RE: Biwi ki Chudai किराए का पति
फिर मेने अदालत मे वो टेप प्रस्तुत की जिसमे खाने पर राजदीप ने मुझे 1 करोड़ की ऑफर दी थी. टेप सुनने के बाद जज ने फ़ैसला सोनिया के हक़ मे सुना दिया. जज ने राजदीप और उसके ट्रस्ट पर मुक़दमा चलाने का भी हुकम दिया.
कोर्ट से घर जाते वक़्त रास्ते भर सोनिया चुप रही और सिर्फ़ मुझे देखती रही. आख़िर मे उसने अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा, "राज वो तस्वीरे उसी रात की है ना जिस दिन तुमने मेरे साथ वो कुछ किया था."
"हां"
"इसका मतलब तुम्हे पहले से पता था कि अमित मेरे साथ ऐसा कर सकता है."
"हां मुझे अमित पर यकीन नही था और मुझे पहले से अमित के इस मुद्दे को अदालत मे झूटलाना था कि तुम्हारा उसके साथ जिस्मानी संबंध है."
"पर तुम्हे इस बात का पता कैसे चला?" सोनिया ने पूछा.
"इसके लिए तुम्हे मीनाक्षी को धन्यवाद और इनाम देना होगा." मेने कहा.
फिर मेने सोनिया को बताया कि किस तरह मीनाक्षी को हम दोनो की कहानी का पता चला और एक दिन उसने अमित को किसी से फोन पर बात करते सुन लिया कि वो गवाही देने के लिए तय्यार है.
"वैसे तो ये सब अलग अलग कड़ियाँ थी लेकिन जब राजदीप ने मुझे खाने पर मिलने के लिए बुलाया तो मेरा शक़ यकीन मे बदल गया. इसलिए उससे मिलने जाते समय में अपने साथ टेप रेकॉर्डर ले गया था और सब बातों को रेकॉर्ड कर लिया."
"क्यों राज.....क्यों? तुमने मुझे ये सब पहले नही बताया. क्यों मुझे इतनी परेशानियों से गुज़रने दिया..."
"मुझे तुम पर भरोसा नही था सोनी."
"तुम्हे मुझ पर भरोसा नही था... मुझ पर, तुम्हारा कहने का मतलब क्या है." सोनिया थोड़ा गुस्से मे बोली.
"शायद मुझे कहना नही आया, मेरा कहना का मतलब ये है कि प्यार मे अंधी औरत पर में भोरसा नही कर सकता था."
"राज पहलियाँ मत बुझाओ, साफ सॉफ कहो क्या कहना चाहते हो."
"तुम्हे याद है सोनी जब हम पहली बार मिले थे और तुमने मुझे ये ऑफर दी थी और कहा था कि राज प्यार अँधा होता है. में अमित से प्यार करती हूँ और उसके लिए कुछ भी कर सकती हू. अगर में तुम्हे बताता कि तुम्हारी पीठ पीछे अमित तुम्हारे प्यार का सौदा कर रहा है तो तुम सबसे पहले दौड़ कर अमित के पास जाती. और वो ये बात राजदीप को बताता तो उन्हे सब पता चल जाता." मेने कहा.
"तुम कम्से कम हमारे वकील को तो बता सकते थे."
"सोनी वो तुम्हारा वकील है मेरा नही. जैसे ही में उसे ये बात बताता वो तुम्हे कहता और तुम सबसे पहले दौड़ कर अमित के पास जाती."
क्रमशः…………………………………..
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