RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
में बहुत परेशान हो गयी थी…..मुझे समझ में नही आ रहा था कि, में क्या करूँ….लाखो सवाल मेरे जहन में घूम रहे थी….तभी बाहर से सोनिया की आवाज़ आई”माँ कहाँ रह गयी” में एक दम से हड़बड़ा गयी…..और जल्दी से पैंटी को अपनी सलवार के जबरन में फँसा कर बाहर आई और सीधा अपने रूम में चली गयी, और उसे वहाँ पर रख दिया….और बाहर आ गयी….बाहर आकर में नीचे बैठ गयी…..मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मेरी दुनिया ही लुट गयी हो… तभी अमित बाथरूम से बाहर आया, और पास बैठ कर चाइ पीने लगा……
मुझे परेशान देखार कर अमित ने मुझ से पूछा कि क्या हुआ आप इतनी पेरेशान क्यों लग रही हो……….उस पर मेने कहा नही कोई बात नही है…….पर मेरे मन में हज़ारो सवाल चल रहे थे…….कि आख़िर हो क्या रहा है…….मुझे पता करना ही होगा….रात को अमित खाना खा कर ड्यूटी पर चला गया……
अब मेरे दिमाग़ ने भी काम करना बंद कर दिया था….कहीं मेरी बेटी ग़लत रास्ते पर तो नही चल रही…….मेने मन में ठान लिया था कि, अब चाहे जो भी हो जाए…..में सोनिया से बात करके रहूंगी……खाना खाने के बाद मेने सारा काम ख़तम किया, और सोनिया के रूम में गयी…….
मुझे अपने रूम में देख कर सोनिया ने पूछा क्या हुआ माँ, तो मेने उसकी पैंटी दिखाते हुए गुस्से से पूछा ये क्या है…..
जैसे ही सोनिया ने वो अपनी पैंटी मेरे हाथ में देखी, उसके चेहरे का रंग उड़ गया….पर फिर अपनी घबराहट को छुपाते हुए बोली…..”ये ये तो मेरी पैंटी है माँ आप भी ना”
में: (गुस्से से) वो तो मुझे भी दिख रहा है……पर ये अमित के रूम में कैसे पहुची ?
सोनिया: (मेरी ये बात सुन कर और घबरा गयी, और रुवासि से होकर बोली) वो वो जब मेने ऊपर छत से कपड़े उतारे थे,और अमित के कपड़े देने उसके रूम में गयी थी…शायद उसी के बीच में चली गयी होगी….
भले ही सोनिया कुछ और ही कह रही थी……पर उसकी घबराहट से सॉफ जाहिर हो रहा था कि वो मुझ से झूट बोल रही है….में अब गुस्से से पागल हुई जा रही थी ……मे तेज़ी से सोनिया की तरफ गयी……और उसके गाल पर जोरदार थप्पड़ मार दिया…..थप्पड़ पड़ते ही वो गाल पर हाथ रख कर सुबकने लगी……..
में: सच सच बता…..क्या चल रहा है तुम दोनो के बीच में…….
सोनिया: (अब ज़ोर-2 से रोने लगी थी) सच माँ कुछ नही है…..
में: (और गुस्से से चिल्लाते हुए) बताती है कि नही कि और लगाऊ……..
सोनिया: (सुबक्ते हुए) वो माँ में में अमित से प्यार करती हूँ……
उसकी ये बात सुन कर तो जैसे मेरे बदन में आग ही लग गयी हो…….मेने एक के बाद एक 4-5 थप्पड़ उसके गालो पर झाड़ दिए……..
में: तुम जानती भी हो प्यार किसी कहते है……..ये सब गंदी हरकते करके तुम इसे प्यार का नाम दे रही हो…..तूने हमारी इज़्ज़त मिट्टी में मिला दी….
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