RE: Long Sex Kahani सोलहवां सावन
सेक्स और किचन ज्ञान
वहां काम में मैं उनका हाथ बंटा रही थी और वो ज्ञान बाँट रही थी ,सेक्सोलोाजी के बारे में।
शुरआत उन्होंने मसालों से की , पहले टेस्ट में तो मुझे १० में १० मिल गए , मसालों को पहचानने में , और इनाम में दो चुम्मी भी मिल गयी , एक गाल पे और दूसरा जोबन पे।
लेकिन दूसरे टेस्ट में ज्ञान मेरा शून्य था ,लेकिन उसका पर्पज ही मेरा ज्ञान बढ़ाना था।
जायफल मैं पहचान गयी थी , लेकिन कामिनी भाभी ने बताया उसका असली फायदा , खड़ा करने में। जिसका मुश्किल से खड़ा होता है न उसका भी इसे खिला देगी तो खड़ा हो जायेगी।
" और भाभी जिसका पहले ही खड़ा हो जाता हो , " हँसते हुए मेरे दिमाग में मेरे कजिन रविंद्र का चेहरा घूम रहा था , और मेरी सहेली चन्दा ने जो उसके बारे में कहा था की , उसके इतना मोटा और कड़ा इस गाँव में भी किसी का नहीं है।
" वो तेरी फाड़ के रख देगा , बिना झड़े रात भर चोदेगा। "
बस मैंने नोट कर लिया अपने दिमाग में। खीर में खिलाऊंगी उसे , फिर देखती हूँ कैसे बचता है ,क्योंकि जो दूसरी बात भौजी ने बताई वो और मेरे काम लायक थी।
जायफल का एक और असर होता है , आदमी का मन भी बार बार करने को करता है। जो बहुत सीधा साधा बनने की कोशिश करे न , उसके लिए अचूक है ये।
इलायची भी थकान कम करने में मदद करती है और ताजगी लाती है। और साथ में ब्लड फ्लो भी बढ़ाता है , भाभी ने समझाया और ये भी की आखिर जब मर्द का खड़ा होता है तो वहां पे सारा खून पहुँच जाता है। और जब तक खून वहां पे रहता है तबतक वो , ...
उनकी बात काट के मैं हँसते हुए बोली , भाभी इसीलिए जब मर्दों का खड़ा होता है तो बस उनकी बुद्धि काम करना बंद कर देती है , दिमाग का खून सीधे वहीँ पहुँच जाता है।
भाभी खिलखिला के हंसी और बोलीं अब मेरी ननद पक्की समझदार हो गयी है , शहर में लौट के , ये समझदारी दिखाना लौंडो को पटाने में।
सौंफ भी उन्होंने समझाया ,जोश बढ़ाने में मदद करती है लेकिन अदरक और लहसून दोनों में वीर्यवर्धक ताकत होती है। लहसुन की एक एक फांक अलग कर के , गाय के घी में हलका पकाओ और फिर शहद में डूबा दो। बस ,मर्द की ताकत दूनी।
अनार के दाने ,गाजर , ये सब बहुत असर करते हैं। और उसके बाद उन्होंने लड़कियों के लिए भी क्या खाने से उभार और मस्त होते हैं , सब बताया।
साथ साथ हम दोनों काम भी कर रहे थे।
दाल बन गयी थी ,चावल उन्होंने चढ़ा दिया था , फिर वो मुझसे पूछने लगी बोल सब्जी कौन सी बनाऊं , और बिना मेरे जवाब का इन्तजार किये टोकरी से एक लम्बा मोटा बैंगन दिखा के मुझे छेड़ते हुए बोलने लगीं , तुझे तो बैगन बहुत पसंद है न ,मोटा और लम्बा।
मैं घबड़ा गयी कहीं भाभी सीधे मेरी चूत में , ... मेरी भाभी भी मुझे अक्सर दिखा के चिढ़ाती थीं। लेकिन कामिनी भाभी तो ,... और ऊपर से रात को उनके सैयां ने इतना हचक हचक के चोदा है की बुर की अब तक बुरी हालत है।
भाभी ने शायद मेरे चेहरे का डर भांप लिया था , मुस्कराते हुए वो बोलीं , घबड़ाओ मत अभी तोहरी बुरिया में नहीं डालूंगी , लेकिन चल तुझे दिखाती हूँ बुर में बैगन डालते कैसे हैं।
फिर बैठ के टाँगे फैला के , एक हाथ से अपनी बुर फैलाई और दूसरी से उसकी टिप , ... मुझे पास में बैठा के दिखाया ,समझाया।
मैं अचरज से देखती रही ,और सीखती रही , ...
बाद में कामिनी भाभी खड़ी हो गयी और उसका असली खेल मुझे समझाया ,
" देख असली चीज ,घुसाना नहीं है ,उसे दबोच के अंदर रखना है। "
सच में भाभी किचन का सारा काम घूम टहल के कर रही थीं और वो टस से मस नहीं हो रहा था।
" और इस का एक ख़ास फायदा , यार को पटाने का। बस कोई भी चीज , बैगन , गाजर जो तू अपने यार को खिलाना चाहे उसे अपनी चूत में घुसेड़ ले , कम से कम तीस चालीस मिनट , ... लेकिन जितना देर डालेगी न उतना असर ज्यादा होगा। बार बार अपनी चूत को सिकोड़ उस पे , सोच तेरे यार का लण्ड तेरी चूत में है। जितना चूत का रस निकलेगा , चूत का रस वो सोखे रहेगा न उसका असर और ज्यादा होगा। हाँ और एक बात , अगर लौंडे को उस चीज के नाम से भी नफ़रत होगी न , तो अगर तेरे चूत के रस से डूबा है तो तुरंत खाने को मुंह खोल देगा। "
मेरे सामने बार बार रविंद्र का चेहरा घूम रहा था , अब देखना बच्चू , कैसे बचता है मेरे चंगुल से। उसे आम एकदम पसंद नहीं है। बस ,दशहरी आम की खूब लम्बी लम्बी मोटी फांके अंदर डाल के , ... सब खिला डालूंगी।
और तबतक कामिनी भाभी ने एक मंत्र भी मेरे कान में फूंका ,
" ॐ नमो गुरु का आदेश ,पीर में नाथ ,प्रीत में माथ ,जिसे खिलाऊं मोहित करूँ ,... "
" बस जब तक बुर में भींचे रहूं ये मन्त्र थोड़ी थोड़ी देर में पढ़ती रहूं मन में , जिसे पटाना हो उसका नाम सोच के , और खिलाते समय भी ये मन्त्र बोलना होगा , हाँ साथ में कच्ची सुपाड़ी की एक बहुत छोटी सी डली , "
और उन्होंने ये भी बोला की उनके पास कामरूप की कच्ची सुपारी रखी है वो मुझे दे देंगी।
उसके साथ ही और बहुत सी ट्रिक्स , कल उन्होंने पिछवाड़े के बारे में बताया था आज अगवाड़े के बारे में ,
आधे घंटे में उन्होंने बैगन बाहर निकाला ,एकदम रस से भीगा और फिर उसका भुर्ता मुझसे बनवाया।
खाना बन गया था , मैंने बोला भाभी मैं नहा लेती हूँ , तो वो बोलीं एकदम लेकिन मैं भी चलती हूँ साथ में , तुझे अच्छी तरह से नहला दूंगी।
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