RE: Kamuk Kahani मेरी चाची नंबर वन
अगली सुबह जब मैं नींद से उठा तो देखा के चाची कमरे मे नही थी और मुझे बाथरूम मे से पानी के गिरने की आवाज़ आने लगी मैं समझ गया के चाची नहा रही है. और फिर अचानक मेरी नज़र चाची की ब्लॅक ब्रा और पैंटी पर पड़ी जो के बेड पर पड़े हुए थे मैने चाची की ब्रा को उठाया और उसे मूँह से लगा के सूंघ ने और चाटने लगा और फिर चाटने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला और अपने लंड को चाची की ब्रा को अपने लंड पर लपेट कर ब्रा को लंड से रगड़ ने लगा अचानक बाथरूम का दरवाज़ा खुला और चाची अपने जिस्म पर टवल लपेटे बाहर निकली और मुझे इस हालत मे देख लिया.
मैं डर गया और जल्दी से ब्रा को लंड से निकाला लेकेन ब्रा का हुक मेरी झांतो मे फस गया था और मेरे जल्दी से ब्रा को लंड से निकालने से मेरी झांते निकल आई और हल्का हल्का खून निकल ने लगा और दर्द की वजा से मेरे मूँह से हल्की सी चीख निकल गयी जब चाची ने ये देखा तो फॉरन मेरे पास आई और मेरी झांतो मे जहाँ से खून निकल रहा था वहाँ देख ने लगी और मुझ कहने लगी क्या ज़रूरत थी इतनी ज़ोर से निकालने की आराम से अपना मज़ा लेते और फिर धीरे से निकाल देते तो मैने कहा मैने सोचा आप नाराज़ ना हो जाए इसलिए ज़ोर से निकाला तो चाची ने कहा मैं कियूं नाराज़ हूँगी.
ये देख कितना खून बह रहा है ठहर मैं अभी तुझे स्प्रेड लगाती हूँ और ये कह कर उसने टेबल के ड्रॉवार से स्प्रेड की बॉटल और थोरी सी कपास निकाली और मुझे बेड पर बैठने को कहा जब मैं बेड पर बैठा तो वो मेरे साथ बैठ गयी मेरा लंड अभी भी बाहर खड़ा था और लोहे की तरह सख़्त था और फिर चाची ने थोड़ा सा स्प्रेड कपास के छोटे टुकड़े पर लगाया और अपने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर उसे थोड़ा नीचे किया और दोसरे हाथ से मेरे ज़ख़्मो पर स्प्रेड मारने लगी चाची की नरम उंगलियों का स्पर्श मुझे बिल्कुल पागल कर रहा था और मेरा लंड झटके खा रहा था.
चाची आहिस्ता आहिस्ता एक हाथ से मेरे ज़ख़्मो को स्प्रेड लगा रही थी दोसरे हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर उसे आहिस्ता आहिस्ता दबा रही थी थोड़ी देर के बाद चाची ने अपना हाथ हटा लिया और कहने लगी के जब भी तेरा मज़ा लेने का दिल हो तू घबडाना नही मेरी ब्रा उठा कर अपना मज़ा ले लेना आख़िर कब तक अपनी जवानी को काबू मे रखे गा ये सुन कर मैं खुश हो गया और चाची से कहा के अगर आप बुरा ना माने तो मेरा मज़ा अब तक ख़तम नही हुआ और मैं इसे पूरा करना चाहता हूँ इस लिए.... मैं आगे नही बोल पाया लेकिन चाची मेरी बातो को समझ गयी और खुद ही अपनी ब्रा उठा कर मुझे कहा के हाँ हाँ कियूं नही अपना मज़ा पूरा कर्लो मैने चाची के हाथ से ब्रा लिया और अपने लंड पर लपेट कर मूठ मारने लगा...............
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