RE: Desi Sex Kahani कश्मीर की कली
भाबी: मेरी तरफ देख कर हंस पड़ी और बोली.... तुम तो बोहत उतावली हो रही हो अपनी वर्जिनिटी तोड़ने के लिये ... भाबी ने मेरी आँखों में देखते हुए कहा.... बोहत दिल कर रहा है ना सलमान का लंड अपनी चूत में लेने को?
मे: शरम सई लाल होती हुई धीमी सी आवाज़ में बोली.... जी बोहतत्त...
भाबी: मेरे पास इस प्राब्लम का सल्यूशन है जिस से सलमान की बात भी पूरी हो सकती है और हर मसला सॉल्व हो सकता है... में तुम को कुछ दिखाती हू तुम वेट करो....
यह कह कर भाबी अपने कपड़ो के क्लॉज़ेट (वॉक-इन अलमारी,क्लॉज़ेट) में गयी और ऐक छोटा सा ब्रिफकेस ला कर बिस्तर पर रख दिया.... फिर उन्हों ने उसको खोला ...में उसके अंदर देख कर हैरान हो गयी.... उस में बोहत डिफरेंट किसम के सेक्स टाय्स थे.... उस में वाइब्रटर्स थे, मेन मास्टरबेशन की ट्यूब थी, और भी डिफरेंट किसम के टाय्स थे... भाबी ने ऐक टॉय उस में से निकाला.... यह ऐक स्ट्रॅप-ऑन था (जिनको स्ट्रॅप-ऑन का नही पता उनके लिये ... स्ट्रॅप ऑन ऐक ऐसा रब्बर का लंड होता है जिसकी शेप बिल्कुल रियल लंड की तरहा होती है और वो बेल्ट्स के साथ अटॅच होता है जिसको ऐक अंडरवेर की तरहा पहन लिया जाता है और यह बिल्कुल रियल लंड की जगह फिट हो जाता है और इस से बिल्कुल रियल लंड की तरहा चुदाई की जा सकती है...अक्सर लेज़्बियन्स यह यूज़ करती हेँ...गूगल पर अगर स्ट्रॅप-ऑन की सर्च करें तो आपको उसकी पिक्चर भी नज़र आ जाये गी)...
भाबी ने जो स्ट्रॅप-ऑन निकाला था उसका लंड 5" लंबा था और इतना मोटा भी नही था....मुझे वो देख कर भाबी की बात समझ में आ गयी.... भाबी इस रब्बर के लंड से मुझे चोद कर मेरी वर्जिनिटी ब्रेक करना चाहती थी ताकि फिर सलमान भाई मुझे अपने शानदार लंड से आसानी से चोद सकें....स्ट्रॅप- ऑन के लंड का साइज़ इस काम के लिये बिल्कुल पर्फेक्ट था... ना बोहत छोटा ना बोहत बड़ा... भाबी उसको हाथ में ले कर बोलें...
भाबी: देखो मेरी जान, मेरा इरादा है के में तुम को इस रब्बर के लंड से चोद कर तुम्हारी वर्जिनिटी तोड़ू... लेकिन ऐक बात शायद तुम को पता ही होगी के जब वर्जिनिटी का परदा फट`ता है तो फर्स्ट टाइम पेन होता है.... हर लड़की को यह पेन ऐक ना ऐक दिन बर्दाश्त करना ही होता है.... तुम रेडी हो मेरे इस प्लान के लिये..
मे: मेने खुशी से पागल होते हुए भाबी के लिप्स पर अपने लिप्स रख दिये और उनको चूसने लगी.... बोहत लंबी फ्रेंच किस और ऐक दूसरे की ज़बान चूसने के बाद में बोली....
मे: जी.... में तय्यार हूँ.... यह कह कर मेने अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिये.....
भाबी: नही ऐसै नही मेरी जान..... मुझे अपने हज़्बेंड की खाहिश भी तो पूरी करना है...
मे: क्या मट्लब? हम वोही तो करने जा रहे हेँ... नही?
भाबी: नही... याद है उनकी खाहिश है के तुम अपनी सुहाग रात पर ऐसा करो...?
मे: जी याद है मगर ऐसा केसा मुमकिन है?
क्रमशः..............
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