RE: Sex Kahani ह्ज्बेंड ने रण्डी बना दिया
करीब दस मिनट बाद नवीन जी वापस आ गए।
मैं नवीन से बोली- अगर आपकी वाइफ यहाँ आ गईं तो?
नवीन मुस्कुराकर बोला- डॉली, देखो आपको और मेरे को पता है कि तुम मेरे पास क्यों आई हो।
मैं ‘हाँ’ बोली।
‘फिर भी मेरा और आपके मिलन में देर हो रही है.. लेकिन अन्दर जय और मेरी वाइफ सेक्स शुरू भी कर चुके होंगे।’
मैं बोली- ओ माई गॉड.. क्या जय को पता है कि तुम अपनी बीवी की चूत चुदाई के बारे में जानते हो?
नवीन जी बोले- नहीं जय और मेरी वाइफ कुछ नहीं जानते.. में उन्हें चुदाई करते देख चुका हूँ.. बस जय को मौका चाहिए था.. जो आज आपकी वजह से मिल गया।
‘क्या जय आपकी वाइफ को बताएगा कि मैं यहाँ आपके साथ हूँ?’
‘नहीं डॉली जी.. वह ऐसा नहीं करेगा.. क्योंकि उसने वाइफ के सामने मुझे मथुरा फ़ोर्ट भेजने की बात की है.. अगर मैं यहाँ हूँ.. वाइफ को पता चलेगा, तो वो जय के साथ कुछ नहीं करेगी और सती सावित्री बनने का ढोंग करके आसमान पर सर पर उठा लेगी।’
बातों के दौरान ही मुझे नवीन ने बेड पर बैठाकर मेरी कुर्ती और लैगी को निकाल दिए थे और मैं पैन्टी और ब्रा में बैठी चूची और चूत मसलवा रही थी।
मैंने अपने होंठ नवीन के होंठों पर रख दिए, नवीन मेरे होंठों को चूसने लगे, नवीन अपने हाथों से मेरी चूचियाँ कस कर मसल रहे थे। हम दोनों करीब दो मिनट तक इस तरह ही एक-दूसरे के मुँह में मुँह डालकर चूमते रहे।
कुछ मिनट बाद नवीन ने अपने कपड़े निकालने के लिए मेरे होंठ से अपने को अलग किए और कपड़े निकाल कर पूरी तरह निर्वस्त्र हो गए और इसी के साथ मेरी भी ब्रा-पैन्टी निकाल फेंके।
नवीन ने मेरी गर्दन को चूमते हुए कहा- डॉली जी.. आपको सेक्स का लाईव सो दिखाता हूँ।
मैं कुछ कहती इससे पहले नवीन धीमे से अन्दर चले गए जहाँ जय और नवीन की वाइफ थी।
कुछ देर में मुझे भी अन्दर आने का इशारा किया, मैं डरते हुए नवीन के पास गई।
इस वक्त मैं और जय पूरी तरह निर्वस्त्र थे।
जय ने इशारे से खिड़की के अन्दर देखने को बोला, खिड़की की ओट से हम दोनों ने अन्दर देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गए। नवीन की वाइफ पैर फैलाकर बिस्तर पर लेटी थी और जय उसकी चूत चाट रहा था।
नवीन की वाइफ मजे लेकर चूत चटवाते हुए सिसकारी लेते हुए नवीन को गालियाँ बक रही थी- हाय जान.. मस्त है तुम्हारा लंड.. इसी लिए तो तुमको देख कर मेरी चूत छिनाल बन जाती है.. नवीन साले का लंड.. मुझे उसका बाबूराव कभी पसंद ही नहीं आया.. आज तक साला ठीक ढंग से मेरी चूत चौड़ी ही नहीं कर पाया।
जय नवीन की वाइफ के ऊपर चढ़ कर और पैर उठा कर अपना लंड चूत पर लगा कर रगड़ने लगा।
नवीन की वाइफ पूरी मस्ती से ‘आआआह.. ऊऊ.. उईईई.. हाआ.. सि.. करते हुए अपना चूतड़ उछाल कर लंड को अन्दर कर लिया।
इधर नवीन भी अपनी वाइफ की चुदाई देखकर उत्तेजित होकर पीछे से ही मेरी चूत पर लंड लगा कर ठेल दिया।
सही में नवीन का लण्ड बहुत छोटा तो नहीं था.. फिर भी मीडियम साइज था, पर जय के लण्ड के आगे बच्चा ही था।
नवीन के एक ही झटके में मेरी चूत पूरा लण्ड खा गई।
नवीन की वाइफ की चुदाई देख कर मेरी भी चूत लण्ड लेने के लिए पानी छोड़ रही थी और मेरी गीली चूत में नवीन का लण्ड ‘सट.. सट..’ करते हुए अन्दर-बाहर हो रहा था।
नवीन मेरी गर्दन.. कभी मेरी पीठ को.. और मेरी चूची को रगड़ते हुए अपने लण्ड को पेल रहा था।
‘आआहह..’ उसे चूमने और चूसने में मुझे भरपूर मज़ा आ रहा था।
मैं भी सिसियाते हुए धीमे से बोली- आह.. सिईसिआह.. बहुत मजा आ रहा है.. ऐसे ही चूसो.. चाटो.. ऊंऊऊहह.. हां… हां.. और मेरी चूत पेलो।
उधर नवीन की वाइफ कमरे में जय के मोटे लण्ड से चीख-चीख कर और कमर उठाकर चुद रही थी, इधर मैं चुदाई देखते हुए चुदने का एक अलग ही मजा लेकर चुद रही थी। नवीन बड़े प्यार से मेरी चूत का मजा ले रहा था।
तभी कमरे से सिसकारियों की आवाज तेज हो गई और नवीन भी चोदते हुए अन्दर देखने लगा।
जय ‘गचा.. गच..’ लण्ड पेलते हुए बीच में उसकी चूचियाँ भी दबाता जा रहा था और हर एक धक्के पर चीख कर नवीन की वाइफ जय को चूत में लण्ड पेलने को प्रोत्साहित कर रही थी।
‘आह्ह.. चोदो आह.. आआहह.. और मारो मेरी चूत.. आआहह.. ऊऊह.. उईई.. अहा..’
वो मजे करते हुए चूतड़ उछाल कर लण्ड खा रही थी।
इधर नवीन मेरी चूत पर शॉट पर शॉट मार कर मेरी चुदाई करता जा रहा था।
तभी मेरी निगाह अन्दर गई और मैंने देखा कि नवीन की वाइफ झड़ रही थी और जय ने झटका मारते हुए नवीन की बीवी की चूत में ही पिचकारी छोड़ दी, वो अपना पूरे का पूरा लण्ड बुर में ठोक कर झड़ने लगा।
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