RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
में तेज़ी से साँसे लेती हुई सोफे से खड़ी हुई, जैसे ही में खड़ी हुई, मुझे अपनी चूत से कुछ चिपचिपा निकल कर अपनी जाँघो पर जाता हुआ महसूस हुआ, जब मेने नीचे देखा तो उसका वीर्य और मेरी चूत का पानी मेरी जाँघो चूत की फांकों और यहाँ तक मेरी गान्ड पर लगा हुआ था…..अपनी सेक्स लाइफ में आज तक में इस तरह गीली नही हुई थी…….ये सब मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था……में सीधा बाथरूम में चली गयी, और अपने आप को सॉफ किया….
जब में बाथरूम से कपड़े पहन कर बाहर आई, तो अमित मुस्कुराते हुए मेरी तरफ देख कर बोला “ तुझे किसने कहा कपड़े पहनने को” में उसकी ये बात सुन कर थोड़ा सा घबरा गयी…..
में: अमित मुझे बहुत देर हो चुकी है, मुझे जाने दो….और वो क्लिप मुझे दे दो…
अमित: जाना ही तो चली जाओ……पर अभी वो क्लिप में तुम्हे नही दे सकता…..मुझे अभी मेरे दोस्त का फोन आया था.मुझे वहाँ जाना है…..
में: देखो अमित अब तुम ये ठीक नही कर रहे हो…..मुझे क्लिप दे दो….
अमित: (उठ कर मेरे पास आते हुए) वो अभी मेरे पास नही…वो मेरे रूम में है, ये घर तो किसी दोस्त का है…..अगली बार जब आओगी, तो वो क्लिप्स ला दूँगा…..
ये कहते हुए, उसने मुझे फिर से बाहों में भर लिए, और अपने हाथों को मेरी कमर के पीछे लेजा ते हुए, मेरी गान्ड को मसल्ने लगा…..फिर उसने मेरे होंटो को एक बार चूसा और बोला….”अब चलो, मुझे भी जाना है”
अब में कर भी क्या सकती थी, में रूम से बाहर आई, और उसके साथ घर से निकल गयी…….मेने अपने घर के लिए ऑटो पकड़ा और घर वापिस आ गयी….जब घर पहुचि तो संजना घर जाने को तैयार थी……
संजना: आ गयी दीदी में तो जाने ही वाली थी…..
में: अर्रे कुछ देर बैठ ना…..
संजना: नही दीदी देर हो जाएगी……अच्छा दीदी क्या मैं सोनिया को कुछ दिनो के लिए साथ ले जाउ….
में: (थोड़ी देर सोचने के बाद) हां हां क्यों नही…..
फिर संजना सोनिया और अपने बच्चो के साथ घर चली गयी…….उनके जाने के बाद में बाथरूम में गयी, और कपड़े उतार कर नहाने की तैयारी करने लगी…..मेने देखा मेरी जांघे अभी भी उसके वीर्य से चिपचिपा रही थी.. मेरी चूत से अभी भी पानी निकल कर बाहर आ रहा था….मेरी पैंटी पूरी तरह से भीग चुकी थी…..
में अभी नहाने ही वाली थी कि, फोन की रिंग बजी मेने अपनी टाँगों को सॉफ किया, और बाथरूम में रखी मॅक्सी पहन कर रूम में गयी….और फोन उठाया……
में: हेलो कॉन…..
अमित: हाँ रानी में हूँ घर ठीक से पहुँच तो गयी ना…..
में: (उसकी आवाज़ सुन कर मुझे फिर से गुस्सा आ गया) अब क्यों फोन किया है. तुम हमारा पीछा छोड़ क्यों नही देते…..
अमित: छोड़ दूँगा साली, अच्छा अभी अभी मेने सोनिया को तेरी जेठानी के साथ जाते देखा है…….
में: तो तुझे मतलब…..
अमित: घर पर अकेली हो..बोलो तो आ जाउ…..
में: नही में तुम्हारी परछाई भी अपने घर पर नही पड़ने देना चाहती..
अमित; ओह्ह इतना गुस्सा….मुझे लगता है कि, तेरे बेटी की क्लिप को बाज़ार में बेचना ही अच्छा रहेगा…..और हां सुन साली आज तो तेरी नंगी मूवी भी बन गयी.उसे भी साथ में बेच दूँगा
में: नही अमित तुम ऐसा नही करोगे….
अमित: क्यों क्यूँ नही कर सकता…..चल अब अपनी चूत की तेल से मालिश करके तैयार हो जा…में आ रहा हूँ….
ये कहते हुए उसने फोन बंद कर दिया……में वही बैठी अपनी किस्मत को रोती रही, और उस मनहूस घड़ी को कोसने लगी. जब मेने उसे रूम रेंट पर दिया था….मुझे अब ऐसा लगने लगा था कि, सोनिया के साथ-2 मेने भी बहुत बड़ी ग़लती कर दी है……में वही बैठी यही सब सोचती रही….. कि बाहर डोर की बेल की आवाज़ से मेरा ध्यान टूटा….मुझे पता था कि बाहर अमित ही होगा….
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