RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
भाभी ने कहा की छोटी मेरा दिल तो अब भी चुदने का कर रहा है. सोच रही हूँ की भीमा का लण्ड मिल जाए अब तो में दिल भर के चुदाई करवा लूँ. क्या करूँ तुझे भी मरवाने का दिल है क्या.
मैने कहा – है तो लण्ड कहाँ से लाऊँ. अरे घबरा मत तू थूक लगा ले अपने चूत पर लण्ड आ जायगा. बोल बुलाऊं लण्ड को.
बुला लो भाभी नींद नहीं आएगी अब. चूत पानी पानी हो रही है. ठीक है पहले तू मरवा लेना बाद में मैं चुदवा लूँगी. एक मिनट ठहर अभी लण्ड हाजिर होता है. – भाभी ने हंसते हुए बोला.
भाभी ने भीमा को आवाज़ दे दी.
छोटी बोली – भाभी ? भीमा यहाँ कहा है इस वक़्त.
देख ले तू अभी आता है अंदर. – भाभी ने आँख मारी.
भीमा नंगा हो कर अपना लण्ड खड़ा किए हुए घोड़े की तरह हिलता हुया अंदर आ गया.
छोटी की साँसे बंद हो गई उस ने तो ऐसा सोचा भी नहीं था की भीमा यहाँ होगा इस वक़्त.
छोटी ने कहा भाभी जी आप बहुत चालू हैं. यह कहाँ से आ गया इस वक़्त. बाप रे इतना बड़ा लंबा और मोटा लण्ड मैंने तो कभी नहीं देखा. भाभी पहले आप इस मूसल को अंदर घुसेड लो फिर मैं देखती हूँ.
भाभी बोली ठहर मैं क्रीम लाती हूँ और दूध गरम करती हूँ तब तक तू भीमा का लण्ड देख और बातें कर इस से. तेरी तो देख कर ही फटे जा रही है, अंदर घुसेगा तब क्या होगा.
भाभी अंदर चली गई दूध लाने, मैंने भीमा को धीरे से कहा भाभी को ज़रा सा भी शक़ ना हो की तू मुझे पहले ही दिल भर के चोद चुका है. अब हमे नाटक करना है. मैं चिल्लाऊंगी जब तेरा लण्ड मेरी चूत में घुसेगा. तू डरना मत भाभी को दिखाने के लिए ज़ोर से एक ही धकके मैं घुसेड देना. फिर देखना भाभी क्या कहती है. बस पहले भाभी की चूत को ठंडा कर दे अच्छी तरह से जितना ज़ोर है आज लगा देना उस पर जिस से उस की आग बुझ जाए. बड़ी आग लगी है उस को आज. तेरे लण्ड का इंतजार कर रही थी.
तब तक भाभी अंदर से आ गई दूध ला कर और हम तीनों ने ही पिया.
भाभी बोली मेरे काले सांड पहले किस की फाड़ेगा.
मैंने कहा – भाभी आप चुदवा लो पहले इस से, फिर मैं फड़वा लूँगी.
मैं सोच रही हूँ की इतना मोटा कैसे जायगा मेरी चूत में.
भाभी बोली – छोटी, अब देख तमाशा इस घोड़े के लौड़े का कैसे जाता है मेरी फुददी में खचा खच.
छोटी बोली तो आप जाओ, दूसरे कमरे में.
भाभी बोली – क्यों तुझे शर्म आती है क्या. नहीं. इधर ही इस रूम में ही चुदाई होगी. जिस से तेरे को भी पता चले की भाभी कैसे लेती है इस मोटे डंडे को अपनी चूत में.
मैं धीरे से बोली – भाभी, अपना ध्यान रखना अंदर है भी ना कुछ.
तो भाभी इंग्लीश में बोली – नहीं कुछ नहीं है तो मत घबरा सब साफ़ हो गया है. तेरे भाई का बीज़ ही डलवा लूँगी मैं अब. लेकिन पहले मुझे इस सांड से दिल भर के चुदवाना है. फिर टाइम आउट ले के दूसरे की सोचेंगे.
अच्छा तो यह बात है, तभी मैं सोच रही थी की भाभी इतनी गरम क्यों हो रही है जैसे गये सांड का लेने को रामभती है.
भाभी ज़ोर से हंस पड़ी और बोली – छोटी करना पड़ा, यार. अभी मज़े ले फिर बाद में सब विस्तार से बताती हूँ. सही में, मैं आज बहुत गरम हो गई हूँ और मुझे चूत की गर्मी ठंडी करवानी है. तुझे पता नहीं अबॉर्षन के बाद चूत बहुत फड्फडा थी है. सो शुरू हो जाते हैं हम दोनों ही.
भाभी ने बिस्तर को नीचे कर दिया और तुरंत नंगी हो गई.
वाह क्या बदन है भाभी का. क्या चूत है भाभी की. एक दम से साफ़ सूत्री और डबल रोटी के जैसे फूली हुई.
मैंने कहा – भाभी बिस्तर नीचे क्यों. क्या बेड पर ही रहने देतीं.
तो भाभी बोली की भीमा के धक्के यह बेड सहन नहीं कर पाएगा और नीचे चुदाई करने पर पूरा लण्ड जड़ तक चूत में समा जाता है और बेड की आवाज़ भी नहीं आती.
बस चूत की फ़चा फॅक ही होती है.
मैने भीमा को पहले कह दिया था की जितना ज़ोर है आज भाभी की मस्ती ठंडी करनी है.
भाभी नंगी तो थी ही बो नीचे बेड पर लेट गई और भीमा को कहा की चल भीमा, अब जो करना है कर.
भीमा भाभी की चूत चाटने लगा और मैं देखती रही.
10 मिनिट के बाद जब भाभी बहुत गरम हो गई तो भीमा ने अपने मोटा लण्ड उस की चूत पर रखा और ज़ोर का धक्का मारा.
जैसे सांड़ घुसेड देता है एक ही धक्के में.
भाभी के मुँह से आह आह निकल गई और भीमा को अपनी बाहों में जाकड़ कर बोली – भीमा बिना बंद किए हुए चोद मुझे स्टॉप नहीं करना.
यह सुन कर भीमा की रफ़्तार देखने वाली थी.
दे धना धन पूरा बाहर निकलता और अंदर घुसेड देता.
भाभी की टाँगें अपने आप ही ऊपर उठ गयीं थीं.
करीब 10 मिनट के बाद लगी फ़चा फॅक होने.
मैं समझ गई की भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया है इसी से यह फॅक फॅक की आवाज़ आ रही है..
इधर मेरी हालत भी खराब हुई जा रही थी.
भाभी बोली – अब शरमाती क्यों है खोल दे अपनी मैक्सी को और आ जा नीचे बेड पर. नज़दीक से देख, कैसे घुस रहा है.
मैं भी तुरंत नंगी हो गई और उठ कर भाभी के पास बैठ गई और चुदाई देखने लगी.
भाभी ने धीरे से अपनी उंगली मेरी चूत में घुसेड दी. मैं चिहुनक उठी.
भाभी बोली – इतनी टाइट नहीं है तेरी चूत की मेरी उंगली भी ना ले सके. पूरी गीली हो रही है.
भाभी ने भीमा को आँख मारी और कहा की उठा इस की टाँगें और एक ही सूपर धक्के मे घुसेड दे अंदर.
भीमा ने फुर्ती से मेरी टाँगें पकड़ी और चौड़ी कर दी.
फिर उठा कर कंधे पर रख कर दे दिया ज़ोर का धक्का अपने लण्ड का.
सररर से पूरा का पूरा जड़ तक अंदर घुस गया.
मैं जानबूझ कर चिल्ला पड़ी – “आआआः फट गई रे भीमा. यह आदमी का लण्ड है की गधे का लोडा.
भाभी ने कहा की भीमा बंद मत करना चोद इस को ज़ोर लगा के.
10 धक्कों के बाद भाभी बोली की अब आराम से चोद, जब तक फ़चा फॅक की आवाज़ नहीं आती.
मैं गरम तो थी ही कोई 5 मिनट में मेरा पानी निकल गया.
अब भीमा तीन धक्के भाभी की चूत और तीन धक्के मेरी चूत में लगाने लगा.
हम दोनों को ही चोदने लगा था और उस ने भाभी से पूछा की भाभी, पानी किस के खेत में डालूं.
भाभी बोली – चल, मेरे में ही डाल और लण्ड निकालना मत जब तक पूरी तरह से झड़ ना जाए.
मैंने देखा की भाभी ने अपनी टाँगें चौड़ी कर दी और भीमा से लिपट गई जैसे साँप लिपटे हो.
भीमा ने पूरे ज़ोर से पिचकारी उस की चूत में भर दी और हम ठंडे पड़ गये दोनों ही.
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