RE: Antarvasnasex रूम सर्विस
ऋतु थोड़ा घबराई. उसने ऐसे कभी किसी के सामने गाना नही गया था. वो बोली
“सर गाना … मैं… आइ मीन… वो आक्च्युयली मेरा गला खराब हैं इसीलिए आपको गाना नही सुना सकती”
“क्या हुआ तुम्हारे गले को” यह कहते हुए उस आदमी ने अपना हाथ ऋतु के कंधे पे रख दिया.
ऋतु अब टेन्स हो गयी.. किसी अंजान व्यक्ति से ऐसे टच होना उसके लिए बहुत नयी बात थी. इस नर्वुसनेस में वो अपने दुपट्टे को अपनी उंगलियों में लपेटने लगी और थोड़ा सिरक़ गयी ताकि शी कॅन अवाय्ड हिज़ टच.
“तुम कुछ टेन्स लग रही हो ऋतु… आओ मैं तुम्हे एक नेक मसाज दे दूं… ” कहता हुआ वो ऋतु की चेर के पीछे गया और उसके गर्देन को अपने हाथों से सहलाना शुरू किया.
ऋतु एकदम खड़ी हो गयी. उससे यह सब सहन ना हुआ. वो चुप चाप अपनी फाइल उठा के बाहर चली गयी.
ऋतु ने यह बात अपनी सहेली पूजा को बताई. पूजा को बहुत दुख हुआ यह सुनके … ऋतु की आँखें भर आई यह सब सुनते हुए. पूजा ने उसको हौसला दिया.
कुछ ही दीनो में ऋतु ने बहुत सारे इंटरव्यूस दिए लेकिन कोई प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन ना होने की वजह से उसको कहीं नौकरी ना मिली.
एक दिन उसने पेपर में एक बड़ा का एड देखा जिसमे एक रियल एस्टेट कंपनी को सेल्स एजेंट्स की ज़रूरत थी. ऋतु ने वहाँ अप्लाइ कर दिया. इंटरव्यू में उससे कुछ ख़ास नही पूछा गया. इंटरव्यू लेने वाला आदमी 25-26 साल का जवान लड़का था.
ऋतु खुद हैरान थी की इतनी कम उमर का लड़का उसका इंटरव्यू कैसे ले रहा हैं.
लड़का देखने में हॅंडसम था…
और कपड़े भी अच्छे पहने हुए था… उसकी
आँखों में एक ख़ास चमक थी… और उसके कोलोन की खुश्बू ऋतु को बहुत
पसंद आई.
ऋतु को वो नौकरी मिल गयी. ज़ोइन करने के बाद उसको पता चला की इंटरव्यू लेने
वाला लड़का उस कंपनी जी लएफ के मालिक भूशल पल सिंग का इकलौता बेटा कारण
पल सिंग हैं. जो कि यूएसए से एमबीए करने के बाद अपने पापा के साथ बिज़्नेस
में लग गया.
ऋतु और कुछ और न्यू ज़ोइनीस को 2 हफ्ते की ट्रैनिंग दी गयी. उसका ऑफीस
गुड़गाँव में था और वो रहती थी सेंट्रल देल्ही के एक हॉस्टिल में. एक
मिनिमम बेसिक सॅलरी दी जाती थी और बाकी का आपके सेल्स पे डिपेंड होता
था. ऋतु ने अपनी पहले सेल जल्दी ही जब उसने एक 2 बेड रूम फ्लॅट बेचा एक
डॉक्टर कपल को. उस सेल से उसे अच्छे ख़ासे कमिशन की प्राप्ति हुई.
उसके पहले सेल पे उसके कॉलीग्स ने सीनियर्स ने उसे बधाई दी. खुशकिस्मती
से करण ने उसकी डेस्क पर आकर उसे बधाई दी
“ऋतु… हेअर्टिएस्ट कंग्रॅजुलेशन्स”
“थॅंक यू सर.”
“कॉल मे कारण”
“जी करण जी”
“करण जी नही सिर्फ़ करण”
“ओक करण”
“वी आर वेरी हॅपी विद युवर वर्क. यू आर स्मार्ट आंड कॉन्फिडेंट वाइल सेल्लिंग
दा प्रॉपर्टी टू दा क्लाइंट. हूमें तुम जैसे लोगों की ही ज़रूरत हैं अपनी
कंपनी में. ”
“मुझे भी यहाँ काम करके बहुत अच्छा लग रहा हैं सर. ”
“ऋतु तुमने आज अपनी पहली सेल की हैं… पार्टी कहाँ दे रही हो.”
“जी पार्टी…” ऋतु सोचने लगी.
“हां यार पार्टी… आफ़टेरल्ल टुडे योउ लॉस्ट यू सेल्स वर्जिनिटी”
यह कॉमेंट सुनके ऋतु कुछ शर्मा सी गयी और उसके आँखें शरम से नीची
हो गयी…“जी .. हू… मैं…”
“ऋतु मैं तो मज़ाक कर रहा था …. शाम को मीट मी आफ्टर ऑफीस .. आइ विल
ट्रीट यू. ”
ऋतु मन ही मन बहुत खुश हुई और बेसब्री से शाम का इंतेज़ार करने लगी.
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