RE: Behen Sex Kahani दो भाई दो बहन
मन सोचने
लगी कि आज तक ना जाने उसने कितने लोगों से जिस्मानी संबंध बनाए
थे लेकिन एक भी ही रिश्ता प्यार का रिश्ता नही था. क्या वो राज से
प्यार करती है या फिर सिर्फ़ जिस्मानी आकर्षण उसे उसकी ओर खींचे
ले जाता था. वो अपने भाई के प्यार और राज की तुलना करने लगी, पर
उसकी समझ मे कुछ नही आ रहा था.
"जय मुझे भी माफ़ कर दो... मुझे इस तरह राज के साथ नही जाना
चाहये था." रिया उसके लंड को जोरों से चूस्ति हुई बोली.
"पर उसे भी तो नही जाना चाहिए था, आख़िर मेरा दोस्त था वो.."
जय ने उसके सिर को अपने लंड पर दबाते हुए कहा, "लेकिन जो हुआ सो
हो गया....."
"जय मुझसे वादा करो कि आज के बाद हमारे बीच ये सब नही होगा."
रिया ने कहा.
"हां में वादा करता हूँ...." जय ने अपने लंड को उसके मुँह मे और
घुसाते हुए कहा.
इसके पहले कि वो कुछ और कहती जय ने उसके सिर को पकड़ा और अपने
लंड को उसके मुँह के अंदर बाहर करने लगा.
उस वो शाम याद आ रही थी जब पहली बार.........
गर्मी के दिन थे और शाम के वक्त वो और रिया घर के आँगन मे बने
स्वइँमिंघ पूल मे साथ साथ तेर रहे थे. जय 18 का हुआ ही था और
राज एक साल पहले अपना ग्रॅजुयेशन कर चुका था. रिया ने भी आगे की
पढ़ाई के लिए दूसरे कॉलेज मे दाखिला ले लिया था और थोड़े ही
दिनो की बात थी जिसके बाद वो चली जाएगी.
क्रमशः..................
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