Sex Kahani ह्ज्बेंड ने रण्डी बना दिया
06-19-2018, 12:39 PM,
#23
RE: Sex Kahani ह्ज्बेंड ने रण्डी बना दिया
इधर मैं बिस्तर पर बैठे हुए ही झुककर महमूद का लण्ड ‘गपागप’ चूस रही थी। महमूद पीछे से मेरी चूत मलकर मेरी प्यासी चूत की प्यास बढ़ाते हुए लण्ड चुसाई करवाता रहा।
एकाएक तभी महमूद के मुँह से सिसकारी के साथ वो अनाप-शनाप भी बोलने लगा- ले साली चाट.. मेरे लण्ड को ले.. चूस ले.. पूरा ले.. तेरी चूत मेरे लण्ड को पाकर धन्य हो जाएगी.. मैं चूत का शौकीन हूँ.. आह..सीई.. उह.. ले.. मेरी जान.. मैं गया आह सीसीसीई..
ये कहते हुए उसने ढेर सारा वीर्य मेरे मुँह में डाल कर हाँफते हुए अलग हो गया।
जब महमूद वीर्य छोड़ रहा था.. तभी उसका आधा वीर्य मेरे गले से नीचे हो गया था.. बाकी लण्ड बाहर करने पर मेरे मुँह से होते हुए मेरी चूचियों पर गिर रहा था।
मैं वैसे ही जीभ घुमाकर वीर्य चाटे जा रही थी।
पूरे वीर्य को चाट कर साफ करते हुए मैं बाथरूम में चली गई और मैं जब बाहर आई.. तो देखा कि अभी भी महमूद वैसे ही बिना कपड़ों के पड़े थे। मैं भी जाकर महमूद के बगल में लेट गई और महमूद ने मुझे खींचकर अपने जिस्म से चिपका लिया। अब वो मेरे जिस्म को सहलाने लगे। मैंने बूढ़े को देख कर जैसी कल्पना की थी.. वैसा कुछ भी नहीं था.. बल्कि महमूद तो जवान मर्दों को मात देने वाला निकला।
एक बार फिर मेरी जाँघों के बीच में दबा हुआ महमूद का लण्ड आहें भरने लगा। इधर महमूद मेरी चूत और गाण्ड की फाँकों को कस कस कर सहलाते हुए मेरी प्यासी बुर की प्यास बढ़ा रहे थे।
मैं महमूद के सीने को सहलाते हुए बोली- क्या महमूद डार्लिंग.. आपने मेरी बुर का सौदा किया है.. तो क्या केवल अपनी प्यास मिटाओगे.. मेरी नहीं.. मेरी भी चूत प्यासी है?
महमूद मेरी बात सुनकर बोला- अभी तो पूरा दिन बाकी है रानी.. और तुम इतनी हसीन हो.. कि तेरी चूत की प्यास तो बढ़ाकर ही मैं मिटाऊँगा.. मेरा बाबूराव तेरी चूत का पसीना निकाल देगा.. मत घबड़ाओ.. अगर तू विवाहित न होती.. तो मैं तेरे को अपनी रखैल बना लेता।
‘मैं भी ह्ज्बेंड के रहते भी खुशी-खुशी आप की रखैल बन जाऊँगी.. पर आप तो बहुत दूर के हैं और मैं बनारस की हूँ।’
तभी एकाएक महमूद मेरे ऊपर सवार होकर मेरी छातियाँ भींच कर मेरे होंठों को अपने होंठों से दबाकर चूसने लगे। काफी देर तक मेरी छाती और होंठों को किस करते हुए वो अपने लण्ड को मेरी चूत पर घिस रहे थे।
मुझे ऐसा लग रहा था.. जैसे कोई योद्धा जंग में जाने से पहले अपनी तलवार को धार देता है।
मैं तो काफी देर से प्यासी थी और मेरी 5 दिन से चुदाई भी नहीं हुई थी।
उस पर भी एक तो महमूद ने पहले राउंड में मेरी चूत को बहुत गरम कर दिया था। इन सब का नतीजा यह निकला कि मेरी बुर पानी-पानी हो रही थी। बुर के अन्दर से पानी बाहर तक चिपचिपा रहा था, महमूद अपने लण्ड को मेरी पानी से भिगो रहे थे।
कुछ देर बाद महमूद ने मेरा पैर ऊपर उठाकर अपने कंधे पर रख लिया और लण्ड को मेरी चूत पर टिका कर धीमी- धीमी गति से सुपारे को थोड़ा अन्दर-बाहर करते हुए मुझे चुदाई के सागर में गोते लगवाने लगे।
महमूद की इस अदा से मेरी चूत की फाँकें खुलने-पचकने लगीं। मैं कमर उछाल कर लण्ड अन्दर लेना चाहती थी.. पर महमूद बड़ी सावधानी से लण्ड को अन्दर जाने से रोककर केवल सुपारे से ही मेरी बुर की फाँकों से खेलते हुए मेरी बुर की प्यास बढ़ाते जा रहे थे।
मैं चुदने के लिए व्याकुल हो रही थी.. मैं सिसकारियाँ लेने लगी। सिसकारी के सिवा मैं कुछ कर भी तो नहीं सकती थी क्योंकि ड्राईविंग का काम किसी और के काबू में था.. वो जैसा चाह रहा था.. वैसा कर रहा था।
इधर मेरी चूत लण्ड खाने के चक्कर में फूलती जा रही थी। मैंने तड़पते हुए महमूद को भींच कर सिसियाया और आहें भरते हुए ‘आहह.. सिईईईई.. आहउ.. आह.. ससीइ..’ करते मैं बेतहाशा अपनी चूत उछाले जा रही थी।
महमूद का लण्ड अपनी बुर में लेने को मैं मचल रही थी। पर मेरा सारा प्रयास बेकार हो रहा था। मुझे लग रहा था कि महमूद मेरी बुर तड़पाने का ठान चुके थे। मेरी बुर महमूद के पूरे लण्ड को लीलने के लिए व्याकुल हो रही थी।
मेरे मदमस्त जिस्म का और बुर की तड़प बढ़ाने में महमूद एक काम और कर रहे थे, वे मेरी चूचियों को भींच कर पीते हुए अपने लण्ड का सुपारा मेरी बुर पर नचा रहे थे, कभी दाईं चूची को.. कभी बाईं चूची मुँह में भर चूसते हुए लण्ड से मेरी बुर के लहसुन को.. तो कभी मेरी बुर की फाँकों पर.. और कभी हल्का सा सुपारे को बुर के अन्दर कर देते थे।
महमूद के इस तरह के प्यार से मैं चुदने के लिए पागल हुए जा रही थी।
दोस्तो.. मैं बता नहीं सकती कि मुझे कितना आनन्द आ रहा था।
महमूद मुझे एक मंजे हुए खिलाड़ी लग रहे थे, वे ताड़ चुके थे कि मेरी चूत बहुत बड़ी चुक्कड़ है।
उसी पल महमूद ने मेरी दाईं चूची पर दांत गड़ा दिया और मैंने ‘आईईई.. आहउई..’ कहते कमर उछाल दी।
और यहीं पर मुझे थोड़ा मजा आ गया।
महमूद का दिए हुआ दर्द मेरी चूत के लिए मजा लेने का मौका बन गया और मैंने ‘आहहह.. सीईईई.. आह..ऊई..’ कह कर महमूद की कमर कसकर पकड़ ली.. ताकि लण्ड कुछ देर के लिए ही मेरी चूत में घुसा रहेगा.. पर साला महमूद भी पक्का खिलाड़ी था। उसने तुरन्त अपना एक हाथ मेरी चूत के करीब ले जाकर मेरी जांघ के पास कस कर चिकोटी काट ली।
‘आईईईउई..’ की आवाज के साथ मेरा दांव उलट गया। जो मैंने जितनी तेजी से कमर उछाल कर लण्ड को बुर में लिया था.. यहाँ यही उलटा पड़ गया, इस चिकोटी के कारण उतनी ही तेजी मुझे कमर को नीचे करना पड़ा। इसका नतीजा यह हुआ कि महमूद का लण्ड मेरी चूत से बाहर आ गया।
मैं महमूद की कमर छोड़ कर उनके चूतड़ों पर हाथ से मारने लगी।
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Kahani ह्ज्बेंड ने रण्डी बना दिया - by sexstories - 06-19-2018, 12:39 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,546,926 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 549,595 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,251,925 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 946,444 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,680,782 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,103,149 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,989,411 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,182,466 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,078,911 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 289,344 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)