Porn Hindi Kahani मेरा चुदाई का सफ़र Sex
05-17-2018, 01:26 PM,
#72
RE: Porn Hindi Kahani मेरा चुदाई का सफ़र
मैडम की घोड़ी बना कर चूत चुदाई

गर्म वीर्य वहाँ पड़ते ही मैडम ने अपनी दोनों टांगें उठा ली और कम्मो ने झट से उनकी कमर के नीचे दो तकिये रख दिए।
मैं भी मैडम की जांघों में थोड़ी देर अपने सख्त लंड को डाल कर बैठा रहा जब तक मेरा वीर्य पूरी तरह से स्खलित नहीं हो गया।
और फिर कम्मो के इशारे पर ही मैं वहाँ से उठा और अपने गीले लंड को निकाल कर मैडम के सामने ही खड़ा रहा।
मैडम ने एक हाथ बढ़ा कर मेरे गीले लंड को पकड़ कर अपने मुंह में डाल लिया और उसको हल्के हल्के चूसने लगी।
इधर कम्मो अभी भी मैडम की टांगों को ऊंचा करके रखा हुआ था ताकि वीर्य अधिक से अधिक मात्रा में मैडम की चूत में ही रहे!
मैडम को मेरे लंड को चूसने में अति आनन्द आ रहा था, वो लगी रही चुसाई में!
अब कम्मो ने मैडम की टांगों को नीचे कर दिया था और उनकी चूत पर एक छोटा तौलिया रख दिया ताकि वीर्य ज़्यादा बाहर ना निकले।
मैडम बोली- सोमू यार, तुम तो गज़ब के चोदू हो! चूत चुदाई के तुम्हारे हुनर का तो उषा मैडम भी लोहा मान रही थी, वो कह रही थी कि यह लड़का इतनी छोटी उम्र में ही एक काफी बढ़िया चुदाई करता है। उषा मैडम के बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है?
मैं बोला- बहुत ही सुन्दर लेडी हैं वो लेकिन किस्मत की मारी हैं। बेचारी को इस भरी जवानी में पति छोड़ गया और उनको यौन सुख से वंचित कर गया! बहुत बुरा हुआ उनके साथ।
मैडम बोली- तुम उनकी कुछ मदद कर सकते हो क्या?
मैं बोला- कैसी मदद मैडम जी?
मैडम बोली- वही चुदाई वाली मदद! क्या तुम उनके घर जाकर चोद सकते हो जब वो चाहें या फिर या जब तुम फ्री हो?
मैं भी खुश होकर बोला- क्यों नहीं मैडम, वो खुद इतनी सुन्दर हैं कि कोई भी मर्द उनके लिए तैयार हो जाएगा।
मैडम बोली- तो ठीक है, वो कल कॉलेज में तुमसे मिल कर बात कर लेगी और प्लीज तुम हम दोनों के साथ सम्बन्ध का ज़िक्र किसी से न करना, हमारी इज़्ज़त का सवाल है।
कम्मो बोली- मैडम, छोटे मालिक ने जब यह चोदम चुदाई का कार्यक्रम मेरे साथ मिल कर शुरू किया था, तो मैंने इनके दिमाग में यह बात कूट कूट कर डाल दी थी कि इस काम के बारे में किसी से भी कभी कोई ज़िक्र ना करना वरना हम सब मुश्किल में आ जाएंगे और मुझको यह फखर है कि इन्होंने आज तक कभी किसी दूसरे को कुछ भी नहीं बताया! आप निश्चिंत रहें।
मैडम बोली- थैंक्स सोमू और कम्मो। अब बस या अभी और है? 
कम्मो बोली- मैं चाहती हूँ एक बार और इनसे चुदवा लीजिए ताकि किसी तरह की भी शंका या शक की गुंजाईश ना रहे!
मैडम खुश होकर बोली- ठीक कह रही हो पर क्या सोमू कर लेगा दुबारा इतनी जल्दी?
मैं और कम्मो हंस पड़े और तब कम्मो बोली- मैडम जी आप इनके लंड को देखिये तो सही? छुइये तो सही?चखिए तो सही!
मैडम ने मेरे लंड को देखा और हैरान रह गई कि वो तो वैसे ही खड़ा था और हवा में लहलहा रहा था!
कम्मो बोली- अब आप घोड़ी बन जाएँ तो छोटे मालिक आपको इस पोज़ में भी चोद देते हैं क्यूंकि इस पोज़ में गर्भ ठहरने की अधिक संभावना रहती है!
कम्मो ने मैडम को घोड़ी बना दिया और मुझको कहा कि घोड़ी चढ़ जाऊँ।
घोड़ी चढ़ने से पहले मैंने घोड़ी की तैयारी भी देखनी ज़रूरी समझी और उनकी चूत में हाथ लगा कर देखा, वो फिर काफी गीली हो चुकी थी, मैं जान गया कि घोड़ी भागने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
फिर मैंने मैडम के पीछे खड़ा होकर अपना सख्त लंड उनकी चूत के मुंह पर रख कर एक ज़ोरदार धक्का मारा और लंड पूरा का पूरा अंदर चला गया।
अब मैंने धीरे धीरे लंड को अंदर और बाहर जाने का सिलसिला बना लिया, धीरे से अंदर और फिर धीरे से बाहर और जो अंदर जाता है वो बाहर तो आता ही है, लेकिन कोशिश यह होनी चाहिए की लौड़े का सिर्फ आगे का किनारा ही अंदर रहना चाहिए और बाकी लंड ठंडी हवा खाकर फिर वापस अंदर जाना चाहिए।
इस क्रम को पूरी तरह से पालन करने से औरत का मज़ा दुगना हो जाता है क्यूंकि वो इस इंतज़ार में रहती है कि जो पूरा बाहर गया क्या वो अंदर आएगा और कितना आएगा।
मैं हाथ से मैडम की भग को भी सहला रहा था और मेरे हाथ कभी मैडम के मोटे मुम्मों को और उनकी चूचियों को भी सहला रहे थे।
लंड की हल्की स्पीड को जारी रखते हुए मैं अब पूरा लंड अंदर डाल कर उसको अंदर ही अंदर ही घुमा रहा था जिससे मुझको गर्भाशय के मुंह को ढूंढने में आसानी रहे।
अब कम्मो ने मुझको इशारा किया कि चुदाई की स्पीड तेज़ करूँ तो मैंने हाथों से मैडम के चूतड़ों को थपकी देनी शुरू कर दी और साथ ही धक्कों की स्पीड भी तेज़ कर दी और इसका मैडम की चूत ने सहर्ष स्वागत किया और वो भी वापसी धक्कों का जवाब देने लगी।
मेरे लंड को अब मैडम की चूत में एक ख़ास हलचल महसूस हुई जिसके कारण मैं समझ गया कि मैडम छूटने के कगार पर हैं और मैंने अब फुल स्पीड पर धक्के मारने शुरू कर दिए।
लंड की तेज़ स्पीड मैडम की चूत बर्दाश्त नहीं कर सकी और जल्दी ही उसने हथियार डाल दिए और एक ज़ोर की कंपकंपी मैडम के सारे शरीर में हुई और वो नीचे लेटने के लिए जैसे ही झुकी मैंने उसके चूतड़ों को अपने हाथों में ले लिया और उसको वैसे ही घोड़ी बने रहने का इशारा किया।
अब मैंने अंधाधुंध स्पीड से मैडम को चोदना शुरू किया ताकि उनकी चूत में मेरा भी छूट जाए और मेरा वीर्य उनके गर्भाशय के अंदर या फिर उसके मुंह पर छूटे।
इंजन स्पीड से मेरी चुदाई के कारण मैं जल्दी ही मैडम को दुबारा छुटाने के लिए प्रेरित करने लगा और फिर थोड़ी देर में हम दोनों का एक साथ स्खलन हुआ और कम्मो ने झट से मैडम की चूत के नीचे मोटे तकिये लगा दिए और उनके चूतड़ों को भी मैंने कस कर पकड़ लिया ताकि वो नीचे लेट ना सकें।
यह सारा खेल कम्मो का ही बनाया हुआ था और वो ही जानती थी कि इसका कितना लाभ था गर्भ धारण करने में!
कम्मो के इशारे से मैंने अपना लंड मैडम की चूत से निकाला और नीचे फर्श पर आ गया।
मेरा लंड अभी भी हवा में लहलहा रहा था मैं चुपके से कम्मो के पीछे खड़ा होकर उसकी गांड में अपना लंड डालने की कोशिश करने लगा लेकिन वो तो साड़ी पहने थी तो वो उसकी साड़ी के बाहर से गांड को रगड़ा मारने लगा।
थोड़ी देर बाद कम्मो ने मैडम को उठने दिया और उनकी चूत पर तौलिया रख दिया ताकि वीर्य बाहर ना निकले और अब उनको पलंग पर सीधा लिटा दिया।
कुछ समय बाद हम सब कपड़े पहन कर बैठक में आकर बैठ गए और कम्मो ने पहले मैडम को बादाम वाला खास दूध पिलाया और मुझ को कोकाकोला दिया और स्वयं भी वह पीने लगी।
कुछ देर बाद कम्मो ने मैडम को कहा- आज आप अपने हस्बैंड से भी सेक्स कर लेना ताकि उनको यह शक न रहे कि यह बच्चा किसी और का है। कर पाएँगी उनसे सेक्स?
मैडम थोड़ा मुंह बना कर बोली- उनको सेक्स के लिए तैयार करना थोड़ा मुश्किल है क्यूंकि उनका सेक्स का मन ही नहीं करता यही तो प्रॉब्लम है!
कम्मो बोली- मैं आपको एक तरीका बताती हूँ जिसके बाद वो स्वयं ही आपके पीछे सेक्स के लिए भागेंगे।
कम्मो के इशारे पर मैं वहाँ से उठ गया और कम्मो उनको कुछ खुसर फुसर में समझाती रही और उनको दो दिन के बाद आने का भी याद कराया।
थोड़ी देर बाद मैडम मुझको और कम्मो को थैंक्स कर के अपनी कार में वापस चल पड़ी।
कम्मो पारो की चूत चुदाई गार्डन में


थोड़ी देर बाद मैडम मुझको और कम्मो को थैंक्स करके अपनी कार में वापस चल पड़ी।
जब मैडम को छोड़ कर हम दोनों वापस आ रहे थे तो मुझको पारो मिल गई और कहने लगी- वाह छोटे मालिक, आप तो मुझको भूल ही गए?
मैंने उसको खींच कर अपनी बाँहों में भर लिया और कहा- पारो, तुमने कैसे सोच लिया कि मैं तुमको भूल गया हूँ? शेर अपना शिकार कभी नहीं भूलता, आज मैं तुम दोनों का शिकार रात को करूँगा, तैयार रहना।
वो दोनों जाने लगी तो मुझ को याद आया कि इन दोनों के लिए पूनम कुछ उपहार खरीद कर लाई थी और वो मेरे ही सूटकेस में पड़े थे, मैं उन दोनों के चूतड़ों को हाथ से मसलता हुआ उनको अपने कमरे में ले आया और कम्मो से कहा- वेरी सॉरी, मैं भूल गया था कि पूनम तुम दोनों के लिए कुछ चीज़ें आगरा से खरीद कर लाई थी, तुम दोनों निकाल लो अपने अपने तोहफे जो पूनम ने पसंद किये थे तुम दोनों के लिए!
वो एकदम से मेरे सूटकेस पर टूट पड़ी और एक क्षण में ही उसको खाली करके अपने तोहफे निकाल लिए जिनमें कई तरह की चूड़ियाँ और भी कई चीज़ें देख कर दोनों ख़ुशी से पागल हो गई, दोनों ही उठ कर आई और मुझको एक टाइट जफ्फी मार दी।
मैंने भी दोनों को चूमा और साथ ही उनकी चूत के ऊपर हाथ से सहला दिया।
मैंने कम्मो और पारो को कहा- आज रात तुम दोनों मुझको चोदोगी और मुझको आज तुम दोनों की गांड भी लेनी है। क्यों दोगी ना?
दोनों एक साथ बोली- छोटे मालिक, आपके लिए तो जान भी हाज़िर है यह ससुरी चूत या गांड क्या चीज़ है? आप हुक्म करो तो सही सब हाज़िर कर देंगी हम तो!
मैं थोड़ा थक गया था, थोड़ी देर के लिए सो गया।
रात को पारो ने बहुत ही उम्दा खाना बनाया और हम तीनों ने एक साथ बैठ कर खाना खाया।
दिल्ली और आगरा में खाना तो होटलों का था, उसमें घर सा आनन्द कहाँ।
फिर मैं और कम्मो अपने गार्डन की सैर करने लगे और खिली चांदनी में हम दोनों बहुत ही रोमांटिक हो गए थे। राम सिंह चौकीदार भी मेन गेट बंद कर के सोने चला गया था और हम अति सुंदर फूलों से भरे गार्डन में प्रकृति की खुशबू का आनन्द ले रहे थे।
चलते चलते हम दोनों के हाथ और दूसरे अंग एक दूसरे से टकरा रहे थे।
मैंने अपना बांयाँ हाथ कम्मो की कमर में डाल रखा था और उसको धीरे से कम्मो के नितम्बों पर फेरने लगा और फिर वहाँ से खिसकते हुए उसकी चूत पर पीछे से सहलाने लगा।
मैंने कम्मो को सीधा किया और अपने जलते हुए होंट कम्मो के मधुर और एकदम से नरम होटों पर रख दिए और हम दोनों एक मधुर चुम्बन करने लगे।
मेरी चौड़ी छाती अब कम्मो के गोल गदाज़ मुम्मों को पूरी तरह से दबा कर उसके साथ चिपकी हुई थी।
मैं कम्मो को लेकर कोई अँधेरा कोना ढूंढने लगा जहाँ ना तो चाँद की रोशनी और ना ही बिजली की चमक पहुँच सकती हो। फिर एक जगह दिखाई दी जहाँ बिल्कुल अँधेरा था और वो पेड़ पौधों से ढकी हुई थी।
मैंने कम्मो से कहा- याद है वो जगह जहाँ हमने खुले आम चुदाई की थी?
कम्मो बोली- वही ना जो नदी किनारे थी और जहाँ मैं आपको लेकर गई थी गाँव की औरतों को नंगी नहाते हुए देखने के लिए?
मैं बोला- वही तो, लेकिन तुमको शायद याद नहीं, वहाँ हमने क्या किया था?
कम्मो बोली- बिल्कुल याद है, वहाँ ही तो मैंने पहली बार खुले आम चुदाई की थी आपके संग!
मैं बोला- तो फिर उस याद को ताज़ा करने के लिए उसको दोहराते हैं हम दोनों यहाँ।
कम्मो घबरा के बोली- खुले आम सबके सामने? सारे लोग देख लेंगे छोटे मालिक।
मैं बोला- अरे पगली, क्या तुझको मेरा चेहरा दिख रहा है साफ़ साफ़? नहीं न तो कोई कैसे देख सकता है हमको? चल शुरू हो जा मेरी रानी, उतार साड़ी शुरू करें कहानी पुरानी।
मैंने उसको अपनी छाती के साथ लगा कर उसकी धोती को उतारना शुरू किया और वो भी हँसते हुए मेरे इस खेल में शामिल हो गई।
उसने खुद ही अपनी साड़ी उतार दी और ब्लाउज के बटन खोलने लगी, मैंने भी अपना कुरता और पायजामा उतार दिया।
जब हम दोनों नंगे हो गए तो आनन्द से हमने एक दूसरे को जफ्फी डाली और हॉट चुम्मी दी एक दूसरे को!
कम्मो मेरे लंड से खेलने लगी और मैंने भी उसके मुम्मों को दबाना और चूसना शुरू किया।
मैं उसकी चूत को चूसने के लिए नीचे बैठा ही था कि मुझको एक छाया सी वहाँ आती दिखी और मैं चौंक कर उठ बैठा।
हम दोनों दम साधे चुपचाप वहाँ बैठ गए।
तब वो छाया चलते हुए हमारे और पास आई तो हम झाड़ियों के पीछे छुप गए और देखने लगे कि कौन है वो!
छाया इधर उधर देखने लगी।
तब कम्मो फुसफुसा कर बोली- अरे, यह तो पारो ही है।
मैं बोला- चुप रहो, हम भी इसको ज़रा मज़ा चखाते हैं।
मैं और कम्मो चुपके से पारो के पीछे हो गए और जैसे ही वो मुड़ी, हम दोनों ने उसको धर दबोचा। कम्मो ने उसको पीछे से जकड़ लिया और मैंने उसके मुंह पर हाथ रख दिया और उसको खींचते हुए अँधेरे हिस्से की तरफ ले गए और फिर बगैर कुछ बोले मैंने उस की धोती उतार दी और फिर उसका पेटीकोट भी उतार कर परे फेंका।
अब वो हैरान हो गई थी और तब मेरा खड़ा लंड मैंने उसकी गांड पर रख कर एक धक्का मारा तो वो पूरा का पूरा अंदर चला गया।
उधर कम्मो ने उसके मुंह पर हाथ रख कर उसको कुछ कहने से रोक दिया और मैं अब पूरी तरह से पारो को चोदने में जुट गया, ज़ोर ज़ोर से मैं पारो की गांड में धकापेली करने लगा।
वो कुछ देख ना सके, इसलिए कम्मो ने उसके मुंह पर अपना पेटीकोट डाला था और वो मुझको आँख से इशारा करने लगी ‘चोदो साली को!’
मैं और भी जोश और खरोश से उसकी चुदाई में लग गया और उसकी चूत में हाथ डाल कर उसका गीलापन अपने लौड़े पर लगा कर और तेज़ तेज़ धक्के मारने लगा।
मैं साथ ही साथ उसकी भग को भी मसल रहा था और वो बहुत जल्दी से एकदम गर्म हो गई और अपनी गांड को खुद ही आगे पीछे करने लगी।
अब मैं उसकी भग के साथ उसके मुम्मों को भी दबा रहा था और कम्मो भी उसकी चूत को मुंह से चूसने की कोशिश कर रही थी।
अब मैंने महसूस किया कि पारो की गांड अंदर से सिकुड़ने लगी है और उसका मुंह खुल रहा है और बंद हो रहा है तो मैंने धक्कों की स्पीड बहुत ही तेज़ कर दी और पारो विवश होकर जल्दी ही झड़ गई।
अब मैंने उसको सीधा किया और उसके चेहरे से कम्मो का पेटीकोट उतार दिया और तब उसने मुझको देखा और फिर कम्मो को देखा और हम दोनों तो हंसी के मारे लोट पोट हो गए थे।
तब मैंने कहा- हेलो पारो, गांड मराई का मज़ा आया क्या?
पारो हैरान थी कि यह क्या हो रहा है फिर उसको समझ आ गई कि मैंने और कम्मो ने उसको मूर्ख बनाया है।
पारो भी हंसने लगी थी और बोली- वाह, तुम दोनों ने तो मेरा पासा ही पलट दिया। मैं तो आप दोनों को चुदाई करते पकड़ना चाहती थी लेकिन तुम दोनों मेरे से भी तेज़ निकले।
मैं बोला- तुम हमको पकड़ना चाहती थी? कैसे?
पारो बोली- मैंने तुम दोनों को गार्डन में जाते देख लिया था और मैं समझ गई थी कि तुम दोनों के मन में चोर है इसलिए मैं भी तुम दोनों के साथ शामिल होना चाहती थी, मैं भी तुम्हारे पीछे चल पड़ी और साथ में ये दो चादरें भी लेकर आई थी।
मैं और कम्मो हैरान रह गए क्यूंकि हमने गार्डन में चुदाई का पहले कोई प्रोग्राम नहीं बनाया था लेकिन पारो की जबरन गांड मार कर मैं कुछ पछता रहा था, मैंने पारो से माफ़ी भी मांगी इस गलती के लिए लेकिन पारो बोली- रहने दो छोटे मालिक, मुझ को तो गांड मरवाई में बहुत ही मज़ा आया था और ऐसा आनन्द मैंने पहले कभी लिया ही नहीं।
अब कम्मो और मैं दोनों हंस पड़े तब पारो ने दोनों चादरें घास पर बिछा दी और खुद नंगी ही लेट गई और हम दोनों को भी इशारा किया कि ‘आ जाओ, लेट जाओ… यहाँ ठंडी ठंडी हवा चल रही है।’
हम दोनों भी हंस पड़े और वहाँ बैठ गए और पारो को एक कस कर जफ्फी मार दी।
मैंने पारो से पूछा- हमको किसी और ने यहाँ आते तो नहीं देखा जैसे राम लाल का परिवार या फिर और कोई?
पारो बोली- नहीं छोटे मालिक, यह जगह तो बिल्कुल अँधेरे में है और बाहर का गेट तो लॉक है। और राम लाल खुद तो पीकर सो गया होगा क्यूंकि उसके बीवी बच्चे तो अपनी नानी के घर गए हैं।
पारो अब मेरे खड़े लंड से खेल रही थी और साथ में अपनी गांड में भी हाथ लगा रही थी क्यूंकि उसकी गांड मारने में शायद उसकी सूखी गांड में थोड़ी बहुत चोट लग गई थी।
मैं दोनों औरतों के बीच ही नंगा लेट गया और कम्मो की चूत में हाथ लगाया तो वो एकदम गीली थी। मैंने एक गर्म चुम्मी उसके लबों पर की और उसके मोटे और सॉलिड मुम्मों को चूसा और फिर मैं उसकी टांगों को चौड़ा करके उनके बीच बैठ गया और अपने लंड को कम्मो की चूत में डाल दिया।
लंड को अंदर डाल कर मैं यूं ही लेटा रहा कम्मो के ऊपर और तब कम्मो ने खुद ही धक्के मारने शुरू कर दिए और मुझको नीचे आने का इशारा किया।
मैं भी कम्मो के साथ ही उसके नीचे आ गया बगैर कनेक्शन तोड़े। 
अब कम्मो मुझको ऊपर से पूरी ताकत के साथ चोदने लगी और पारो मेरे अंडकोष के साथ खेलने लगी, साथ ही उसकी ऊँगली कम्मो की गांड में गई हुई थी।
थोड़ी देर में ही कम्मो हाय हाय… करती हुई झड़ गई और वो मेरे ऊपर से हट गई और उसकी जगह पारो मेरे ऊपर आ गई और अपने ख़ास अंदाज़ से मुझको चोदने लगी।
वो अपने दोनों घुटनों को नीचे मेरी दोनों तरफ रख कर सिर्फ अपनी चूत को मेरे लंड से जोड़ कर चुदाई की शौक़ीन थी।
उसकी चुदाई भी बहुत धीरे धीरे से शुरू हुई और वो मुझ को बड़े प्रेम से चोदने लगी।
उसके मोटे मुम्मे मेरे मुंह पर लटक रहे थे, मैं उनको चूसने में लग गया और उसकी चूचियों को मुंह में लेकर गोल गोल घुमाने से पारो को बड़ा मज़ा आ रहा था और वो काफी जोश से मुझको चोद रही थी लेकिन जल्दी ही वो भी झड़ गई और मेरे ऊपर से उतर कर मेरी दूसरी तरफ लेट गई।
कम्मो भी मेरे लंड से खेलने लगी, मैंने थोड़ी देर बाद उससे पूछा- क्यों कम्मो डार्लिंग, अपनी गांड जबरदस्ती मरवानी है क्या? या फिर अपने आप दे रही हो मुझको?
कम्मो मेरे लंड को हाथ से ऊपर नीचे कर रही थी सो वो थोड़ी देर बाद बोली- छोटे मालिक, जबरदस्ती क्यों करवाएँ, हम तो खुद ही तैयार हैं गांड मरवाने के लिए! लेकिन यहाँ तो क्रीम या वैसलीन तो है नहीं, कहीं मेरी गांड फट ना जाए?
मैं बोला- पारो की गांड में से उसकी चूत में से निकल रहे रस को लगा कर मज़े से चोदा था। क्यों पारो? 
पारो बोली- वो तो ठीक है लेकिन फिर भी मेरी गांड कहीं छिल गई है, मुझको मज़ा तो बहुत आया लेकिन थोड़ा दर्द भी हो रहा है।
मैं बोला- ठीक है, कमरे में जाकर कम्मो की गांड मार लेते हैं क्यों कम्मो?
कम्मो धीरे से बोली- जैसे आपकी मर्ज़ी।
मैंने कहा- चलो फिर अंदर चलते हैं, बाहर का आनन्द तो ले ही लिया है।
मैं उठ कर नंगा ही जाने के लिए तैयार हो गया लेकिन कम्मो कहने लगी- क्या करते हो छोटे मालिक? नंगे ही चल पड़े हो, कोई देख लेगा! पहले कपड़े पहन लेते हैं।
मैं बोला- इस अँधेरी रात में कौन देखेगा और कोई देखता हुआ नज़र आया तो हम तीनों दो चादरों को अपने ऊपर करके ढक लेंगे ना! 
कम्मो और पारो मुस्कराई और हम तीनों नंगे ही कमरे की तरफ चल पड़े।
मेरे दोनों हाथ कम्मो और पारो के नंगे चूतड़ों के ऊपर रखे हुए उनको मसल रहे थे और मैं मुड़ मुड़ कर कम्मो और पारो के उछलते हुए मम्मों को भी बार बार देख रहा था।
अँधेरी रात थी, हमको किसी ने नहीं देखा और हम आराम से अपने कमरे में आ गए।
मैं बोला- दिल में बहुत इच्छा थी कि कभी गार्डन में नंगा ही घूमें, वो आज पूरी हो गई, दो खूबसूरत औरतों के साथ नंगे घूम कर!पारो के दिमाग़ की दाद देनी पड़ेगी जिसने चादरों के बारे में सोचा।
पारो और कम्मो अपनी कोठरी में जाने लगी लेकिन मैंने कहा- आज रात हम तीनों एक साथ सोयेंगे। 
और फिर मैंने वो रात कम्मो और पारो की नज़र कर दी और पहले कम्मो की गांड मारी देसी घी लगा कर और फिर दोनों की बारी बारी से चूत की चुदाई की, दोनों को कम से कम 3-3 बार चोदा और फिर हम तीनों थक हार कर एक दूसरे की गले में बाँहों को डाल कर एक साथ ही सो गए।
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Hindi Kahani मेरा चुदाई का सफ़र - by sexstories - 05-17-2018, 01:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,521,551 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,654 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,240,603 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 937,906 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,665,586 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,091,132 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,968,113 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,111,983 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,053,798 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,841 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)