RE: Porn Hindi Kahani मेरा चुदाई का सफ़र
तभी कम्मो बोली- हज़रात यह लूटने लुटाने का सिलसिला बंद कीजिये और चल कर अपने उनका और उनकी उनका मिलान शुरू कीजिये।
मैं बोला- चलिए जना, अपनी लेकर, हम अभी अपना लेकर आते हैं।
तभी जूली और सैंडी मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गई, उन दोनों को देख कर मैं ज़रा चौंक गया और कम्मो को अपने पास बुला कर बोला- अरे इन दोनों को तो मैं यहाँ चोद बैठा हूँ, अभी फिर से इनकी चुदाई शायद ठीक नहीं होगी। कमरा नंबर 3 वालों की बारी लगा दो ना प्लीज!
कम्मो एकदम ठिठक गई और बोली- छोटे मालिक ठीक कह रहे हैं, इन दोनों का काम तो हो चुका है, अब कमरा नंबर 3 वालों की बारी है, कौन है 3 में बोलो प्लीज?
दो लड़कियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए और मैंने उनको पहचान लिया क्यूंकि वो मेरे सामने खड़ी थीं कुछ समय पहले।
मैंने कहा- नंदा जी, और दूसरी हैं रागिनी जी, क्या मैं सही हूँ?
नंदा बोली- अभी मैं लूंगी अपना चंदा, तब शुरू होगा कोई दूसरा धंधा।
मैं बोला- चलो तो फिर कहीं दूर चलें, क्यूंकि धंधा है अभी कुछ मंदा।
मैं और कम्मो नंदा और रागिनी के पीछे उनके कमरे में पहुँच गए और दोनों ने झट शुरू कर दिया अपने कपड़े उतारने।
फिर मुझको अभी कपड़े पहने देख कर रागिनी आ गई और बारी बारी उसन मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए, यहाँ तक कि मेरे अंडरवियर को उतारने के बाद ही उसने मुझको छोड़ा और फिर उसने मेरे लंड को चूसना भी शुरू कर दिया।
अब मैंने दोनों लड़कियों को सीधा खड़ा रहने के लिए कहा और मैं उनको नग्न अवस्था में देख कर बड़ा ही आनंदित हुआ। दोनों के मम्मे एकदम मस्त गोल और सॉलिड थे और काले गोल चूचुक अब पूरी तरह से सख्त हो गए थे।
दोनों की चूत पर घने काले बाल लहरा रहे थे जो कुछ लड़कियों की सफाचट चूत को देखने के बाद अजीब लग रहे थे।
मैंने नंदा से पूछ ही लिया कि ऐसा क्यों है?
नंदा बोली- इन डांसर लड़कियों में से कुछ प्रोफेशनल डांसर्स हैं जो अक्सर डांस बार में डांस भी करती है जब इनके पास फिल्मों का काम नहीं होता तो इनको अपनी चूत को सफाचट रखनी पड़ती है लेकिन मैं और कुछ लड़कियाँ सिर्फ फिल्मों में ही डांस करती हैं सो हम पर चूत सफाचट रखने की शर्त लागू नहीं होती।
मैं बोला- तो यह बात है. वैसे ना मुझ को सफाचट चूत देख कर मज़ा नहीं आता क्यूंकि चूत की शान तो उस पर छाई काली बालों की घटा होती है जो चूत के अंदर के राज़ अपने पीछे छुपा कर रखती है।
अब मैंने कम्मो की तरफ देखा और आगे बढ़ कर उसकी भी साड़ी उतार दी और उसको भी नंगी कर दिया।
फिर मैंने बारी बारी से नंदा और रागिनी के मुम्मों को चूसा और उनके चूतड़ों को काफी देर मसला, कम्मो के मम्मों को भी चूसा और उनका मुकाबला दो हसीन डांसर्स के गोल और अति सुंदर मम्मों के साथ किया।
कम्मो के मम्मे ज़्यादा मोटे और सॉलिड थे और उनमें ज़रा भी लटकाव नहीं था जब कि उन दो फ़िल्मी सुंदरियों के मम्मे गोल और सॉलिड ज़रूर थे लेकिन उनमें थोड़ा थोड़ा लटकाव आना शुरू हो गया था।
यह शायद उनके डांसर के पेशे के कारण था।
फिर कम्मो ने उन दोनों को बिस्तर पर लिटा दिया और आप भी उनके साथ लेट गई।
सबसे पहले मैंने रागिनी की चूत में मुंह डाल कर उसकी चूत को चूमना और चूसना शुरू कर दिया और मेरी देखा देखी कम्मो ने नंदा की चूत को चूसना शुरू कर दिया और इस तरह हम दोनों ने मिल कर दोनों फ़िल्मी कलाकारों को चुदाई के लिए पूरी तैयार कर दिया।
अब रागिनी मेरे लंड को खींचने लगी और अपने ऊपर आने के लिए दावत देने लगी तो मैं जल्दी ही उसकी जांघों में बैठ कर उसकी चूत में सख्त लौड़ा डाल धीरे धीरे चूत की चुदाई करने लगा।
बहुत ही धीरे से लंड को अंदर डालना और फिर अंदर डाल कर कुछ सेकण्ड्स के लिए बगैर हिले डुले उसको अंदर ही रहने देना, यह मेरा नई तकनीक थी जिसको औरतों और लड़कियों ने बहुत ही पसंद किया था।
इस चुदाई के तरीके से कोई भी चुदने वाली औरत या फिर लड़की लंड के साथ और चुदने के लिए उतावली हो जाती थी।
अब मैंने रागिनी को बड़ी तेज़ी से चुदाई के लिए मजबूर कर दिया और वो मेरी स्पीड के आगे अपने सर को इधर उधर करने में लगी हुई थी।
जल्दी ही रागिनी के शरीर में एक ज़ोरदार हरकत होना शुरू हो गई और उसकी चूत में से क्रीम के समान झाग वाला पानी निकलने लगा, जल्दी ही रागिनी झनझनाती हुई छूट गई और छूटते वक्त उसने मुझको अपने शरीर के साथ पूरी ताकत से चिपटा लिया।
रागिनी के ऊपर से हटते ही मैंने नंदा की चूत का निशाना बनाया और उसी तरीके से उसको भी चोद कर मैंने शीघ्र ही अपनी फतह का झंडा लहराया।
फिर मैं लेट गया बिस्तर पर और कम्मो ने भी मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड को खूब छकाया और खुद दो बार झड़ कर मुझको भी उस्ताद बनाया।
वहाँ से कपड़े पहन कर हम दोनों हवेली जाने लगे ही थे कि कम्मो ने कहा- आओ तुमको बाकी लड़कियों के कारनामे भी दिखा देती हूँ। हम सबसे पहले कमरा नंबर 6 के बाहर पहुँचे तो कम्मो ने एक चोर झरोखे की तरफ की इशारा किया और जब मैंने अंदर का दृश्य देखा तो मैं दंग रह गया।
नाईट लैंप की मद्धम रोशनी में मैंने देखा कि एक थोड़े भरे जिस्म वाली लड़की ने अपनी कमर में रबर का लंड पेटी से बाँधा हुआ था और एक खूबसूरत लड़की को बड़ी लग्न से चोद रही है और नीचे वाली कलाकार ज़ोर ज़ोर से हाय हाय कर रही थी।
कम्मो जल्दी से 5 नंबर कमरे के दरवाज़े में एक गोल सा छेद था, उसके पास ले गई और वहाँ देखा कि एक नंगी लड़की दूसरी लड़की की गांड में खीरे को डाल रही थी।
यह दृश्य देख कर मैं हैरान रह गया और बाकी कमरों की लाइट बंद थी तो हम वहाँ कुछ नहीं देख सके।
फिर हम दोनों मेरी बाइक पर बैठ कर हवेली आ गए और घड़ी में टाइम देखा तो कोई ज़्यादा समय नहीं हुआ था, यही कोई रात के 9 बजे थे, मैं अपने कमरे में चला गया।
थोड़ी देर बाद कम्मो मेरे लिए गरम गरम मसालेदार दूध लेकर आई और बोली- वो पर्बती कह रही थी कि छोटे मालिक हमको तो भूल ही गए। लेकिन मैंने उसको बताया कि छोटे मालिक कितना काम में फंसे है और जब तक यह फ़िल्मी धंधे वाले लोग नहीं जाते, वो बहुत ही बिजी रहेंगे। मैं पर्बती को आज रात अपनी कोठरी में सुला रही हूँ, उसके शरीर की गर्मी को शांत कर दूंगी, आप बेफिक्र रहें।
जब कम्मो जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी और उसके गोल और उभरे हुए चूतड़ों को भी मसला।
जब कम्मो जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक हॉट किस जड़ दी और उसके गोल और उभरे हुए चूतड़ों को भी मसला।
उस रात मैं बहुत ही थका हुआ था और जल्दी ही सो गया।
पिछली रात की तरह आज भी मेरी नींद अचानक खुल गई, मैंने महसूस किया कि मेरे दोनों तरफ कोई सोया हुआ है।
आज मैंने अपने साथ एक टॉर्च रखी हुई थी, जैसे ही मुझको लगा कि कोई मेरे बेड पर है तो मैंने टॉर्च की रोशनी को अपने हाथ से दबा कर देखा कि मेरे साथ रूबी मैडम और मधु मैडम दोनों ही एकदम नग्न अवस्था में लेटी हुई थी।
मैंने अपने लंड को हाथ लगाया तो मैंने महसूस किया कि वो दो तीन बार किसी चूत को चोद चुका है क्यूंकि उसमें सफ़ेद पानी की सूखी परत जमी हुई थी और मेरा पायजामा भी नदारद था।
मैंने ध्यान से दोनों नंगी औरतों को देखा तो पाया कि वो दोनों बड़ी गहरी नींद में सोई हुई थी।
मैं अब जाग चुका था और मेरा लौड़ा भी एकदम मस्त खड़ा था तो मैंने सोचा चलो कुछ इन फ़िल्मी चूतों का भी दुबारा आनंद ले लें।
मैंने धीरे से मधु मैडम की चूत के बालों के साथ खेलना शुरू कर दिया और साथ ही साथ उसकी चूत के भग को भी धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया और साथ ही एक हाथ से रूबी मैडम के मुलायम चूतड़ों को छेड़ने लगा।
मधु मैडम की चूत जब थोड़ी पनियाने लगी तो मैंने ऊँगली रूबी मैडम की चूत और गांड में डाल कर गोल गोल घुमानी शुरू कर दी।
मधु मैडम ने अब अपनी टांगें खोलनी शुरू कर दी और जैसे जैसे ही वो मेरी ऊँगली द्वारा गरम होती गई उसकी टांगें उतनी ही खुलती गई।
मैं अब उठ कर मधु मैडम की जाँघों के बीच बैठ गया और अपने अकड़े लंड को उसकी चूत के ऊपर बाहर से रगड़ने लगा। फिर इस रगड़ाई को उसकी चूत के मुख पर ले आया और थोड़ा अंदर लंड को डाल कर मैं आराम से बैठ गया और हर थोड़े समय में एक धक्का मार देता और फिर उसके चूचों को चूसता।
यह सिलसिला कोई आधे घंटे तक चला और इस दौरान मैंने महसूस किया कि मधु मैडम कम से कम दो बार चूत में उत्पन्न झनझनाहट के साथ झड़ गई और अब वो बगैर आँख खोले ही अपनी टांगें सीधी करने की कोशिश करने लगी और मैं एक आखरी गहरा धक्का मार कर उसकी चूत के ऊपर से उतर गया।
मेरे उतरते ही वो साइड लेकर फिर बड़ी गहरी नींद में मगन हो गई।
उधर रूबी मैडम जो मेरे दूसरी साइड पर थी, वो अभी भी गहरी नींद में थी लेकिन मैं अभी भी उसकी चूत को सहला रहा था और धीरे धीरे उस में पैदा होते गीलेपन को महसूस कर रहा था।
एक हाथ उसकी चूत पर और दूसरा उसके गोल शानदार उरोजों पर था और दोनों ही काम रूबी को गर्म करने के लिए काफी थे।
रूबी की चूत के पनीयाते ही मैंने मधु मैडम वाला तरीका अपनाया और ठीक 10 मिनट में रूबी मैडम का ज़ोरदार स्खलन कर दिया जिसका उसको शायद पता ही नहीं चला।
फिर वो भी साइड लेकर सो गई।
मैं भी दोनों को अपनी बाँहों में समेट कर फिर से सो गया।
सुबह जब आँख खुली तो सामने निम्मो चाय लिए खड़ी थी और दोनों फिल्म वालियाँ जा चुकी थी।
शायद उसको बहुत दिनों बाद देखा था तो इसलिए मेरे दिल में उसको भी जल्दी से चोदने का विचार आ गया और मैंने उसको अपनी बाँहों में भर कर एक ज़ोरदार आलिंगन के साथ उसके लबो पर चुम्मी दे दी और उसको कुछ भी समय दिए बगैर उसकी धोती को पीछे से ऊपर कर उसको चोदने लगा, चाहे वो यह कहती रह गई कि ‘छोड़ो छोटे मालिक, कोई आ जाएगा।’
निम्मो को हरा किया जल्दी में और फिर चाय पीकर फिर लेट गया और कप ले जाते हुए निम्मो बोली- मैं तो सोच रही थी कि छोटे मालिक हम सब को तो भूल गए फिल्म वालों के आते ही।
मैंने उसको अपने निकट खींच लिया और लेटे हुए ही उसके चूतड़ों पर हाथ फेरते हुए बोला- नहीं रे, तुम लोगों को कैसे भूल सकत है हम। इन फिल्म वालों को जा लेने दो, फिर हम सब मिल कर खूब रंगीली पार्टी करेंगे यहाँ।
थोड़ी देर में कम्मो आई तो मैंने उसको रात की दास्तान सुना दी।
वो बोली- मधु और रूबी बहुत ही बदमाश हैं साली। लड़कियों को बहुत ही तंग करती हैं डांस करते हुए… चलो तैयार हो जाओ डांस के लिए जाना है न आपको।
जब हम कॉटेज पहुंचे तो बड़ी गहमागहमी चल रही थी और सब लड़कियाँ डांस के कपड़े पहनने में लगी थी और किसी का कोई ध्यान मेरी तरफ नहीं था।
मैं चुपचाप ड्रेसिंग रूम में कपड़े बदलने के लिए घुसा और अभी मैंने अपने कपड़े पूरे उतारे भी नहीं थे कि दो डांसर बातें करती हुई ड्रेसिंग रूम में घुसी और मैं झट से लेडीज के कपड़ों वाली ट्राली के पीछे बैठ गया और आगे का तमाशा देखने लगा।
थोड़ी देर बाद रूबी मैडम भी ड्रेसिंग रूम में आई और उनसे बोली- आप दोनों को अपनी ड्रेस का स्टाइल पता है ना आज के लिए, क्यों?
दोनों ने हामी में सर हिला दिया और तब रूबी मैडम उनको छोड़ कर कमरे से बाहर हो गई और वो दोनों लड़कियाँ अपने कपड़े उतारने लगी।
मैं दम साध कर बैठा रहा और उन लड़कियों को स्ट्रिप शो को देखता रहा।
पहली लड़की ने कहा- हेमा, तुमने नीचे आज क्या पहना है?
दूसरी लड़की जिसका नाम हेमा था, बोली- आज कोई पैंटी नहीं और न ही ब्रा ही पहनी है क्योंकि यह मोटे कपड़े वाली ड्रेस पहन कर बहुत ही गर्मी लगे गी शूटिंग करते वकत। और तू क्या पहन रही है नीचे?
पहली लड़की बोली- फिर मैं भी नीचे कुछ नहीं पहनती ना, लगने दे थोड़ी खुली हवा इस साली चूती को? कसम से बड़ी खुजली हो रही है चूत में तू कुछ कर ना यार!
अब मैंने छुपने वाली जगह से देखा, दोनों ने अपने नार्मल कपड़े उतार दिए और बिल्कुल अल्फ नंगी हो कर कमरे में घूमने लगी।
दोनों के जिस्म बड़े ही आला किस्म के थे और उनके शरीर के खास ख़ास अंग साँचे में ढले हुए लग रहे थे।
क्या सुडौल मम्मे और वैसे ही गोल और उभरे हुए चूतड़ देख कर उन दोनों को चोदने का बड़ा मन कर रहा था।
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