RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
में उससे नज़रे नही मिला पा रही थी….उसने मेरी नाइटी को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपेर उठाना चालू कर दिया……वो मेरे नाइटी को उतारना चाहता था. पर में फिर से उसके सामने नंगी होने से शरमा रही थी……इसीलिए मेने हाथ ऊपेर नही किए….पर उसने ज़बरदस्ती करते हुए मेरी नाइटी को मेरे गले से निकाल कर नीचे फेंक दिया….अब में एक बार फिर से उसके सामने नंगी थी…. उसने मेरे चुतड़ों को दोनो तरफ से पकड़ कर ऊपेर नीचे करना शुरू कर दिया…….”उच्छल ना साली अब ऐसे लौडा फुद्दि में लिए बैठी रहे गी क्या”
मेने उसकी बात कोई जवाब नही दिया….वो भी अपनी कमर को नीचे से ऊपेर नीचे कर रहा था……..उसके लंड के घर्षण को अपनी चूत की दीवारों पर महसूस करके में एक दम गरम हो गयी….में भी उसके साथ ऊपेर नीचे होने लगी…….धीरे-2 हम दोनो की रफ़्तार बढ़ती जा रही थी……और जब मेरी गान्ड उसकी जाँघो से टकराती तो, थप-2 की आवाज़ होने लगती…….
में काफ़ी देर से अपनी सिसकारियों को दबाए हुए थी……..पर अब में अपने आप पर काबू नही रख पा रही थी…..”अहह अमित ओह्ह्ह मुझी माफ़ कर दूओ..ह ह धेरीई अमित्त्त मेरी फुददी अह्ह्ह्ह ओह ओह”
पूरा रूम थप-2 और मेरी सिसकारियों की आवाज़ से गूँज रहा था…..अमित का लंड अब पूरी रफ़्तार से मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था, और में भी उसके लय में लय मिलाती हुई, अपनी गान्ड को उछाल-2 कर उसके लंड पर अपनी चूत को पटक रही थी……
मेरा बदन एक दम से अकड़ने लगा…..और मेरी चूत फिर से पानी छोड़ने लगी…. में हाए ओह्ह करती हुई झड गयी….अमित भी तेज़ी से शॉट लगाते हुए झड़ने लगा..चुदाई का ये दौर करीब 30 मिनट तक चला……में बुरी तरह से उसकी गोद में हाँफ रही थी……
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में बुरी तरह से थक गयी थी…मुझे कुछ होश ना था….थोड़ी देर बाद में जब मुझे होश आया तो देखा, कि में अमित के ऊपेर लेटी हुई थी…उसका आधा खड़ा लंड मेरी गान्ड की दरार पर रगड़ खा रहा था…..उसकी आँखें भी बंद थी. में उसके ऊपेर से उठ कर बेड से नीचे उतर गयी…..और झुक कर अपनी नाइटी उठाने लगी…तो मुझे अपनी गान्ड पर अमित के हाथ महसूस हुए, जब मेने पलट कर देखा, तो अमित बेड के किनारे पर बैठा हुआ, मेरी गान्ड को सहला रहा था..उसकी आँखों में अजीब सी चमक थी….
मेने अपनी नाइटी उठाई, और पहन ली, अमित खड़ा हुआ, और मेरी नाइटी को पकड़ कर कमर तक ऊपेर उठा दिया…..”अमित छोड़ो मुझे अब बहुत हो गया” अमित ने मेरी और मुस्कुराते हुए देखा, और अपने लंड को मेरी नाइटी से सॉफ करने लगा. उसके बाद उसने अपनी पेंट पहन ली, और बाथरूम के तरफ जाते हुए बोला….
अमित: जान मेरा भी खाना बना लेना…….आज रात यही रुकुंगा और तेरी चूत का भोसड़ा बना कर सुबह जाउन्गा…..
में अमित से कुछ ना कह पाई…..बाथरूम से वापिस आकर अमित बेड पर लेट गया….उसके बाद में बाथरूम में गयी….और नहा कर बाहर आई….मेने कभी ज़िदगी में नही सोचा था कि, मुझे ऐसे दिन देखने पड़ेंगे…..
नहाने के बाद जब में अपने रूम में आई, तो देखा अमित सो रहा था… एक बार तो सोचा कि अभी इसको जान से मार दूं तो सारा खेल यही ख़तम हो जाएगा. फिर मन में डर था कि एक चीज़ से बचाने के लिए दूसरी ग़लती नही कर सकती में मन मार कर किचन में आ गयी….रात के 8 बज चुके थे……मेने खाना तैयार किया….और बाहर आकर बरामदे में बैठ गयी…थोड़ी देर बाद अमित उठ कर बाहर आ गया….
अमित: खाना बना लिया……
में: हां. बन गया है, अमित अब तक तुमने जैसे कहा. मेने वैसे किया अब में तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूँ……वो क्लिप मुझे दे दो….
अमित: ठीक है दे देता हूँ……पर एक शर्त है.
में: क्या शर्त है, में तुम्हारी हर बात मानने को तैयार हूँ….
अमित: (मुझे क्लिप की डीवीडी देते हुए) ये लो, पर हां आज रात भर मुझे खुस रखना होगा…
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