RE: Biwi ki Chudai किराए का पति
जहाँ तक सुहागरात की बात है तो कुछ बातें भी होती है और कुछ बुरी भी. जब हम होटेल सिल्वर इन्न मे घुसे जिसमे मेने कमरा बुक कराया था (मुझे पता है कि सोनिया वेर्मा जैसी महान हस्ती को कोई इस छोटे से होटेल मे नही ढूँढेगा). जैसे ही हम कमरे मे घुसे सोनिया ने अपने कपड़े उतारे और बिस्तर पर लेट गयी जैसे कह रही हो, "जो करना है जल्दी करो और इस कहानी को यहीं ख़त्म करो." पर में भी पूरी तैयारी के साथ आया था. मेने अपनी सूटकेस खोली और एक कीताब निकालकर सोनिया को पकड़ा दी.
"ये क्या है?" उसने पूछा.
"जब तक में अपनी शाम का मज़ा लेता हूँ तुम किताब पढ़कर अपना दिल बहलाओ," मेने कहा.
में उसके पास बिस्तर पर पहुँचा और उसकी टाँगो को फैला दिया तभी वो बोली, "तुम कुछ भूल तो नही रहे हो?"
"नही तो,"
"तुम भूल तो रहे हो, कॉंडम कहाँ है?" उसने पूछा.
"उसकी ज़रूरत ही नही है."
"है तुम्हे उसकी ज़रूरत है, में अभी से मा बनने के लिए तय्यार नही हूँ." सोनिया ने कहा.
"जो में करूँगा उससे तुम प्रेग्नेंट नही हो सकती, तुम किताब पढ़ो और मुझे अपना काम करने दो," इतना कहकर मेने अपना चेहरा उसकी टाँगो के बीच दे दिया. मुझे चूत चूसने मे काफ़ी मज़ा आता है और कइयों ने तो इतना तक कहा कि मुझसे बेहतर चूत कोई नही चूस्ता.
सोनिया को उत्तेजित करने मे मुझे ज़्यादा वक़्त नही लगा. थोड़ी ही देर मे वो सिसकने लगी और अपने कुल्हों को उपर को उठा अपनी चूत को मेरे मुँह पर और दबाने लगी. मेने अपनी एक उंगली उसकी चूत के अंदर डाल दी और साथ ही अपना अंगूठा उसकी गंद के छेद मे डाल दिया. अब मेरी जीब के साथ मेरी एक उंगली उसकी चूत मे और अंगूठा उसकी गंद के अंदर बाहर हो रहे थे.
"ये तुम क्या कर रहे हो?" उसने गहरी साँसे लेते हुए पूछा तो मेने अपना चेहरा उसकी चूत पर से हटाते हुए कहा, "सोनिया तुम अपनी कीताब पढ़ो और मुझे अपना काम करने दो."
मेने अपना अंगूठा उसकी गंद मे से निकाल कर अपनी एक उंगली उसकी गंद के अंदर बाहर करने लगा. फिर दूसरी उंगली भी अंदर डाल दी. अब में उसकी चूत को चूस रहा था और अपनी उंगलियाँ उसकी गंद के अंदर बाहर कर रहा था.
सोनिया ने अपनी किताब बिस्तर पर फैंक दी और मेरे सिर को पकड़ कर और अपनी चूत पे दबा दिया साथ ही अपने कूल्हे भी उपर को उठा दिए. मेरा मुँह पूरा उसकी चूत पे था.
"ऑश ऱाआआआज़ ओह अब और बर्दाश्त नही होता चोदो मुझे जल्दी सीई." सोनिया सिसक रही थी.
मेने मुस्कुरा कर बिस्तर पर पड़ी क्रीम की ट्यूब उठा ली जिसे मेने बिस्तर पर आने से पहले रखी थी. मेने थोड़ी क्रीम अपने लंड पर लगाई और साथ ही उसकी चूत मे उंगली कर करता रहा. सोनिया सिसक रही थी. जब मेरे लंड पर अच्छी तरह क्रीम लग गयी तो मेने उसकी टाँगो को पकड़ कर मेरे कंधों पर रख लिया, जब उसकी गंद पूरी तरह बिस्तर के उपर हो गयी तो मेने एक ही धक्के मे अपना लंड उसकी गंद मे घुसेड दिया.
"ओह मर गयी……." सोनिया ने अपने आप को मुझ से छुड़ाने की कोशिश की पर मेरा लंड पूरी तरह उसकी गंद मे घुसा हुआ था. में अपना लंड उसकी गंद के अंदर बाहर करने लगा.
मेरे पीछले अनुभव ने मुझे बताया था कि कुछ औरतें को गंद मराने मे बड़ा मज़ा आता है. कुछ शौक के लिए मरवाती थी तो कुछ अनुभव के लिए. सोनिया किस किस्म मे आती है मुझे इस वक़्त इसकी नही पड़ी थी. मुझे मतलब था तो सिर्फ़ आज की रात से जिसमे सोनिया के साथ में कुछ भी कर सकता था.
मेने देखा कि सोनिया को भी मज़ा आने लगा और वो अपने कूल्हे उछाल मेरा साथ दे रही है..
"हाआँ फाड़ दो मेरी गाअंड को ऑश हां और जूओर से ऑश." सोनिया सिसक रही थी.
आज की रात के लिए मेने पीछले 24 घंटे मे कम से कम 20 बार मूठ मारी थी. सिर्फ़ इसलिए कि मेरा लंड जल्दी पानी नही छोड़े. में पंद्रह मिनिट तक सोनिया की गंद मारता रहा. सोनिया की चूत दो बार पानी छोड़ चुकी थी और आख़िर मे मेरे लंड ने भी उसकी गंद मे पानी छोड़ दिया.
जब मेरा लंड मुरझा गया तो मेने उसे सोनिया की गंद से बाहर निकाला और बाथरूम मे सफाई के लिए चला गया. सोनिया बिस्तर पर लेटी हुई मुझे देखती रही.
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