RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
मैने जब ज़िप खोली तो काले रंग की अंडरवेर में उनका लंड इस तरह से टाइट्ली चिपका हुआ था मानो कभी भी फाड़ कर बाहर निकल आएगा. मैने धीरे से उस लंड के उपर पड़ी काली छाया को उतारना शुरू कर दिया और सर का मोटा और लंबा लंड धीरे धीरे मेरे सामने नंगा होता चला गया.
जब मैने घुटनों तक अंडरवेर उतार दी तो सर का लंड सीधा तना हुआ मेरी आँखों के सामने था. वाहह इस उमर में भी इतना मोटा और सख़्त लंबा लंड और हवस का इतना जुनून, जिसे देखकर मेरी चढ़ती जवानी की मस्त चूत भी गीली होने लगी थी. मैने अपने हाथों से उसको जैसे ही स्पर्श किया तो सर के मूह से हहशह की आवाज़ निकली और सर का वो मज़ा उनके शरीर में कंपन्न से मैं महसूस कर सकती थी.मैने अपने दोनो हाथों से उनके मोटे लंड को सहलाना शुरू किया जो काले और सफेद बालों से नीचे से ढका हुआ था.फिर मैने धीरे धीरे सर के लंड को अपने मुख के अंदर ले जाना शुरू किया. जैसे ही मेरे कोमल होठों ने सर के लंड के उपर वाले नरम हिस्से को छुआ तो "हइईई मेरी बेटी" की आवाज़ सर के मुख से निकली...मैने फिर 4-5 सेकेंड्स में ही सर का पूरे का पूरा लंड अपने मूह में ले लिया था और उपर से नीचे तक गीला कर दिया था. फिर मैने सर के लंड को लॉलीपोप की तरह चूसना स्टार्ट कर दिया और अपने एक हाथ से सर के बॉल्स को सहलाती गई.....10 मिनट तक चुप्पे मारने के बाद सर ने कुछ इशारा किया और मैं रुक गई. .....
सर उठे और मेरी तरफ आए और मुझे मेरी मोटी गान्ड से पकड़ कर उठा लिया और दीवार के साथ लगा दिया. एक दम से मेरी शर्ट और ब्रा को मेरे शरीर से अलग कर दिया और ना जाने कब मेरे लेफ्ट मोटे दूध के निपल्स को सर ने अपने मूह में ले लिया.....हाईए कैसे यह मेरी दादा की उमर का बुड्ढ़ा एक चढ़ती जवानी वाली लड़की की चुची पी रहा है. मेरे होश गुम हो रहे थे. सर मेरे दोनो दूध को एक एक करके मस्त मस्त चूस रहे थे और मैं बॅस....उफफफफ्फ़....हइईईई....ओह्ह्ह्ह गॉड.....ही कर सकती थी. मेरे मोटे-मोटे गोरे रंग के दूध को वो अपनी मर्ज़ी से मसल रहा था और निपल्स को खीचे भी जा रहा था. हइईई बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था मुझे.अब मुझे इतनी ठरक चढ़ चुकी थी कि मैने अपने हाथों से अपने दूध को पकड़ा और सर के मूह में ठूँसने लगी....अहह.....कितना मज़ा आ रहा था....
साला बुड्ढ़ा आधे घंटे पहले मेरे उपर रौब जमा रहा था और अब मैं इसको अपने अपने इशारों से नचा सकती हूँ..मेरे दोनो निपल्स को चूस चूस कर लाल कर दिया उसने......मेरा पूरा मम्मा मूह में लेने की कोशिश करता रहा और अपने दाँतों से निप्पल्स पर हल्का सा दर्द भी दे रहा था वो......फिर मैने कहा
मे- सर हमे टाइम का भी ध्यान रखना चाहिए ना....3 घंटे का पेपर है और 1 घंटे से कम रह गया है.
सूपरिंटेंडेंट- हां बेटा....चल अब इस आग को पूरी तरह से भुजा दे......
मैं फिर सर के साथ लिपट गई
सर ने मेरे सारे कपड़े अलग कर दिए और मैं बिल्कुल रूम में नंगी हो गई.हइईए मेरी कमसिन चूत जिसके उपर बिल्कुल छोटे से बाल थे सर की आँखों को मज़ा दे रहे थे. शर्म तो जैसे मुझसे कोसों दूर चली गई थी. सर ने अपनी सिर्फ़ शर्ट रहने दी और नीचे से बिल्कुल नंगे हो गये. फिर सर ने मुझे बेंच की सीट पर लिटा दिया और मेरी टाँगों को खोल दिया. हाईए अब मैं अपने सूपरिंटेंडेंट सर से चुदने वाली थी यार. सर ने अपना मोटा लंड मेरी चूत के उपर रखा तो
मे- सर प्लीज़.....ऐसे मत कीजिए....कॉंडम डाल लीजिए
सर- लेकिन बेटा उससे मज़ा नही आएगा....मुझे तेरी ऐसे ही मारनी है
मे- सर नही.....मैं प्रेग्नेंट नही होना चाहती....सर प्लीज़
सर- बेटा आइ नो तुम बहुत एक्सपीरियेन्स्ड हो....तुम्हे अच्छी तरह पता है बाद में क्या करना है जिससे तुम प्रेग्नेंट नही हो सकती.....
मे- सर प्लीज़्ज़......सर कॉंडम के साथ ठीक रहेगा
सर- बेटा तुम्हे पास होना है ना......
मे- हंजी सर
सर- तो मुझे ऐसे करने दो....बहुत अच्छे नंबरों से पास होगी तू बेटी
मे- ओके सर.....जैसी आपकी मर्ज़ी
सर ने फिर मेरी गीली चूत के उपर अपना लंड रखा और एक ही झटके में....पूरे का पूरा अंदर घुसा दिया.......अहह..........एक करेंट सा लगा और मुझे सर का मोटा लंड अपनी फुद्दि के अंदर महसूस हुआ....
मे- हइईए.....अहह
सर- उफफफफफफ्फ़....क्या चुत्त्त्त्त्त्त है....वाहह.....
मे- हाई सर.....आराम से चोदो सर.....आराम से
सर- ओह मेरी बेटी.....तू मस्त है यार....क्या गर्म है तू
सर मेरी चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहे थे.....और हम एक दूसरे से बिल्कुल लिपटे हुए थे.....मैं भूल चुकी थी कि मैं कहाँ हूँ और बस लंड का स्वाद चख रही थी. सर अब पागलो से मेरी चूत ठोक रहे थे. बहुत ज़्यादा तेज़ी से मेरी इज़्ज़त लूट रहे थे मेरे सर.....मैने सर की आँखों में देखा तो वो बस हवस के मारे लाल हो चुकी थी और उनका पसीना यह बता रहा था कि मेरी चूत की गर्मी उनको अंदर से ठंडा कर रही है और बाहर से तपा रही है. हइईईई......लंड बहुत मज़ा दे रहा था मुझे.......
|