RE: Kamuk Kahani मेरी चाची नंबर वन
और थोरी देर के बाद मैं फारिघ् हो गया और मेरा कम चाची की ब्रा से चिपक गया मैने चाची से कहा मैं इसे साफ कर के आता हूँ तो चाची ने कहा नही कोई बात नही मैं खुद साफ कर लूँगी और चाची ने मुझ से अपनी ब्रा ली और बाथरूम मे चली गयी अपने ब्रा को साफ करने के लिया थोरी देर बाद आई फिर बेड से अपने कपड़े उठाए और फिर बाथरूम मे चली गयी कपड़े पहेन ने के लिए लेकिन उस ने बाथरूम का डोर लॉक नही किया और थोड़ा दरवाज़ा खुला छोड़ दिया और अपने कपड़े चेंज करने लगी मैं जल्दी से दरवाज़े के करीब गया और देखा के चाची की पीठ मेरी तरफ थी फिर मैने देखा के चाची ने आहिस्ता और सेक्सी स्टाइल से अपना टवल नीचे गिरा दिया और मैं चाची की मस्त गंद देख के हैरान हो गया.
क्या मस्त गंद थी बड़ी बड़ी और गोल गोल चूतर देख कर हैरान हो गया, मेरा दिल कर रहा था के अभी अंदर घुस जाऊं और चाची की इस मस्त गंद मे अपना लंड पेल दूँ लेकिन मैने अपने आप को किस तरह काबू किया ये मुझे पता है फिर इस से पहले मैं कोई ग़लत कदम उठाता मैं सीधा अपने बेड पर जाके लेट गया. थोरी देर बाद चाची वॉशरूम से बाहर निकली और फिर मुझे कहा के जाओ तुम जाके फ्रेश हो जाओ मैं नाश्ता ले कर आती हूँ और फिर मैं वॉशरूम मे फ्रेश होने चला गया.
जब मैं फ्रेश हो कर बाहर निकला तो देखा चाची कमरे मे नही थी फिर मैं विंडो पर खड़ा हो कर बाहर बच्चो को क्रिकेट खेलता देखने लगा इतने मे चाची कमरे मे आई नाश्ता लेकर फिर हम ने साथ मे नाश्ता किया और चाय पी और कुछ देर बाते करने के बाद मेरा दोस्त फ़ैसल आगाया और चाची ने मुझे कहा के फ़हद बेटा आज रात को 8 बजे मेहेन्दि है इस लिए रात को तैयार रहना मैने कहा हां चाची मैं तैयार रहूं गा आप फिक़र मत कीजिए फिर चाची चली गयी.
और फिर फसैल ने मुझ से कहा के वो ब्लू प्रिंट लाया है मैने कहा के तो फिर चलाओ इस को और फिर सीडी चला के प्रिंट देखने लगे देखते देखते मुझे सेक्स का नशा चढ़ गया और मैने अपना हाथ फ़ैसल की टाँग पर रख दिया और फिर थोड़ी देर के बाद अपने हाथ से उसकी टाँग को सहलाने लगा लेकिन उस ने कुछ नही कहा और चुप चाप प्रिंट देखने मे मगन रहा उस की टाँग को सहलाते सहलाते मैं अपना हाथ थोड़ा पीछे ला जाकर उस की गंद को सहलाने लगा लेकिन फिर भी वो चुप रहा और फिर मैने अपना हाथ आगे लेजा कर उस के नारे को थोड़ा ढीला कर दिया ताकि मेरा हाथ उस की शलवार के अंदर जा सके फिर मैने अपना हाथ फिर पीछे लेजाकार उस की शलवार के अंदर डाल दिया.
क्रमशः………………………….
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