RE: non veg story वो जिसे प्यार कहते हैं
अपने ख्यालों में राजेश ये नही देख पाया कि उनमें से एक लड़की तिरछी नज़रों से उसे ही देख रही है- एक नेपाली लड़की. वो थोड़ी स्टेप्स ही दूर थी, जिस्म आधा मोड़ रखा था उसकी तरफ, और उसे इस तरहा देख रही थी, जिससे शायद इनकी दुनिया में – तिर्छी नज़र- कहते हैं. उस लड़की में खूबसूरती का कोई नामो निशान ना था – एक चालू रंडी लग रही थी. लेकिन जिस्म सही कटाव से भरपूर था, कपड़े ऐसे थे जो सब दिखा रहे थे, जाहिर है ऐसे कपड़ों में उसका जिस्म आकर्षित करेगा. उसके बूब्स ब्लाउस से बाहर टपक रहे थे जैसे मल्लिका शेरावत के हो रहे थे कॅन्स में. ये तो नही लग रहा था की उस लड़नी ने ट्रॅन्सप्लॅंट करवाया होगा.
राजेश सोच रहा था कि समीर का आइ कॉंटॅक्ट ज्ञान कहीं यहीं इन बार्स में आ कर ही तो नही डेवेलप हुआ..उसको सोचों से समीर ने ही बाहर निकाला.’ चलो शुरू हो गया है, बस लड़की को इंच बाइ इंच मॅच करो, उसे ऐसे ही बेशरम लुक दो जैसे वो दे रही है’
अगर समीर का मतलब सच मुच में ऐसा ही करने का था तो राजेश, अपनी ज़ुबान निकाल कर धीरे धीरे अपने होंठों पे फरेगा और नशीली नज़रों से लड़की की तरफ देखेगा. राजेश ने सिर्फ़ ओगल करना पसंद किया. कुछ देर तक दोनो बेकार में ओग्लिंग करते रहे, फिर उस लड़की ने समझा कि राजेश बच्चा है या फिर वो ज़्यादा पैसा नही खर्च करना चाहता, उसने अपना ध्यान राजेश से हटा कर उसपे कर दिया जो ज़यादा विल्लिंग क्लाइंट नज़र आ रहे था.
जबकि समीर ने अपनी आँखें एक लंबी खूबसूरत लड़की पे टिका ली और थोड़ी ओग्लिंग के बाद सीधे इशारों पे उतर आया. उसने बड़े स्टाइल से उस लड़की को पटाया जिसका नाम रेशमा था और Xअविएर्स में इंग्लीश होनोस कर रही थी. Xअविएर्स का नाम सुन कर समीर बोखला सा गया पर अब तो उसका सारा ध्यान सिर्फ़ उस लड़के के साथ सेक्स करने के लिए था. उस लड़की ने अपना चार्ज 10,000 बताया एक घंटे के लिए पर समीर ने उसे 2500 में मना लिया , पर उसमे वो लड़की ओरल नही करेगी.जल्दी ही समीर उस लड़की को उन कमरों की तरफ ले गया जो फर्स्ट फ्लोर पे थे और उन कमरों का मक़सद ही कस्टमर्स को सेक्स करने की सुविधा प्रदान करना था- जाहिर है कमरे का रेंट अलग होगा.
समीर की एक्सपर्ट गाइडेन्स के बिना राजेश और आर्यन खुद को अनाथ समझने लगे. सभी कस्टमर्स की हूटिंग आंड रिमार्क्स के शोर ने उनको अपनी सोचो में रहने ही नही दिया. और दोनो ने फ़ैसला किया कि अच्छी लड़कियों को अपने पास बुलाएँगे और देखते हैं क्या होता है इस से पहले की सारी बुक हो जाएँ.
आर्यन एक शॉर्ट और क्यूट लड़की बिजली के साथ बैठ गया, वो ज़यादा बिंगाली बोल रही थी, आर्यन ने निष्कर्ष निकाला के बांग्लादेश की ग़ैरक़ानूनी माइग्रेंट है. उसकी जिग्यासा को जगाने के लिए इतना काफ़ी था, और उसकी आदत थी खुद को ज़यादा महत्व देने की, उसने तो बाक़ायदा उस लड़की का इंटरव्यू शुरू कर दिया. उसके सवाल इस प्रकार के थे :
तुम्हारी उम्र क्या है ? कब से तुम ये काम कर रही हो? क्या तुम अपनी फॅमिली के साथ रहती हो? कितना कमा लेती हो? उस लड़की को समय की बर्बादी से नफ़रत होने लगी. आर्यन को ये समझ में आ गया तो बाकी लोग जो छेड़ छाड़ के लिए नोट निकाल रहे थे, आर्यन ने अपने सवालों के जवाब जानने के लिए नोट निकाल ने शुरू कर दिए.उसकी पर्सनल जिंदगी को इतना कुरेद कुरेद के सवाल पूछ रहा था जैसे सीबीआइ का केस तयार कर रहा हो. हर सवाल जो वो जवाब दे रही थी उसके चेहरे के भाव धीरे धीरे सख़्त होते गये.
वहीं थोड़ी दूर राजेश ने एक सुंदर सेक्सी घाघरा चोली पहने हुए एक लड़की को पास बुलाया – शनाज़.
वो जानता था कि कोई भी लड़की अपना असली नाम नही बताएगी. शनाज़ बड़ी अग्रेटस उसकी अगली हरकत का इंतेज़ार कर रही थी.राजेश बहुत ही अजीब सिचुयेशन में था. एक तरफ सिमरन का ख़याल उसमे ग्लानि भर रहा था वो उस जगह से ही बाहर निकल जाना चाहता था. दूसरी तरफ वो जगह ही उसे ललचा रही थी. अपने पहले एक्सपीरियेन्स के हिसाब से इस बात में कोई ग़लती नही थी कि ये डॅन्स बार्स असल में सेक्स बार्स हैं. ठीक है, उसने मान लिया, वो शायद पूरी चुदाई के लिए नही जाएगा, पर और भी ऑप्षन्स मोजूद हैं जैसे उसके बूब्स दबाना, कपड़ों के साथ ही उसे उंगली करना, उसकी पीठ पे हाथ फेरना. पर क्या वो वाकयी में ये सब करना चाहता था? उसे नही लगता था, पर अब तक दारू सर चढ़ के बोल रही थी. और अपने एक्सपीरियेन्स के हिसाब से वो जानता था कि वापसी में समीर कितना बाद चढ़ के बोलेगा कि उसने क्या क्या किया, तब क्या राजेश सिर्फ़ चुप चाप सुनता ही रहेगा. उस लड़की के उकसाने पर हर हरकत के 100 रुपये के हिसाब से राजेश ने वहीं बैठे सब कुछ किया जो वो कर सकता था. वो लड़की राजेश के चार्म्स से बहुत प्रभावित थी और आगे बढ़ने का हिंट देने के लिए उसने राजेश के होंठों पे किस जड़ दिया. राजेश को ये अच्छा नही लगा, वो तो शायद उल्टी ही कर देता.
हैरानी की बात है, राजेश की शरारते जब ख़तम हुई तो उसके पास एक ही साधन रह गया था मनोरण का गिटार सुनना और उसे इसमे ज़यादा मज़ा आ रहा था.
करीब पोने तीन बजे तीनो उस बार से निकल पड़े. समीर तो मस्ती में अपना किस्सा सुना रहा था. आर्यन अपने ख़यालों में खो गया और राजेश गुस्से में चुपचाप भूनबुना रहा था.
‘क्या मज़ा आया यार, माइंडब्लोयिंग, वो वाकई में बहुत बढ़िया थी. शायद ये लोग हमारी बीवियों को कम से कम आधा ही ट्रेन कर्दे नये अंदाज़ों के बारे में.’ समीर राजेश की हालत शायद समझ गया.
‘क्या हुआ हीरो? अब ये मत कहना तू खाली हाथ आया है , कुछ नही किया, जिस तरहा तू अपने स्पॉन्सर्स के यहाँ से खाली हाथ आता है.’
‘जस्ट शट अप, अपने बकवास बंद करो, मैं चाहता हूँ तुम अपना ये एक्सपीरियेन्स अपनी बीवी के साथ शेयर करो’
राजेश का इस तरहा यूँ चिल्लाना किसी ने भी सोचा नही था. सब एक दम चुप हो गये. सुई भी गिरती तो आवाज़ सुनाई देती.
आर्यन जानता था ये सब कुछ अचानक नही हुआ, एक बारूद काफ़ी दिनो से फटने को पड़ा था और आज फट गया. राजेश को समीर की ये हरकतें बिल्कुल अच्छी नही लगती थी – अपनी बीवी को धोका देना.
राजेश जब तक अपने घर पहुँचा उसे खुद से नफतत हो रही थी. उस लड़की के किस ने एक आलर्जी सी भर दी थी , घिन आ रही थी अपने जिस्म से . जब तक अच्छी तरहा से घिस्स के नहा नही लिया तब तक उसे चैन नही आया. अगले दिन 11 बजे तक वो सोता रहा. चाइ पी के वो न्यूज़ चॅनेल्स बदल बदल के देखने लगा जब उसे झटका लगा. कल रात पोलीस ने रेड कर के कम से कम 1000 लोगो को गिरफ्तार किया था. सबसे ज़यादा लोग महफ़िल से पकड़े थे. और ये सारी रेड 3 बजे हुई थी. सिर्फ़ 15 मिनट से बचे
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