RE: Kamuk Kahani मेरी चाची नंबर वन
हालाँकि ट्रेन के जिस ब्लॉक मे हम बैठे थे उस ब्लॉक मे मेरे और चाची के सिवा और कोई नही था इसलिए हम एक दोसरे से खुल कर बातें कर रहे थे. तो फिर चाची ने कहा अपने चाचा को बताना नही मैने कहा कियूं तो वो बोली के वो नाराज़ हो जाएँगे मैने कहा आप मेरी जान हो मैं भला चाचा को कियूं बताउन्गा तो चाची फिर से सर्मा गयी फिर चाची ने मुझ से पूछा के तेरी सब से फॅवुरेट हेरोइन कॉन सी है तो मैने कहा के 2 पर सेलिना जातेली 3 पर मल्लिका शेरावत 4 पर हॉलीवुड की कारमेन एलेक्ट्रा और 5 पेर पेमेला आंडर्सन.
तो चाची बोली छी शरम नही आती सब गंदी आक्टर्स हैं तो मैने कहा गंदी कहाँ हैं वो तो बोहोत खूबसूरत और सेक्सी हैं तो चाची बोली अछा तुम ने 2,3,4 और 5 का नाम बताया लेकेन पहले नंबर. पर कॉन है तो मैने कहा आप तो चाची सर्मा गयी और कहा के कियूं ऐसा क्या है मुझ मे तो मैने कहा के आप दुनिया की सब से सुंदर लड़की हो तो चाची सर्मा गयी और अपना मूँह नीचे करलिया तो मैं चाची के करीब गया और उनका मूँह उपेर करके उनके खूबसूरत होंटो को किस करने के लिए मैने अपने होन्ट उनके होंटो पर रखे ही थे के उसने अपना मूँह दोसरि तरफ कर लिया.
और बोला नही फ़हद ये सही नही है तो मैं भी चुप हो गया और दिल ही दिल मे डर रहा था और अपने आप को कोस रहा था कि ये मैने क्या कर लिया अब क्या पता चाची मुझ से नाराज़ हो गयी हो क्या पता घर जा कर सब को बता दे के मैं उनके साथ क्या करने जा रहा था फिर तो मेरी शामत आजाए गी और फिर यूँही चुपचाप 2 घंटो के सफ़र के बाद चाची का गाओं आ गया और हम ने जल्दी जल्दी अपना समान उठाया और स्टेशन पर उतर गये .
जब हम चाची के रिश्तेदारो के घर पोहोन्चे तो उन्होने हमे अपने गेस्ट रूम मे बैठाया थोरी देर आराम करने के बाद चाची बोली तुम यहीं आराम करो मैं अपनी दोस्तो और रिश्तेदारो से मिल कर आती हूँ और वो चली गयी और फिर थोरी देर के बाद एक लड़का गेस्ट रूम मे आया उसके हाथ मे शरबत का ग्लास था उस ने वो ग्लास मुझे दिया और मेरे सामने बैठ गया मैने शरबत पिया और उस से बाते करने लगा और बाते करते करते हम दोनो अच्छे दोस्त बन गये उस ने अपना नाम फ़ैसल बताया और उसकी उमर भी लग भग मेरे जितनी थी और हम दोनो आपस मे इतने गहरे हो गये के एक दोसरे से सेक्स की बाते करने लगे और शाम को हम दोनो बाहर घूमने गये और रात को देर से वापस आए.
जब मैं गेस्ट रूम मे गया तो चाची भी अपनी पिंक कलर नाइटी पहेन कर वहाँ बैठी थी और एक मॅग्ज़ीन देख रही थी उनकी नाइटी उनके घुटनो से थोड़ा उपर थी जिस से उनकी आधे से ज़ियादा टाँगे नज़र आराही थी चाची उस वक़्त अपनी खूबसूरती की बिजली गिरा रही थी चाची मुझे देखते हुए बोली फ़हद बेटा इन के घर मे गेस्ट रूम के एलॉवा और कोई कमरा खाली नही है इसलिए हम दोनों को एक साथ एक कमरे मे सोना पड़े गा मैं दिल ही दिल मे बोहोत खुश हो गया और एक ताक़िया और चादर उठा के ज़मीन पे बिछा के सो गया.
आधी रात को पिशाब करने के लिए मेरी आँख खुली मैं बाथरूम मे गया और पिशाब कर के वापस आया तो अचानक मेरी नज़र चाची पर पड़ी लाइट लॅंप की रोशनी मे चाची की खूबसूरती और भी बढ़ गयी थी चाची की नाइटी बोहोत उपर तक खिसकी हुई थी और चाची की जांघे सारी साफ दिख रही थी उन्हें देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं हिम्मत कर के धीरे से बेड पर बैठा जिस पर चाची सो रही थी और आहिस्ता आहिस्ता चाची की जाँघो को सहलाने लगा अभी दो तीन मिनिट ही गुज़रे होंगे कि चाची ने करवट ली और मैं जल्दी से अपनी जगह जाके लेट गया और अपनी आँख ठंडी करके सो गया.
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