RE: Chudai Story अनोखी चुदाई
उफ़!! भाभी की गाण्ड बीबी से बड़ी थी और थोड़ी ज़्यादा मांसल थी.
इतनी चिकनी और मुलायम थी की मेरी उंगलियाँ दबाने और मसलने पर उनकी गाण्ड में धँसी जा रही थीं.
जी भर के उनकी गाण्ड दबाने के बाद, मैं थोड़ा पीछे हटा और खींच के एक चाटा दिया उनकी गाण्ड पर.
उनकी गाण्ड पूरी हिल गई और फिर अपना लंड, मैं उनकी गाण्ड पर मारने लगा.
फिर मैंने अपना लंड, भाभी की दो पोन्द की दरार में फसाया और हाथ डाल कर आगे से अपनी बीबी की गाण्ड दबोच ली और अपनी बीबी की गाण्ड दबाते हुए, भाभी की गाण्ड की दरार में अपना लंड रगड़ने लगा.
मेरे हाथ आगे करके बीबी की गाण्ड दबोचने से, भाभी हम दोनों पति पत्नी के बीच बुरी तरह जकड़ गई.
उनकी नरम गाण्ड, मेरी जांघों पर रगड़ खा रही थी और साथ में बीबी की गाण्ड मसलने से, मैं ज़्यादा देर रुक नहीं पाया और फूच फूच करके मेरा लंड पानी छोड़ने लगा.
जैसे ही, मेरे लंड से मलाई निकलना चालू हुई भाभी पलटी और घुटनों पर बैठ कर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और पीछे से मेरी गाण्ड पकड़ कर अपने मुँह को चोदने लगी.
यहाँ मेरी बीबी नीचे से मेरे ग़ुल्लों को मुँह में भरने लगी.
मेरे मूठ की आख़िरी बूँद तक, भाभी ने अपने मुँह में भर ली और फिर तुरंत मेरी बीबी के होंठ चूमने लगी.
मेरा लंड, भाभी ने पूरा निचोड़ लिया था और वो पूरा मुरझा गया.
पर दोनों लड़कियों के सिर पर सवार वासना देख कर, मैं अंदर से खुद को रोक नहीं पा रहा था.
अब तक भाभी और मेरी बीबी टाँगें चौड़ी करके बैठ गई थीं और एक दूसरी की चूत को, आपस में रगड़ रही थीं.
मुझे अब भाभी के नंगी चूत के दर्शन हो रहे थे, जो एकदम सॉफ थी.
मेरी बीबी केँची से बालों को सॉफ करती थी पर भाभी की चूत पर एक बाल नहीं था.
ये बात ज़रूर थी की हल्की हल्की झांटों से झाकति मेरी बीबी की चूत एकदम गोरी थी, वहीं भाभी की चूत का रंग उनके बाकी गोरे बदन के मुक़ाबले थोड़ा दबा हुआ था.
लेकिन एकदम चिकनी चूत, कयामत ढा रही थी.
मुझे इतना मज़ा आ रहा था की दूसरे दिन, अगर मैं मर भी जाता तो मुझे अफ़सोस ना होता.
मेरा लंड, अब भाभी की चूत के लिए पूरा तैयार था.
तभी मेरी बीबी बोली – बड़ी साफ़ सूत्री रखती है, अपनी चूत को…
मिनी भाभी बोली – पगली, हमेशा तैयार रखती हूँ…
फिर बीबी बोली – ले जय, पेश है तेरे लिए एकदम चिकनी चूत… फाड़ दे इसे आज… चोद अपनी बीबी के सामने, इस छीनाल चूत को… कब से तड़फ़ रही हूँ, अपने हाथ से तेरा लंड किसी और चूत में घुसाने को… पूरी कर दे, अपनी बीबी की हसरत… जल्दी आ…
मैंने भी देर नही की.
मन तो बहुत था की भाभी की चूत को जी भर के निहार लूँ, कुछ देर चाट लूँ पर बीबी की खुशी के लिए, भाभी की टाँगे फ़ौरन अपने कंधे पर रखीं उनकी चूत पर एक थपकी मारी और अपना लण्ड उस की चूत पर रखा.
मेरी बीबी ने फ़ौरन, मेरा लंड पकड़ा और भाभी की चूत पर रगड़ने लगी और फिर अपने हाथ से ही एक ज़ोर से धक्का मारा और मैंने अपनी गाण्ड हिला कर पूरा 8 इंच का लंड अपनी बीबी के सामने अपनी भाभी की चिकनी चूत में अंदर कर दिया.
बीबी ने बोला – देख, पूरा घुसा की नहीं…
मैंने कहा – एक दम फिट बैठ गया है, जानू…
इधर भाभी की गाण्ड फट गई, जब मैंने एक ही धक्के में पूरा अंदर घुसेड दिया और फिर बिना रुके दे दना दन चोदने लगा.
बीबी ज़ोर से ज़ोर से अपनी चूत को रगड़ने लगी और बोली – उनमह: जितना ज़ोर है लगा… अंदर बाहर होता हुआ दिखा, मुझे इसकी चूत में… और ज़ोर से…
भाभी, मेरी बीबी से बोली – चुप कर, बहन की लौड़ी… बड़ा तगड़ा है, जीजा लण्ड… मज़ा आ रहा है लेकिन चूत फट गई है, यहाँ… एक दम छीलता हुआ जा रहा है, मेरी चूत को…
मेरी बीबी बोली – क्यूँ, अब क्यूँ तिरछी हो रही है… ले ले अंदर तक… तेरी चूत तो एक नंबर की चुड़क्कड़ है, रांड़… ले मेरी चूत चाट…
और ये कहते हुए, मेरी बीबी भाभी के मुँह के ऊपर बैठ गई और अपनी चूत ऊपर से रगड़ते हुए उसके मुँह के आगे पीछे ऊपर नीचे करने लगी.
मैं भाभी को चोद रहा था, मेरी बीबी के मम्मे दबा रहा था और भाभी, मेरी बीबी की चूत चाट रही थी.
इतना जोश, पहले कभी नहीं आया था मुझे.
मेरी बीबी, अपनी भाभी को मुझसे चुदवा रही थी.
भाभी भी खूब मज़ा ले रही थी, अपनी गाण्ड उचका उचका कर.
भाभी की हालत, अब खराब हो गई थी.
ऊपर से बीबी का अपनी चूत चटवाने का तरीका भी अच्छा था.
तभी मेरी बीबी ने चूत से मूत की धार छोड़ दी और भाभी ने मुँह खोल लिया.
मेरी बीबी, भाभी के मुँह के ऊपर ही बैठी थी.
उसकी मूत की पूरी धार, सीधे भाभी के मुँह में जा रही थी.
ये देख कर, मुझे भी नहीं रहा गया और मैं छोड़ने ही वाला था की भाभी ने चूत पीछे खींची और सीधी धार, मेरे लंड पर लगा दी अपनी एसिड जैसी मूत की.
अजीब बात ये हुई की उनकी मूत की धार, मेरे लंड पर गिरते ही मेरा लंड बोल गया और अपना पानी छोड़ दिया.
फिर भाभी बोली – जय जी, संभाल के रखना इस मूसल को… मेरी चूत का सुराख चौड़ा कर दिया, आज तुम्हारे लण्ड ने… मुझे नहीं लगता किसी औरत को इतना मज़ा आया होगा जितना मुझे आया आज, तुम दोनों के साथ… मेरा तो जाने, कितनी बार निकल गया… बहुत ज़ोर से चोदा, जीजा आपने… आप के भाई इधर नहीं हैं नहीं तो देखते ही पता चलता की चूत ढीली हो गई है…
मेरी बीबी बोली – अमन का लण्ड, इतना मोटा और लंबा नहीं है क्या… ??
तो भाभी बोली – उन का लंबा तो इतना है पर मोटा थोड़ा कम है…
बीबी फिर बोली – कुछ भी कहो, आज मेरी बरसों की हसरत पूरी हो गई…
भाभी बोली – चाहो तो कभी, एक्सपीरियेन्स कर लेना…
बीबी बोली – हाँ हाँ, देख लेंगे… ले आना, एक दिन… फिर चारों साथ में ही, चुदाई के मज़े लेंगे…
अब तक तो हम तीनों ही, घुल मिल गये थे.
काफ़ी गप्पें चलीं और सभी, अपने अपने अनुभव बताने लगे.
किसी ना किसी मज़ेदार या यादगार चुदाई के..
दूसरे दिन मैं, ड्यूटी पर चला गया और वो दोनों ही अपनी आप बीती एक दूसरे को सुनाने लगी थी.
मिनी बोली – दीदी, आप अपना कोई एक्सपीरियेन्स बताओ ना…
मेरी बीबी बोली – भाभी, शादी से पहले मैंने चुदाई नहीं करवाई थी… पर पता सब था, मुझे की चुदाई कैसे होती है… मैंने अपनी बड़ी दीदी को जीजा से अपनी चूत चुदवाते देखा था… जीजा जी, दीदी की टाँगे कंधे पर रख कर कैसे चोद रहे थे, मैंने देख लिया था… और दीदी कैसे धक्के मार रही थी, नीचे से पूरा का पूरा लण्ड, अंदर ले कर…. मुझे जब भी चान्स मिलता था, मैं दीदी की चुदाई देखना नहीं भूलती थी… उन दिनों, हम सब एक साथ ही रहते थे… जीजा का लण्ड, आम साइज़ का ही था… कोई “6 – 7” इंच… लेकिन काफ़ी था, दीदी की चूत की खुजली बुझाने के लिए… बहुत चोदते थे जीजा, दीदी को… और दीदी भी अपनी गांड उचका उचका कर चुदती थीं… शादी के बाद ही, मुझे पता चला की कितना मज़ा आता है चुदाई में…
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