RE: Maa Beti Chudai माँ बेहाल बेटी छिनाल
शन्नो को भी तो शरद जैसा मर्द नही मिला था और राज की बातो और टच से उसे आंदार से ऐसा फील होता है कि राज एक असली मर्द है उसे तडपा-तडपा के चोद सकता है. राज के हाथ पे हाथ रखते वो बोली, "आरे यह सब मुझे डॉली ने नही बताया. उसने सिर्फ़ बोला कि 2-3 लड़के उसे छेड़ रहे थे और आपने उनको भगाया लेकिन बाकी कुछ वो नही बताए मुझे राज भाई. " हाथ पे हाथ रखने से राज समझा कि शन्नो ज़्यादा रेज़िस्ट नही कर रही. उसने शन्नो का पल्लू और नीचे करते अब ब्लाउज से उपर का नंगा सीना सहलाते कहा, "आरे भाभी वो लड़के डॉली के पीछे ऐसे पड़े थे जैसे कुत्तिया के पीछे कुत्ते. पहले दोनो डॉली की कमर मसल रहे थे. फिर एक लड़का कमीज़ के नीचे हाथ डालके उसकी नंगी कमर सहला के उसका बिना ब्रा का सीना सहलाने लगा. तब दूसरा लड़का डॉली को पीछे से दबोचके उसकी जाँघ पे हाथ घुमा रहा था. अब आपको पता है ना कि बिना ब्रा से डॉली का सीना कितना मस्त दिखता है. भाभी उस वक़्त अगर मे नही होता तो वो आपकी बेटी के साथ सुहगरात मना लिए होते वो लड़के. " बेशर्मी से यह बात करते, शन्नो का नंगा सीना मसल्ते राज उसको आँख मारते खुद से बोला, आरे शन्नो उन लड़को ने सिर्फ़ उसे छुआ लेकिन मेने तेरी बेटी को तो पूरी तरह चोद्के मेरी रंडी बनाया है. शन्नो राज के बाते सुनके बहुत शरमाती है. डॉली को कुत्ति और उन लड़को को कुत्ते के रूप मे सुनते वक़्त शन्नो को कैसा तो लगा. राज का हाथ लगाने से उसे अच्छा लगता है और वो फीलिंग चहेरे पे दिखती भी है लेकिन फिर भी राज का हाथ दूर करने की झूठी कोशिश करती है. अब वो राज से चुद्वाने का मन बना चुकी है बस उसको फिकर है कि कही डॉली ना आए बीच मे. इसी सब सोच मे वो कोई जवाब नही दे पाती राज की बातो मे ना ही कुछ बोल पा रही थी. हाथो से शन्नो का ब्लाउज के उपर का सीना मसल्ते राज पल्लू इतना साइड मे करता है जिससे अब शन्नो का पूरा ब्लाउज एक्सपोज़ होता है. इससे शन्नो के टाइट स्लीव्ले लाल ब्लाउज मे शन्नो के कड़क मम्मे दिखने लगते है. ब्लाउज की तरफ ललचाई नज़र से देखते वो बोलता है, "आरे भाभी आपको मालूम नही यह लड़के बड़े हरामी होते है, आपकी फूल जैसी बेटी का रेप भी कर देते आगर मे नही होता. बेचारी का नंगा सीना कमीज़ के नीचे बहुत मसलके उसका पिछवाड़ा भी खूब रगड़ा. मुझे डॉली ने सब बताया कि उन लड़को ने क्या किया उसके साथ इसलिए मुझे इतना डीटेल मे सब मालूम हुआ. आपको इतनी कमसिन बेटी को जानवर जैसा नोच रहे थे वो मदेर्चोद लड़के. " इतनी गंदी गाली सुनके शन्नो को ज़रा खराब लगा लेकिन उसे ज़्यादा उसे राज की डेरिंग लगी. शन्नो की कोई भी बात ना मानते वो जैसा चाहे वैसा कर रहा था. पल्लू हटने से उसका धड़कता सीना अब राज के सामने था. वो भगवान से दुआ कर रही थी कि इस वक़्त उसकी बेटी ना आए. लेकिन उसे क्या पता था कि यह सब खेल डॉली की जानकारी से ही हो रहा था और वो कम्से कम 2 घंटे तो घर नही आनेवाली थी. अपना पल्लू सीने पे लाने की नाकाम कोशिश करते शन्नो बोली, "लेकिन डॉली ने तो मुझे कुछ नही बताया. वैसे भी मुझसे कुछ नही छिपाती है डॉली राज जी. और प्लीज़ राज देखो डॉली अब कभी भी आ सकती है, उसे हमे ऐसा देखा तो क्या सोचेगी? " भाई से जी पे शन्नो आई थी, इसका मतलब अब वो उसे रोकने वाली नही थी यह राज समझा. जवाब मे शन्नो का पल्लू पूरी तरह नीचे करते वो बोला, "कैसे बताती वो बेचारी यह सब? वो सब मारे सामने हुआ इसलिए मुझे बताई, आपसे यह सब बताने मे उसे शर्म आई होगी ना? आरे भाभी, डॉली आए तो भी मेन डोर बंद है. वो डोर खोलके यहाँ आने तक मे आपका यह लाल ब्लाउज मे भरा सीना पल्लू से ढक दूँगा, आप चिंता मत करो. " अब शन्नो की चूत बहुत गीली हो चुकी थी. राज उसके साथ बिंडास्ट होके बात और हरकते कर रहा था. वो राज से शर्मा भी रही थी क्योंकि एक अंजान मर्द उसके जिस्म से ऐसे खेल रहा था जैसे वो उसकी बीवी या रखैल या कोई रंडी है. अपने सीने पे घूमता राज का हाथ वही सीने पे दबाते शन्नो बोली, "लेकिन राज जी आज से पहले उसको जब भी कोई लड़का छेड़ता था या ऐसा कुछ होता तो वो मुझे ज़रूर बताती थी. अब शन्नो की नंगी कमर मे हाथ डालके राज शन्नो को अपनी पास खिचता है. शन्नो का जिस्म उसके इतने पास है कि उसे शन्नो के जिस्म की खुश्बू आती है. टेन्षन से आया पसीना शन्नो की नेक को भिगोते उसके ब्लाउज मे जा रहा था. शन्नो का पसीने से गीला सीना उंगलियो से मसल्ते राज बोला, "इसका मतलब आपको ठीक से समझा नही कि उन लड़को ने कितनी नीच हरकत की डॉली के साथ. अब मे आपको ठीक से बताता हूँ. आपके पास नाइटी है कोई भाभी? " शन्नो अब राज का हाथ लगने से सिकुड रही थी और उसे शर्म आती है पर मज़ा भी आता है. वो शरमाते बोलती है, "हां शायद मे ठीक से समझी नही होगी कि उन लड़को ने मेरी बेटी को कैसे छेड़ा होगा. आप ठीक से बताओ मुझे. " नाइटी की बात सुनके शन्नो कुछ सोचके बोलती है, "राज जी अब नाइटी तो है मेरे पास पर ज़रा ज़्यादा ट्रॅन्स्परेंट है, घुटनो तक है. मे बस उसे रात को बेडरूम मे सोने के लिए पहनती हूँ. और नाइटी से मेरी बेटी को छेड़ने की बात का क्या वास्ता है? " शन्नो के पास और भी नाइटीस थी लेकिन उसे जान बूझके सिर्फ़ इस नाइटी की बात की. उसकी चूत की गर्मी अब उसके दिमाग़ पे हावी हो गयी थी. लेकिन फिर भी यह सब बताते वक़्त भी शन्नो शर्मा रही थी लेकिन अब वो चुदाई के लिए तड़प रही थी. राज समझा कि यह औरत तो उसके हाथ आई है. यह साली तो प्यासी लगती है. डॉली से भी जल्दी यह चुदेगि. बहनचोद वो ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहन फिर देख तेरा गोरा बदन कैसे चोदुन्गा. यह दोनो मा बेटी एकदम गरम है. मज़ा आएगा इसको चोदने मे. आगर वो चाहता तो अभी शन्नो को नंगी करके चोद सकता था पर वो शन्नो को और गर्म, बेबुस और बेशरम करके चोदना चाहता था. वो शन्नो का नंगा पेट दोनो हाथो से मसल्ते बोला, "आरे वाह अच्छा है ना फिर, डॉली की कमीज़ भी उतनी ही तो थी. नीचे उसने सलवार पहनी थी लेकिन वो जाने दे. आप ऐसा करो वो नाइटी पहनो पर नीचे जैसे डॉली ने ब्रा नही पहना वैसी रहो, चाहो तो चड्डी पहनो लेकिन सीने पे ब्रा नही होनी चाहिए आपके. यह वो नाइटी पहनो फिर मे तुझे दिखाता हूँ डॉली को कैसे हैरान किया था उन लड़को ने. इस अंजान मर्द के सामने वो ट्रॅन्स्परेंट नाइटी मे बिना ब्रा के आने की बात सोचके शन्नो शरमाई. उसे पता था कि राज उसे चोद्के ही रहेगा और वो भी वही चाहती थी पर फिर भी शरम आ रही थी उसे वो नाइटी पहनने मे. अपनी ब्लाउज के उप्पर के नंगे सीने पे हाथ रखते वो बोली, "आप क्या बोल रहे है राज जी? मे आपके सामने उस छोटी नाइटी मे आउ? उउफफफ्फ़ नही ऐसा कैसे हो सकता. नही-नही आप वैसे ही बता दो क्या किया था उन लड़को ने मेरी डॉली के साथ? " अब आवाज़ मे ज़रा सा गुस्सा और ज़रा सी ज़बरदस्ती दिखाते राज शन्नो की कमर मे हाथ डालके उसे बेडरूम की तरफ ले जाता है. पहली बार अब शन्नो के मम्मो पे हाथ रखते उनको हल्के मसल्ते वो बोलता है, "आरे तुझे बोला ना वो नाइटी पह्न तो पेहन्के आओ. बेटी को हार्डिन कमीज़ ने नीचे नंगी रखती हो, एक बार तू भी देख बिना ब्रा के कैसा लगता है. कैसी मा है तू जो यह सच मे जानना नही चाहती कि तेरी बेटी को वो लड़के कैसे मसल रहे थे तो उसको क्या हो रहा था. जा कपड़े चेंज करके आ जल्दी शन्नो. " इतना बोलके राज हल्के से शन्नो को बेडरूम मे धकेल्ता है और बाहर से दरवाज़ा बंद करता है. राज का मम्मो पे लगा कड़क हाथ और आवाज़ मे रुबाब शन्नो को शरद की याद दिलाती है. राज जिस अधिकार से अब उसे सीधे नाम से बुला ले उसको बेडरूम मे लाके, मम्मे मसल्ते वो नाइटी बिना ब्रा के पहनने को बोलता है वो सब शन्नो को अछा लगता है. शन्नो की चूत बड़ी रसीली हुई थी और यह बात वो राज से छुपाना चाहती थी पर वो अब इस पंडित से चुद्वाने तय्यार थी. अब उसे कोई शर्म या डर रोक नही सकता था क्योकि शन्नो को अब इस तगड़े और उसपे हुकुम चलाने वाला पंडित अच्छा लगने लगा था. उसे पता था कि यह पंडित उसे बहुत तडपा-तडपा के चोद्के उसकी चूत शांत करेगा. डोर बंद होने के बाद उसका दिल चुदाई के बारे मे सोचके ज़ोर्से धड़कने लगा. उसने सोचा कि राज क्या सोचेगा कि डॉली की मा एक रंडी है जो इतनी जल्दी चुदाई के लिए तय्यार हो गई पर अब उसका अपनी दिल पर बस नही चल रहा था क्योकि अब उसकी चूत बहुत तड़प रही थी. शन्नो अपनी आधी खुली साड़ी और पेटिकोट निकालती है. आईने मे अपना जिस्म देखते वो ब्लाउज और ब्रा भी उतार देती है. मम्मो पे निपल राज के मसल्ने से एकदम टाइट खड़े देख कर वो शरमाती है. उसकी चूत गिल्ली होने से पैंटी गिल्ली हुई होती है. कपबोर्ड से वो प्लेन ऑफ वाइट नाइटी निकालके पहनती है. आईने मे भी उसे अपने निपल सॉफ दिख रहे थे. वो आज शादी के बाद पहली बार एक पराए मर्द के सामने करीब-करीब नंगी जानेवाली थी यह सोचके वो शरमाई और फिर अपनी बाल ठीक करके उसने बेडरूम का दरवाज़ा खोला. बेडरूम मे खड़ी अपनी छोटी रंडी डॉली की मा को उस नाइटी मे देख कर राज का लंड उछलने लगा. नाइटी पहन के भी शन्नो उसके सामने नंगी थी. उसके मम्मो की गोलाई, निपल्स का ब्राउन कलर, ब्रा स्ट्रॅप की मार्किंग और ब्लॅक चड्डी उसे सॉफ दिखाई दे रही थी. यह रंडी औरत आज बेरहमी से चुद्नेवालि थी. बेडरूम मे आके शन्नो की चारो तरफ घूम कर उसका जिस्म वो देखने लगा. नाइटी से झलक रहे उसके निपल्स देख कर राज खुश होके समझा कि यह रांड़ हाथ आ गई. उसकी टाइट नाइटी मे दिख रहा जिस्म और नीचे गोरी टाँगे घुरके देखते राज सोचता है कि या तो इसका मर्द इसे ठीक से चोद्ता नही या फिर यह पति से काफ़ी दिन से ना चुद्वाने से इतनी जल्दी कपड़े बदल के आई. पीछे से शन्नो के गोल टाइट चूतर देख कर तो वो और खुश होके उनको मसलता है. इस शन्नो रंडी की गांद उसे बहुत पसंद आई. इस उमर मे ऐसी टाइट गांद वो पहले बार देख रहा था. शन्नो के पूरे जिस्म पर हाथ घुमाते वो बोला, "वाह शन्नो तू तो इस नाइटी मे डॉली जैसी लगती है. वोई टाइट गोरा जिस्म, वैसा ही तना हुआ सीना, वैसे ही गोरी टाँगे. तू भी तेरी बेटी जैसी मस्त माल है शन्नो. कसम से तेरा यह मस्त जिस्म देख कर कोई भी मर्द तुझे अपनाना चाहेगा. " शन्नो के पीछे खड़े होते उसके जिस्म को सहलाते राज बोला, "अच्छा ऐसा सोच तू ट्रेन की भीड़ मे खड़ी है यहाँ और मेरा एक हाथ एक लड़का है और दूसरा हाथ दूसरा लड़का. भीड़ मे एक लड़की पीछे से डॉली के कमीज़ के नीचे से ऐसे हाथ डाला हुआ था(राज नाइटी के नीचे से हाथ डालके उसकी जाँघ सहलाता है)और दूसरा लड़का उसका सीना मसल रहा था(अब दूसरे हाथ से नाइटी के उप्पर से राज शन्नो के मम्मे मसल्ते निपल्स से खेलता है) समझी कुछ तुम शन्नो? " शन्नो राज के मसल्ने से मचलती है. राज के कड़क हाथ उसे अपने दूध को मसल्ते अच्छे लगते है. अपनी टाइट चूतर पे घूम रहे हाथ उसकी चूत को और गरम करते है. डॉली की बात बताते वक़्त राज का उसके जिस्म से खेलना शन्नो को पागल कर रहा था. राज एकदम बिंदाश्त होके उसका जिस्म मसल रहा था. अपनी गांद ज़रा पीछे करते और राज को कोई भी रुकावट ना डालते शन्नो बोलती है, "श अहह उम्म्म्म तो ऐसा किया मेरी बेटी के साथ उन नालयक लड़को ने? यह अच्छा हुआ राज के तुम वहाँ थे नही तो सच मे मेरी बेटी की इज़्ज़त लूट लेते वो. अब तुमने मुझे पूरी बात समझाई है राज अब प्लीज़ छोड़ो ना मुझे, यह क्यों मेरा जिस्म मसल रहे हो तुम राज? " शन्नो के मूह से सिर्फ़ राज सुनके राज समझा कि लाइन अब क्लियर है. बेफिकर होके उसने खुद से कहा, लड़को ने मसला उसको पर मेने तो टाय्लेट मे चोदा उस कमसिन चूत को. शन्नो के कड़क मम्मे रगड़ते अब हाथ शन्नो की गांद पे आता है और राज उसकी टाइट गांद मसलता है. शन्नो का मस्त जिस्म मसल्ते राज सोचता है कि यह साली शन्नो ने खुदको मस्त मेंटैनेड रखा है. इस मदेर्चोद को चोदने मे मज़ा आएगा. शन्नो सिसकारिया लेते मज़े से अपना जिस्म राज से मसलवाने लगी. वो सोच रही थी कि राज उसके इस बर्ताव से उसके बारे मे क्या सोच रहा होगा? कितनी गिरी और चालू औरत है यह शन्नो.
क्रमशः..................................................................
|