RE: Biwi ki Chudai किराए का पति
समय इसी तरह गुज़रता रहा. मीनाक्षी हफ्ते मे तीन और कभी चार दिन के लिए आती. मीनाक्षी खुद इतनी कामुक थी की जब भी आती मुझे निचोड़ कर रख देती थी. मुझसे कई बार सोनिया ने पूछा कि मुझे दूसरी लड़की चाहिए तो हर बार मेने मना कर दिया. पता नही मीनाक्षी में ऐसी क्या बात थी.
कभी तो मुझे लगता कि सोनिया शायद मीनाक्षी से जलने लगी है और मुझे चिडाने के लिए ऐसा पूछ रही है, कि उसका पति एक दूसरी लड़की के साथ इतने मज़े कर रहा है.
गुज़रते के वक़्त के साथ हम सभी को ये एहसास दिलाने मे कामयाब होते गये कि हमारी शादी शुदा ज़िंदगी काफ़ी अच्छी गुज़र रही है. मेने कई बार राजदीप मिश्रा को हमारे आस पास घूमते देखा. पर मुझे उसे देख कर एक अंजान सा भय दिमाग़ मे आता. में जब भी उसे देखता तो मुझे ऐसा लगता कि वो कुछ और फ़िराग में है. उसका मकसद हम पर नज़र रखने का नही बल्कि वो कुछ और चाहता है.
फिर एक दिन मेरा शक़ यकीन मे बदल गया......
जो मेने सोचा था ठीक वैसा ही हो रहा था. मेरा शक़ यकीन मे बदलने लगा. इस यकीन के कई कारण थे. पहले तो मुझे लगा कि ये सब अलग अलग घटनाए है पर बाद मे एहसास हुआ कि ये सब एक ही जंजीर की कड़ी है.
शुरुआत कुछ इस तरह हुई. जब भी में घर पर सोनिया और अमित के साथ होता तो में अमित को नज़र अंदाज़ करने लगा. पर एक ही छत के नीचे साथ साथ रहते हुए तुम ज़्यादा दिन तक किसी को नज़र अंदाज़ नही कर सकते.
ऐसी ही रात की बात है, में स्टडी रूम मे कंप्यूटर पर गेम खेल रहा था. स्टडी रूम किचन और डिन्निंग रूम के साथ ही सटा हुआ है. सोनिया और अमित डिन्निंग टेबल पर बैठे हुए थे और ऐसा हो नही सकता कि उन दोनो को मेरे स्टडी रूम मे होने की खबर ना हो.
दोनो किसी बात पर बहस कर रहे थे. बहस करते करते उन दोनो की आवाज़ें इतनी ज़ोर से हो गयी कि मुझे स्टडी रूम मे सॉफ सुनाई दे रहा था. अमित चाहता था कि सोनिया का पैसे का मामला सलटने के बाद वो मुझे तलाक़ देकर उससे शादी कर ले.
पर सोनिया कह रही थी कि वो अमित से किसी हाल मे भी शादी नही कर सकती चाहे वो मुझे तलाक़ दे या ना दे. सोनिया की बात सुनकर जितना में चौंका था उतना ही झटका अमित को भी लगा था. वो इसी उम्मीद मे बैठा था कि भविश्य मे सोनिया उससे शादी करेगी. उसका कहना था कि इससे उसकी समाज और सोसाइटी मे इज़्ज़त पे धब्बा लगेगा. इसका बाद क्या हुआ मुझे पता नही क्यों कि अमित गुस्से मे पैर पटकता हुआ घर से बाहर चला गया.
दूसरी घटना करीब एक महीने बाद घटी. हमेशा की तरह एक दोपहर जब में मीनाक्षी को चोद कर हटा था. आज मेने उसके तीनो छेदों की जम कर चुदाई की थी.
"राज तुम्हे पता है, मुझे तुमसे चुद्वाकर बहोत मज़ा आता है. हालाँकि में अपने पति से तकरीबन रोज़ ही चुदवाती हूँ पर पता नही तुम्हारे साथ मे हद से ज़्यादा उत्तेजित हो जाती हूँ और मुझे मज़ा भी बहोत आता है. पर में ये काम सिर्फ़ पैसों के लिए कर रही हूँ." मीनाक्षी ने मुझसे कहा.
मीनाक्षी की बात सुनकर मेरे मन को दुख हुआ, "ये कह तुमने मेरा दिल दुखाया है मीनाक्षी, में तो यही समझ रहा था कि तुम मेरे व्यक्तिक्त्व को देख कर तुम मेरे साथ हो." मेने कहा.
मेरी बात सुनकर मीनाक्षी हँसने लगी, "तुम बेवकूफ़ हो राज. क्या तुम मुझे पागल समझते हो. में यहाँ सिर्फ़ पैसे के लिए हूँ ना कि प्यार या किसी और वजह से. राज तुम्हारी बीवी की ये कहानी की वो बीमारी की वजह से तुम्हारी काम इच्छा पूरी नही कर सकती किसी और को बेवकूफ़ बना सकती है मुझे नही. मेने तुम्हारी बीवी सोनिया को उस बंदर अमित के साथ कई बार होटेल्स मे जाते देखा है. तुम दोनो जो दुनिया के जताना चाहते हो में सब समझती हूँ. राज हमे इस विषय पर बात करनी होगी."
अगली घटना एक हफ्ते बाद हुई जब मुझे राजदीप मिश्रा का फोन आया कि वो मेरे साथ खाना खाना चाहता है.
जब में राजदीप को खाने पर मिला तो सीधा मुद्दे के बात पर आ गया.
"राज में कई महीनो इस शक मे था कि तुम्हारी और सोनिया की शादी एक दिखावा है जिससे वो ट्रस्ट से पैसा हासिल कर सके. हमेशा से मुझे यही लग रहा था कि सोनिया ने तुम्हे पैसे देकर खरीदा है और तुम उसके किराए के पति हो. आज मेरा शक यकीन मे बदल गया है. मेरा पास पक्का सबूत है कि सोनिया ने तुम्हे 50 लाख रुपये दिए हैं उसका पति बनने के लिए."
में कुछ कहने ही जा रहा था कि उसने मेरी बात बीच मे ही काट दी.
क्रमशः…………………………………..
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