँ भी किस्मत ने गान्ड मार ली...
ये सब बातें दिमाग़ में चल रही थी....उसकी नज़र एक बार सामने खड़ी अपनी टीचर पे गया
जिन्हे उस वक़्त उसने ढंग से देखा नही था..
टीचर की बॅक उसके सामने थी...हाए आए..क्या छोटी छोटी गान्ड है लेकिन कितनी सुंदर लग रही है
इस सारे में...ओहो ब्लाउस तो देखू कैसा लटकन बनी हुई है उसमे...ग़लत बात टीचर जी
इतना डीप बॅक कट बनवा रखा है...और उसे पहन के कॉलेज में आ गयी आप....यार इनकी
क्लास तो में कभी मिस ना करुउउउ.....
(अंकित सामने देखते हुई अपनी टीचर के सेक्सी असेट्स को देख कर सोच रहा था जिसकी वजह से
उनका सोया हुआ लंड अब अंगड़ाई लेने लगा कि तभी.....)
टीचर :- ह्म्म यू...आप नये आए हो अभी..तो अपना इंट्रोडक्षन दो....
(टीचर ने अंकित की तरफ इशारा किया)
अब अंकित मियाँ फँस गये....
अंकित अपने मन में...अगर में खड़ा हो गया तो सबको मुफ़्त का शो मिल जाएगा ये मेरा
लंड भी साला जब कोई आइटम देखता है खड़ा होने लगता है...बेशर्म साला.....क्या करूँ...क्या करूँ
(दिमाग़ दौड़ाने लगता है कि कोई आइडिया सोचूँ तभी..)
अंकित बैठे बैठे ही...
अंकित :- मॅम..में तो नया हूँ अपना इंट्रो तो दे दूँगा लेकिन पहले मुझे ये तो पता चले
कि में अपना इंट्रो किस को दे रहा हूँ...मतलब कि आप पहले अपना इंट्रो तो दीजिए....
सामने खड़ी टीचर को थोड़ा सा अजीब लगता है..लेकिन अंकित का कॉन्फिडेन्स देख के उनके चेहरे
पे भी स्माइल आ जाती है...
अंकित को अपना प्लान सक्सेसफुल नज़र आता है...क्यूँ कि उसके लंड महाराज दुबारा निंद्रा आसन में
चले गये थे..
टीचर :- ओहककक.....माइसेल्फ अंकिता सिंग में तुम्हारी क्लास की जावा टीचर हूँ...आइ आम फ्रॉम साउत दिल्ली
मेरी क्वालिफिकेशन..
वो आगे बोलती इससे पहले अंकित खड़ा हो गया...
अंकित :- आरीईए वाहह मॅम..आपका नाम और मेरा नाम कितना मिलता जुलता है......
अंकिता :- व्हाट...??
सबी बच्चे हँसने लगते हैं..
अंकित :- मेरा मतलब मॅम माइसेल्फ अंकित अग्रवाल...में आपका प्यारा सा स्टूडेंट हूँ...आंड आइ आम फ्रॉम
ईस्ट दिल्ली...
अंकिता :- ह्म गुड...बस इतना सा इंट्रो...और कुछ नही बताना?
अंकित :- मॅम इसके आगे जाने के लिए तो मेरे साथ टाइम स्पेंड करना पड़ेगा...
अंकिता :-(शॉक्ड होते हुए) व्हातत्तटटटटटतत्त???
अंकित :- मतलब कि जिसको जानना है उसको मेरे साथ टाइम स्पेंड करना पड़ेगा..वो अपने आप जान जाएगा..
किसी को नही बिताना तेरे साथ टाइम...तू अभी ही बता दे...तू कोई हीरो ना है......हाहहहहाः
(तभी वहाँ पे से एक लड़का बोल पड़ता है) और क्लास में काफ़ी बच्चे हँसने लगते हैं...
अंकित को गुस्सा आ जाता है.....उसे बिल्कुल पसंद नही कि उसका कोई भी मज़ाक उड़ाए..ज़्यादातर अंकित
गुस्से पे कंट्रोल कर लेता है..लेकिन उसकी बेज़्ज़ती उसकी टीचर के सामने हुई उससे ये बिल्कुल बर्दाश्त नही
हुआ..
अंकित :- अबे ओये बिहारी..तुझ जैसे को तो में भटकने भी नही देता..शक्ल देखी है अपनी..साले ऐसा
लगता है जैसी रिक्शा चलाता हो......
सभी अंकित की बात सुन के हँसने लगते हैं..इस बार उस लड़के की सुलग जाती है..
अंकिता :- यू बोथ ऑफ यू स्टॉप इट...तुम्हारी यहाँ टीचर खड़ी है....और तुम दोनो ऐसी बातें कर रहे हो.
अंकित डोंट अब्यूस इन फ्रंट ऑफ मी अंडरस्टॅंड?
अंकित :- सॉरी मॅम..
लेकिन उस लड़के को तो शायद अपनी बेज़्ज़ती पसंद नही आई....वो अपनी सीट से उठता हुआ आया..
और सीधे टूट पड़ा अंकित पे......
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