Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
06-19-2018, 12:24 PM,
#19
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -8

गतान्क से आगे..................
वो मेरी ग्रिप मे मचल रही थी पर मैं ने अपने लंड को उसकी चूत मे घुसेडे हुए उसको बोहोत टाइट पकड़ा हुआ था. थोड़ी देर मे उसका मचलना कम हो गया और वो अपने पैर फ्लोर पे रखे रखे बेड पे गिर गयी. जब उसकी ब्रीदिंग थोड़ी नॉर्मल हुई तो लंड को अंदर बाहर करते हुए उसकी चुदाई शुरू कर दिया लंड को पूरा बाहर तक निकाल निकाल के चोद रहा था. इतनी छोटी सी चूत के अंदर मेरा रॉकेट जैसा लंड घुसा हुआ था लंड के अंदर बाहर चलते उसकी चूत की अन्द्रूनि चॅम्डी ( इन्नर पोर्षन) लंड के साथ अंदर और बाहर हो रही थी. लंड को तीन चार टाइम हाफ निकाल के अंदर कर देता फिर उसके बाद एक टाइम लंड सूपदे तक निकल के घचक के साथ उसकी छोटी सी चूत के अंदर घुसेड देता तो ऋतु के मूह से ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउप्प्प्प्प हहुउऊउउप्प्प्प उउउउउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्
फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ और ऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स जैसे आवाज़ें निकल जाती थी. तकलीफ़ से उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे पर मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था और मैं उसको टाइट पकड़ के घचा घच चोद रहा था. मुझे पता नही के ऋतु को मज़ा आ रहा था या नही पर इतनी छोटी और टाइट कमसिन चूत को चोदने का मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मैं अपने मूसल लंड से उसको तूफ़ानी रफ़्तार से चोद रहा था. बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था पर ऋतु को बेड से टीका के ऐसे पकड़ रहा था के वो हिल भी नही सकती थी. मेरे धक्को से उसका सारा बदन हिल रहा था. मैं तेज़ी से चोद रहा था और अब ऋतु भी अपनी गंद आगे पीछे कर के लंड को पूरी तरह से अपनी चूत मे ले रही थी और मज़े ले ले के चुदवा रही थी. थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और आआआआआआआाअगगगगगगगगगगगगगगघह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआआआआआआआआआईईईईईईईई हहाआआआआ जैसी आवाज़ें निकालते हुए वो झड़ने लगी और बॅस उसी टाइम पे मेरे बॉल्स मे भी तूफ़ानी हलचल शुरू हो गई थी और ऋतु को बोहोत टाइट पकड़ के एक फाइनल चूत फाड़ झटका मारा तो ऋतु के मूह से ऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआआआआआआआआआअ निकल गया और मेरे लंड के सुराख मे से क्रीम की मोटी मोटी और गाढ़ी
गाढ़ी गरम गरम पिचकारियाँ निकलने लगी और ऋतु की छोटी सी चूत को भरने लगी. मैं झाड़ भी रहा था और धक्के भी मार रहा था.
मुझे इतनी मस्त चुदाई का मज़ा सिर्फ़ गीता की छोटी सी बेबी कुँवारी चूत को चोदने मे आया था ( दोस्तो गीता की चुदाई की दास्तान पढ़ना हो तो मेरी कहानी “कच्ची कली” पढ़िए ) और गीता के बाद अब ऋतु की छोटी चूत मैं भी वोही मज़ा पाया.
मेरे धक्के स्लो होने लगे और गहरी गहरी साँसें लेने लगा. मेरे लंड मे से बोहोत देर तक गरमा गरम मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकलती रही और ऋतु की छोटी सी चूत को फुल करती रही और मैं अपने फूलते पिचकते लंड को ऋतु की टाइट चूत के अंदर ही रखे रखे उसकी की पीठ पे गहरी साँसें लेते हुए ढेर हो गया. ऋतु का बदन भी ढीला पड़ गया था और वो भी बेड पे ऐसे ही लेटी रही. मेरा लंड अभी भी ऋतु की छोटी चूत के अंदर फूल रहा था और उसकी टाइट चूत के मज़े ले रहा था. बहुत देर के बाद जब मेरा लोहे जैसा सख़्त लंड उसकी चूत के अंदर नरम होने लगा तो मैं उसके बदन से लुढ़क के उसके बाज़ू मे लेट गया. लंड के बाहर निकलते ही उसकी चूत मे से मेरी और उसकी मिक्स मलाई के साथ उसकी चूत से निकला हुआ थोड़ा और ब्लड भी निकल निकल के नीचे फ्लोर पे ऐसे गिरने लगा जैसे उसकी चूत से कोई नल्ल खुल गया हो.
मैं बेड के ऊपेर चढ़ के लेट गया और ऋतु को भी उसके बघल से पकड़ के बेड के ऊपेर खेच के अपने बाज़ू मे लिटा लिया. दोनो एक दूसरे की बाँहो मे बाहे डाले लिपट गये और गहरी नींद सो गये. पता नही कितनी देर तक हम सोते रहे टेलिफोन की घंटी बज रही थी जिस से मेरी आँख खुल गयी पर समझ मे नही आ रहा था के क्या आवाज़ है. कुछ देर के बाद पता चला के टेलिफोन की घंटी बज रही है. मैने अपना हाथ बढ़ा के फोन उठा लिया दूसरी तरफ से मोम की आवाज़ आई बेटे यहा की रोड खराब हो गयी है कार नही चल सकती हम यही कंपनी के गेस्ट हाउस मे रुक गये है और बारिश अभी तक हो रही है इसी लिए हम शाएद आज रात वापस नही आ सकेंगे तुम घर का ख़याल रखना तो मैं ने कहा कोई बात नही मोम आप लोग इत्मीनान से आइए यहा भी अभी तक बोहोत ज़ोर की बारिश हो रही है और फिर पूछा के किसी का फोन वोन तो नही आया तो मैं ने कहा नही मोम किसी का नही आया फिर मोम ने कहा ठीक है बेटा रात मे डोर अंदर से बंद कर के लॉक कर के सोना तो मैं ने कहा ठीक है मोम आप फिकर ना करे मैं सब कुछ करलूंगा.
फोन को डिसकनेक्ट कर के फोन क्रेडल मे वापस रख के ऋतु की तरफ पलट गया जो नंगी ही मेरी तरफ पीठ कर के अपने दोनो हाथ और घुटने मोड़ के ऐसे पोज़ मे लेटी थी जैसे डेलिवरी से पहले बच्चा मा के पेट मे होता है और किसी छोटे बच्चे की तरह जो खेल खेल के थक्क के सो गया हो वैसे ही गहरी नींद सो रही थी बड़ी मासूम लग रही थी. मैं पीछे से अपने घुटने ऋतु के घुटनो के बीचे मे मोड़ के रख दिया और उसी के पोज़ मे लेट गया. ऋतु मेरी ग्रिप मे एक दम से ऐसी फिट बैठी थी जैसी किसी दुकान मे खाना पकाने का छोटा बर्तन बड़े बर्तन के अंदर फिट बैठ जाता है बॅस वैसे ही वो भी मेरे बदन मे फिट बैठी थी. ऋतु के नंगे बदन से मेरा बदन टच होते ही मेरे लंड मे जान आ गई और वो खड़ा हो के किसी नाग साँप की तरह लहराने लगा.
मेरा लंड उसके चूतदो की क्रॅक से लगता हुआ उसकी चूत को टच हो रहा था मैं धीरे से उसके छोटी छोटी मस्त चुचिओ को पहले तो धीरे धीरे से सहलाता रहा फिर दबाने लगा तो उसके मूह से उउउउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न उउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न की आवाज़ निकली वो मेरी ग्रिप मे कसमसाने लगी और उसकी आँख खुल गई पर वो उसी तरह से लेटी रही. मैं उसकी चुचिओ को मसल रहा था और पीछे से उसके नेक के पास किस कर रहा था और अपने आकड़े हुए लंड को उसके गंद के क्रॅक मे ऐसी मूव्मेंट कर रहा था जिस से मेरा लंड उसकी चूत से टकरा रहा था जिस से वो बोहोत ही जल्दी मूड मे आ गयी और धीरे धीरे उसके ठंडे बदन मे गर्मी चढ़ने लगी. मेरा लंड रेस्ट लेने के बाद बोहोत ज़ोर से अकड़ चुका था और स्प्रिंग की तरह से हिल रहा था. मैने हाथ बढ़ा के साइड टेबल से केवाई जेल्ली (इसका नाम की जेल्ली है पर आक्च्युयली यह एक ट्रॅन्स्परेंट क्रीम की तरह होती है जो ट्यूब और डिब्बे की पक्किकन्ग मे आता है) का डिब्बा उठा के लिया और खोल के पहले तो उसकी गंद पे ढेर सारी जेल्ली लगाया तो वो चोंक गई और बोली के यह क्या कर रहे हो बाबू तो मैं ने कहा कुछ नही पगली मैं तो तेरी चूत मे ही डालुगा तो फिकर ना कर लैकिन ऐसा फर्स्ट क्लास चान्स मैं कैसे अपने हाथ से जाने दे सकता था और पूरी तय्यारी कर चुका था के आज मौका बड़ा अछा है और ऋतु की वर्जिन गंद को भी आज ही फाड़ डालुगा पर उस बेचारी को क्या पता था. ऋतु से बोला तेरी गंद बड़ी मस्त दिख रही थी इसी लिए थोड़ी जेल्ली उसको भी लगा दी और उसको शक्क ना हो इसी लिए उसकी चूत की पंखाड़ियों पे और चूत के बीच मे अपनी उंगली डाल के अंदर तक क्रीम लगा दिया और अपने लंड पे भी ढेर सारी क्रीम लगा के रेडी हो गया. ऋतु की गंद तो उसकी चूत से भी ज़ियादा छोटी और बोहोत ही टाइट लग रही थी. पीछे से ही धक्के लगाते लगाते लंड को उसकी चूत मे घुसा दिया. ऐसी पोज़िशन मे लंड तो पूरा
अंदर नही घुस्स सकता था इसी लिए बॅस आधा ही अंदर घुस रहा था लैकिन फिर भी ऋतु की चूत की गहराई मे चला गया था लंड लंबा था और चूत छोटी इसी लिए चूत की गहराई मे घुस्स चुक्का था. ऋतु अब चुदाई का मज़ा लेने लगी थी और अपनी एक टांग उठा के मेरे टांग पे रख दी जिस से उसकी चूत मे लंड कुछ और अंदर तक घुस रहा था. ऐसे ही चोद्ते चोद्ते उसकी गंद मे उंगली करने लगा तो पहले तो मेरी उंगली अंदर घुसते ही उसकी गंद एक दमसे टाइट हो गयी पर धीरे धीरे रिलॅक्स हो गयी और ऋतु अब चुदाई के साथ गंद मे उंगली के मज़े भी लेने लगी. मेरा लंड का एरेक्षन इतना पवरफुल था के मुझे यकीन था के जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत से बाहर निकलेगा उसी टाइम पे स्प्रिंग की तरह उछल के उसकी गंद से लग जाएगा. मैने बोहोत क्वांटिटी मे जेल्ली अपने हाथ मे ले के उसकी गंद पे लगा दिया जिस से उसकी गंद मे उंगली करने मे आसानी हो रही थी. मैं अपना हाथ उसकी गंद से निकाल के उसके चुचिओ को मसल्ने लगा और उसके शोल्डर्स को पकड़ के तेज़ी से चोदने लगा. मेरा लंड उसकी चूत मे आधे से ज़ियादा अंदर घुस रहा था जिस से ऋतु को और भी मज़ा आ रहा था और फिर एक ही मिनिट के अंदर उसके मूह से आआआआआआआआआआआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआहह ब्बाब्ब्बुउउउउउउउउ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआआआऐईईईईईई आआआआईईईईईसस्स्स्स्स्स्सीईईईई हीईईईईईई कककककाअरर्र्र्र्र्र्र्रूऊओ हहाआआआआ आआआईईएसस्स्स्स्स्स्स्सीईई हहिईीईई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ ब्बूओहूऊवटतत्टटतत्त माज़ाआआआआआआआ आआआहह ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बाआआआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउउउ और उसका बदन टाइट होने लगा और वो झड़ने लगी उसका ऑर्गॅज़म 2 मिनिट तक चलता रहा और मैं ऐसे ही तेज़ी से उसको चोद्ता रहा. जब ऋतु का ऑर्गॅज़म ख़तम हो गया उसका बदन ढीला पड़ने लगा तो मैं ने उसको पलटा के फिर से पेट के बल करवट दिला दिया उसकी टाँगें पीछे की तरफ लंबी रखी हुई थी जैसे मैं पीछे से चोदने वाला हू पर मेरा इरादा तो उसकी गंद मे लंड देने का था इसी लिए उसको ऐसे ही उल्टा लिटा के मैं उसके ऊपेर लेट गया और उसकी टाँगों के बीचे अपनी टाँगें रख के खोल दिया और एक ही झटके मे अपने लंड को अपने हाथो से पकड़ के उसकी चूत से बाहर निकाल लिया और उसी मूव्मेंट मे इतनी ज़ोर से झटका मारा के मेरा मूसल जैसा लंड उसकी छोटी सी ब्राउन कलर की गंद मे एक ही झटके मे जड़ तक घुस्स गया और वो चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममममममममममममाआआआआआआआआआआआअ म्‍म्म्मममममररर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगाआआआआआआययययययययययययईईईईईईईईई
ई उउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ न्न्नीक्क्काआअल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊओ ब्ब्बाआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउ और बोहोत ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और मेरी ग्रिप से निकलने को मचलने लगी पर मैं ने उसको बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था और अपने पैरो से उसके पैरो को खोल के टाइट पकड़ा हुआ था इसी लिए वो नही निकल पाई और मेरी ग्रिप मे ही तड़पने लगी. मेरा लंड और ऋतु की गंद की जेल्ली से फुल थे इसी लिए एक ही झटके मे उसकी छोटी सी टाइट गंद को फड़ता हुआ अंदर तक घुस्स चुका था. ऋतु मचल रही थी उसको इतनी मस्त चुदाई और इतने पवरफुल ऑर्गॅज़म के फॉरन बाद उसकी गंद फटने का यकीन नही था इसी लिए वो पूरी तरह से रिलॅक्स थी पर एक ही झटके मे उसकी गंद का काम तमाम हो चुका था. उसकी गंद फॅट चुकी थी जिस्मै से खून भी निकल रहा था पर मैं ने ध्यान नही दिया मैं तो अपने मूसल लंड से उसकी टाइट ब्राउन गंद को फाड़ के मस्ती मे झूमने लगा था. मेरा लंड उसकी टाइट गंद मे फँसा हुआ था और वो मेरी ग्रिप से बाहर निकलने के लिए अपने हाथ पैर बिस्तर पे मार रही थी और मेरी ग्रिप से निकलने की कोशिश करने लगी. ऋतु अब पेट के बल लेटी थी और मैं अपने पैरो से उसके पैरो को खोल के पोज़िशन ले लिया था मुझे उसकी गंद मारने के लिए बड़ी अछी पोज़िशन मिल गई.अब ऋतु पेट के बल नीचे लेती थी उसकी टाँगें खुली हुई थी और मैं उसके ऊपेर लेटा था मेरी टाँगें उसकी टाँगो के बीचे मे थी और मैं अपनी टाँगो से उसकी टाँगो को खोल रहा था और मेरा लंड उसकी टाइट गंद मे घुसा हुआ था. मैं ने उसको बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था अब वो किसी भी तरह से मेरी ग्रिप से नही निकल सकती थी. मेरा लंबा मोटा लोहे जैसा सख़्त मूसल लंड उसकी गंद मे घुसा पड़ा था अब मैं धीरे धीरे धीरे उसकी गंद मारने लगा. मेरा लंड और ऋतु की गंद मे खूब बोहोत क्वांटिटी मे की जेल्ली लगी हुई थी इसी लिए लंड अब आसानी से उसकी गंद मे आ जेया रहा था और ऋतु चिल्ला रही थी न्न्न्नीइक्क्क्क्क्क्काआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊ ब्ब्ब्ब्बाआआब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउ ब्बूओहूऊऊऊथततटटटतत्त द्दाआआर्र्र्राआअद्द्द्द्द्द्द्द हूऊऊ र्र्राआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआअ हहाआआआईईईईईई और मेरे झटको से वो परेशान हो रही थी और मैं था के 100 किमी पर मिनिट की स्पीड से उसकी गंद मार रहा था. थोड़ी ही देर मे उसकी गंद के मसल्स मेरे लंड को अड्जस्ट कर पाए और वो मेरे नीचे खामोशी से पड़ी रही और अपनी वर्जिन गंद मरवाती रही.
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