RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
मेने गेट खोला तो देखा, अमित सर झुकाए खड़ा था…..बाहर कोहरा छाया हुआ था, और ठंड बहुत ज़्यादा थी….
में: अमित तुम इस वक़्त टाइम तो देखो……..
अमित बिना कुछ बोले और मेरी तरफ देखे बिना अंदर चला गया…..जब वो मेरे पास से गुज़रा तो मुझे एक अजीब सी स्मेल आई……मैं गेट लॉक कर वापिस मूडी तो देखा, अमित अपने रूम में जा चुका था…..गेट बंद करने के बाद में वापिस आई, और रूम के बाहर से ही अमित को देखा, अमित बेड पर बैठा हुआ था…उसने अपने सर को नीचे झुका रखा था, और मूह में कुछ बुदबुदाये जा रहा था…..मुझे लगा कि कुछ तो ग़लत हुआ है…..
में अमित के रूम में चली गयी…..जैसे ही में अमित के पास पहुचि, तो मुझे फिर से अजीब सी स्मेल आई……और फिर मुझे समझते देर ना लगी कि, अमित ने ड्रिंक कर रखी थी……”क्या हुआ अमित. कुछ हुआ है क्या”
अमित: (नीचे फर्श की ओर देखते हुए) आंटी जी में बहुत अपसेट हूँ, और रात बहुत हो चुकी है, सुबह बात करते है…….
में: हां ठीक है खाना तो खाया है ना…..
अमित ने हां में सर हिला दिया…मेने भी उससे ज़्यादा सवाल पूछना ठीक नही समझा. और अपने रूम में आ गयी….में बेड पर लेटी सोचने लगी कि, ये अमित को क्या हो गया…कही कुछ ग़लत तो नही हुआ उसके साथ. ड्रिंक भी करके आया है. बस यही सब सवाल मेरे जॅहन में था.
रोशन दान से अभी लाइट अंदर आ रही थी.जो अमित के रूम की थी….नज़ाने वो कब तक जागता रहा…पर में अपने रूम में लेटी रही…नज़ाने कैसे-2 ख़याल मेरे दिमाग़ में आ रहे थे…कहीं नीता के ससुराल वालो या उसके पति को उन दोनो के रिश्ते के बारे में तो नही पता चल गया…..में यही सब सोचते-2 सो गयी…….अगली सुबह जब उठी, तो देखा सोनिया मुझसे पहले ही उठ कर घर के सॉफ सफाई कर चुकी थी…….और नाश्ता बना रही थी…….में किचन में गयी और बोली” क्या बात है आज सुबह सुबह ही घर के सफाई कर ली, मुझे उठाया भी नही…….”
सोनिया: ओह्ह माँ तुम भी ना कुछ याद नही रहता…….आज रामा दीदी और जीजा जी आने वाले है…..
में: ओह्ह हां में तो भूल ही गयी…..जल्दी से नाश्ता तैयार करो…में बाज़ार से कुछ खाने पीने का समान ले आती हूँ…..
में फिर से अपने रूम में गयी, और पैसे लेकर बाज़ार के तरफ जाने लगी, तो मेने देखा अमित का रूम खुला था……पर अमित अंदर नही था……..में थोड़ा जल्दी में थी, इसीलिए सीधा बाज़ार चली गयी…..बाज़ार से कोल्ड्रींक्स और कुछ और खाने का समान लेकर में घर आ गयी….अंदर आते वक़्त भी मेने अमित के रूम में झाँका तो वो वहाँ नही था…..में किचन में गयी..और साथ लाया समान सेल्फ़ पर रख कर सोनिया से पूछा…..
में: सोनिया अमित कहाँ है…..तुमने देखा है उसे……..
सोनिया: हां ऊपेर है छत पर…
में: अच्छा रामा और तुम्हारे जीजा जी कब आने वाले है……
सोनिया: वो तो दोपहर तक आएँगे क्यों क्या हुआ.
में: कुछ नही….अच्छा अमित को चाइ दी……..
सोनिया: हां दी थी……वो कप लेकर ऊपेर ही चला गया था…….
में: अच्छा ठीक है में कप लेकर आती हूँ….
उसके बाद में ऊपेर आ गयी……
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